Categories
पर्व – त्यौहार

मकर संक्रांति का वास्तविक पर्व पड़ता है 22 दिसंबर को

ओ३म् ========= 📷 श्री राधेश्याम गोयल ‘ढाणीवाला’, नीचम का एक लेख22 दिसम्बर को ‘‘सूर्य मकर रेखा पर” पाणिनी कन्या गुरुकुल की आचार्या जी से व्हटशप पर प्रसारित होकर हमें प्राप्त हुआ है। इस लेख में लेखक की दो बातों का हम उद्धृत कर रहे हैं। 1- 22 दिसम्बर को पृथिवी पर मकर रेखा पर जब […]

Categories
पर्व – त्यौहार स्वास्थ्य

पोहा है भारतीय फास्ट फूड

  एस बी मूथा चिवड़ा, चूड़ा, चूरा आदि नाम से जाना जाने वाला पोहा सबका प्रिय है। पोहा पेसिंग राइस से बनता है और इसे आयरन का एक बेहतर स्रोत माना गया है। पोहे को और अधिक पौष्टिक बनाने के लिए इसमें नींबू का रस और मौसमी सब्जियां मिलाकर भी बनाया जा सकता है। आजकल […]

Categories
पर्यावरण पर्व – त्यौहार

कोरोना की काली छाया और मांगलिक कार्यक्रम

  _-राजेश बैरागी-_ कल एक लग्न-सगाई कार्यक्रम में गया। मेजबान ने शहर के सबसे अच्छे बैंक्वेट हॉल में आयोजन किया था।सौ लोगों की सीमित संख्या का आदेश भी नहीं आया था परंतु समारोह से हर्ष उल्लास लापता था। थोड़ा सहज अनुभव कर रहे शासन प्रशासन की पेशानी पर फिर बल पड़ने लगे हैं। दिल्ली में […]

Categories
पर्व – त्यौहार

प्रकृति ,प्राचीन परंपरा, सनातनी आस्था और छठ

  संतोष पाठक छठ महापर्व की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें किसी विशेष देवता या भगवान की पूजा नहीं होती। न ही इस पूजा के लिए किसी मंदिर या पुजारी की जरूरत पड़ती है। इस महापर्व में सिर्फ व्रती होते हैं और प्रकृति होती है। छठ पूजा अपने आप में कोई धार्मिक पर्व […]

Categories
पर्व – त्यौहार

पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ जातिगत मतभेदों से ऊपर है छठ महापर्व

  – मुरली मनोहर श्रीवास्तव कांच ही बांस के बहंगिया, बहंगी लचकति जाय… बहंगी लचकति जाय… बात जे पुछेलें बटोहिया बहंगी केकरा के जाय ? बहंगी केकरा के जाय ?….. पर्यावरण संरक्षण की बात चल पड़ी है। प्रकृति के विभिन्न तत्वों के महत्ता को फिर से लोग समझने लगे हैं। हमारी सनातन परंपरा में प्रकृति […]

Categories
पर्व – त्यौहार

वैदिक पर्व दीपावली एवं ऋषि दयानंद का महाप्रस्थान दिवस

ओ३म् ========== स्वभाव से मनुष्य सुख प्राप्ति का इच्छुक रहता है। वह नहीं चाहता कि उसके जीवन में कभी किसी भी प्रकार का दुःख आये। सुख प्राप्ति के लिये सद्कर्म व धर्म के कार्य करने होेते हैं। अतः सत्कर्मों से युक्त प्राचीन वेदों पर आधारित वैदिक धर्म का पालन करते हुए मनुष्य अपने जीवन में […]

Categories
इतिहास के पन्नों से पर्व – त्यौहार भारतीय संस्कृति

धन्वंतरि त्रयोदशी का इतिहास

धन्वन्तरि का इतिहास-धन-त्रयोदशी को धन्वन्तरि-जयन्ती भी कहा जाता है। इतिहास में कई धन्वन्तरि हुये हैं, जिनमें २ कलियुग के पूर्व थे। धनु चाप के आकार का होता है जिससे बाण छोड़ते हैं। इसी प्रकार के यन्त्र द्वारा शरीर से शल्य निकालते हैं अतः शल्य चिकित्सक को धन्वन्तरि कहा गया है। शल्य चिकित्सा तथा आयुर्वेद कई […]

Categories
पर्व – त्यौहार

दीपावली भैया दूज आदि के बारे में विशेष जानकारी

दीपावली का त्यौहार जिस दिन मनाया जाता है, उसे से दो दिन पहले और दो दिन बाद तक कोई ना कोई आयोजन चल रहे होते हैं। इनकी शुरुआत धन्वन्तरि की उपासना यानी धनतेरस से शुरू हो जाती है। अगर आप स्वस्थ नहीं हैं, तो कोई सुख लेने में समर्थ ही नहीं होंगे। मिठाई जैसी चीज़ें […]

Categories
पर्यावरण पर्व – त्यौहार भारतीय संस्कृति

वैदिक साधन आश्रम तपोवन में सात दिवसीय सामवेद पारायण यज्ञ आरंभ

ओ३म् ========== वैदिक साधन आश्रम तपोवन, देहरादून में आज प्रातः 7.00 बजे से सामवेद पारायण यज्ञ का शुभारम्भ हुआ। यज्ञ के ब्रह्मा स्वामी चित्तेश्वरानन्द सरस्वती जी हैं। यज्ञ में अनेक आर्य विदुषियां एवं विद्वान भाग ले रहे हैं। यह यज्ञ सात दिवस चलेगा। सामवेद पारायण यज्ञ तीन यज्ञकुण्डों वा वेदियों में किया गया। देश के […]

Categories
पर्व – त्यौहार समाज

छठ पूजा : भारतीय समाज में अंधविश्वास के बढ़ते कदम

…………………………………. छठपूजा, ग्रहपूजा, ग्रन्थपूजा गणेश पूजा, शिवलिंगपूजा, दिशापूजा, पाषाणपूजा, मूर्तिपूजा,मजारपूजा, फलितज्योतिष,, राशिफल, जन्मपत्री आदि ठग विद्याएं हैं पाखंड लीलाएं हैं।संविधान की मूल भावना के विपरित हैं। संविधान की धारा 51A जनता को अन्धविश्वास से मुक्त कर वैज्ञानिक सोच देने को कहती हैं। छठ पूजा का त्योहार जो पहले मुख्य रूप से बिहार के कुछ भागों […]

Exit mobile version