🍃 दशहरा : सर्वांगीण विकास का श्री’गणेश डॉ. सुनील सिंह गुर्जर युवा राष्ट्रीय अध्यक्ष देवसेना सस्था। दशहरा की महिमा जीवन के सभी पहलुओं के विकास, सर्वांगीण विकास की तरफ इशारा करती है | दशहरे के बाद पर्वो का झुंड आयेगा लेकिन चेतन इंसान के सर्वांगीण विकास का श्रीगणेश करता है दशहरा| दशहरा : * दश […]
Category: पर्व – त्यौहार
शरद पूर्णिमा (16 अक्टूबर 2022) पर विश -डॉ. गोपाल चतुर्वेदी सनातन धर्म के सभी पर्वों व त्योहारों में शरद पूर्णिमा सर्वश्रेष्ठ है। यह शरद ऋतु का विशिष्ट पर्व है। इस दिन चन्दमा पृथ्वी के सबसे अधिक निकट होता है और चन्दमा की चाँदनी अत्यंत निर्मल व पावन होती है। शरद पूर्णिमा का चंद्रमा और उसकी […]
स्वामी दयानन्द जी सितम्बर, 1882 में मेवाड़ उदयपुर के महाराजा महाराणा सज्जन सिंह के अतिथि थे। नवरात्र के अवसर पर वहां भैंसों का वध रोकने की एक घटना घटी। स्वामी जी मूक पशुओं के वकील बने—जब विजयादशमी पर्व आया तो स्वामी जी बग्घी पर बैठकर दशहरा देखने गये तो नवरात्र पर्व पर बलि के लिए […]
============ प्रत्येक वर्ष भारत व देशान्तरों में जहां भारतीय रहते हैं, आश्विन शुक्ल पक्ष की दशमी को दशहरा पर्व मनाते हैं। इस पर्व से यह घटना जोड़ी जाती है कि इस दिन मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम ने अधर्म के पर्याय लंका के राजा रावण का वध किया था। क्या यह तिथि वस्तुतः रावण वध की […]
हिन्दी विश्व में सर्वाधिक तीसरे नंबर की बोले जाने वाली भाषा -सुरेश सिंह बैस शाश्वत राष्ट्र कोई भौगोलिक इकाई ही मात्र नहीं है, उससे अधिक कुछ और है। हमारी धर्म, भाषा, वेशभूषा, परंपरा रीतिरिवाज़ आदि के द्वारा बाहर से अलग दिखाई देने वाला राष्ट्र भीतर से एक ऐसे अंतर धारा से जुड़ा होता है, जो […]
गणेश चतुर्थी की वास्तविकता
आज गणेश चतुर्थी है। मुझे नहीं पता कि इसको हम क्यों मनाते हैं। मुझे यह भी नहीं पता कि गणेश आज के दिन पैदा हुए थे। यदि किसी को जानकारी हो तो मेरा ज्ञानवर्धन करने की कृपा करें। मेरी अविद्या को दूर करने का कष्ट करें। मेरी अज्ञानता से पर्दा उठाएं। यदि कुछ साथी ये […]
– सुरेश सिंह बैस ‘शाश्वत” एवी के न्यूज सर्विस साक्षरता और अंततः शिक्षा आज हमारी एक महती आवश्यकता और व्यक्तित्व निर्माण सर्वांगीण विकास के लिए एक अत्यंत आवश्यक जरूरत है। सर्वप्रथम तो सवाल उठता है कि शिक्षा हम मनुष्यों के जीवन में – क्यों आवश्यक है और साक्षरता एवं शिक्षा को क्यों […]
– सुरेश सिंह बैस शाश्वत एवी के न्यूज सर्विस भारतीय परंपरा में महिलाओं के लिये तीजा का व्रत सबसे अहम व्रत माना जाता है। भारतीय महिलायें चाहे वह विवाहित हों या कुंवारी कन्यायें यह व्रत सर्वगुण संपन्न पति की कामना और उसकी सुरक्षा कुशलता के लिये रखती हैं। इस व्रत के […]
आचार्य डॉ. राधेश्याम द्विवेदी द्वापर युग से जुड़ी हुई यह घटना है। भगवान विष्णु की माया कन्या ( अष्टभूजी) के रूप में अपने इष्टदेव के कार्य सिद्धि के लिए अवतरित होती है।अष्टभुजी मां भगवान कृष्ण की बहन के रूप में भी जानी जाती है। पापी कंस ने अपनी मृत्यु के डर से अपनी बहन देवकी […]
कृष्ण जन्माष्टमी की शुभकामनाएं। श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर विशेष आलेख की दूसरी किस्त गतांक से आगे। श्री कृष्ण एक कर्म योगी थे जो एक वैदिक विद्वान थे। चारों वेदों में लगभग 16000 ऋचाएं हैं। श्रीकृष्ण वेद की 16000 ऋचाओं के ज्ञाता थे। जिन्हें वास्तविक जानकारी नहीं होती है वे लोग अल्पज्ञता के कारण,व अविद्या के […]