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पर्व – त्यौहार

ऋषि भूमि भारत का पर्व श्रावणी उपाकर्म*।

* लेखक आर्य सागर खारी 🖋️ वैदिक संस्कृति पर्व प्रधान रही है। वैदिक संस्कृति के नियामक ग्रंथ ग्रह्य सूत्र हैं। आपस्तम्ब आश्वलायन, गोभिल, पारस्कर जैसे असंख्य ऋषियों द्वारा समय समय पर वेदानुकूल प्रणीत ग्रह्य सूत्रों ने भारतीय जीवन को परिष्कृत नियमित व्यवस्थित आदर्श बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है ।अध्यात्म आधिदैव, धर्माचार, कर्तव्य ,यज्ञ कर्मकांडादि […]

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पर्व – त्यौहार

झरता है सास -बहू का प्रेम प्रपात पारिवारिक रिश्तों को प्रगाढ़ करने का संदेश संवहित करती है लोक रस्म – बैरका

डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 पर्व और त्योहार मनाने की वागड़ अंचल की अपनी अनूठी परम्पराएँ और अँदाज रहे हैं जिनमें पारिवारिक आत्मीयता, सामजिक सौहाद्र्र और परिवेशीय संगीत प्रतिध्वनित होता है। रक्षाबंधन आम तौर पर सारे देश में मनाया जाने वाला पर्व है किन्तु वाग्वर अंचल में इसके साथ एक सामाजिक रस्म भी सदियों से जुड़ी […]

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पर्व – त्यौहार

*रक्षाबंधन एवं श्रावणी- उपाकर्म पर्व*

Dr D K Garg साभार: भारतीय पर्व एवं परंपरा Dr D K Garg पर्व का इतिहास और कारण: रक्षा बंधन के त्यौहार की परम्परा कब शुरू हुई, इसे मनाने की कोई भी प्रमाणिक जानकारी हमारे शास्त्रों, धर्म ग्रंथों जैसे वेद श्रीमद्भगवतगीता, पुराण, आयुर्वेद इत्यादि में नही मिलती है। वैसे उपलब्ध इतिहास से मालुम होता हैं […]

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श्रावणी व रक्षाबन्धन पर्व आगामी 30 अगस्त पर- “वेदों का स्वाध्याय एवं वैदिक जीवन जीने का पर्व है श्रावणी पर्व”

ओ३म् ========== श्रावण मास की पूर्णिमा के दिन देश के आर्य व हिन्दू बन्धु श्रावणी पर्व को मनाते हैं। वैदिक धर्म तथा संस्कृति 1.96 अरब वर्ष पुरानी होने से विगत तीन-चार हजार वर्ष पूर्व उत्पन्न अन्य सब मत-मतान्तरों से प्राचीन है। वैदिक धर्म के दीर्घकाल के इतिहास में लगभग पांच हजार वर्ष पूर्व हुए महाभारत […]

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सोमवती अमावस्या* भाग-२

* डॉ डी के गर्ग साभार : भारतीय पर्व और परम्परा -द्वारा डॉ डी के गर्ग 4) व्रत और उपवास की धार्मिक वास्तविकता एक निश्चित अवधि के लिए भोजन और पेय पदार्थों को त्यागने की क्रिया को उपवास (fasting) कहा जाता है। दूसरे शब्दों में अन्न और जल न ग्रहण करने की क्रिया उपवास कहलाता […]

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श्रावणी पर्व : ज्ञान प्राप्ति और स्वास्थ्य रक्षा का स्वर्णिम अवसर है ‘श्रावणी पर्व’

डॉ डी के गर्ग भाग-2 श्रावण माह में स्वास्थ्य रक्षा कैसे करें – १ . आयुर्वेद में उपवास रखना स्वास्थय के लिए जरुरी बताया है। २ सात्विक भोजन ,शाकाहारी और प्याज ,लहसुन से दूर रहे ३ हरी पत्तेदार सब्जिया ,पत्ता गोभी में कीट होने की सम्भावना होती है। ध्यान रखें ४ दही और कढ़ी , […]

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श्रावणी पर्व : ज्ञान प्राप्ति और स्वास्थ्य रक्षा का स्वर्णिम अवसर है ‘श्रावणी पर्व’*

* डॉ डी के गर्ग भाग-१ श्रावणी पर्व का भारतीय समाज में विशेष महत्व है। मनुस्मृति में इस दिन को उपाकर्म करने का दिन कहा गया है। श्रावणी पूर्णिमा एक मास के आध्यात्मिक ज्ञान रूपी यज्ञ की पूर्णाहुति है। इस श्रावणी उपाकर्म के अंतर्गत वेदों के श्रवण-मनन का विशेष महत्व है। इस पर्व में वैदिक […]

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देव शयनी एकादशी रहस्य* भाग 2

* भाग 2 अंतिम Dr DK Garg मां अम्बे गौरी दुर्गा :– जितने ‘देव’ शब्द के अर्थ लिखे हैं उतने ही ‘देवी’ शब्द के भी हैं। परमेश्वर के तीनों लिंगों में नाम हैं। जैसे-‘ब्रह्म चितिरीश्वरश्चेति’। जब ईश्वर का विशेषण होगा तब ‘देव’ जब चिति का होगा तब ‘देवी’, इससे ईश्वर का नाम ‘देवी’ है। दुर्गाणि […]

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देव शयनी एकादशी रहस्य*

Dr DK Garg भाग;१ पौराणिक विश्वास : आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को ही देवशयनी एकादशी कहा जाता है। कहीं-कहीं इस तिथि को ‘पद्मनाभा’ भी कहते हैं। देव शयनी एकादशी को भगवान विष्णु चार महीने के लिए सो जाते है । इस दिन से भगवान श्री हरि विष्णु क्षीरसागर में शयन करते हैं […]

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ईद मुबारिक —- बलि का महत्त्व

ईद मुबारिक —- बलि का महत्त्व ईद का हिन्दी पर्याय त्यौहार । ईद अथवा त्यौहार वह विशेष दिन है जो किसी महत्त्वपूर्ण कार्य अथवा धार्मिक आस्थाओं के कारण वर्ष के शेष दिनों से विशिष्टता रखता है । इस दिन कुछ विशेष रीतिरिवाज किये जाते हैं । मुसलमान लोग वर्ष में दो ईद मनाते हैं । […]

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