अंकित सिंह महाराजा का निधन लक्ष्मी बाई के लिए किसी सदमे से कम नहीं था। बावजूद इसके लक्ष्मीबाई घबराई नहीं, उन्होंने अपना विवेक नहीं खोया। राजा गंगाधर राव ने अपने जीवन काल में ही अपने परिवार के बालक दामोदर राव को दत्तक पुत्र मानकर अंग्रेजों को सूचना दे दी थी। भारत का इतिहास महान विभूतियों […]
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जो व्यक्ति पहले दिन से ही ‘मुकम्मल आजादी’ की बात करता आ रहा था और जिसका दृष्टिकोण भारतभक्ति न होकर निजी स्वार्थ और अपने दीन की खिदमत करना रहा हो, उससे यह कैसे अपेक्षा की जा सकती थी कि वह कश्मीर में शांति बहाली के लिए काम करेगा ? उसने बड़ी चालाकी से अपने मित्र […]
हितेश शंकर भाजपा ने नुपूर शर्मा का निलंबन और नवीन जिंदल का निष्कासन कर ठीक नहीं किया। दूसरी तरफ मुस्लिम समुदाय की ओर से अतिरेकी टिप्पणियां थीं। भाजपा द्वारा कार्रवाई के बाद इस प्रकरण का पटाक्षेप हो गया, यह नहीं मानना चाहिए। यहां हमें देखना चाहिए कि राजनीति तो अपने तरीके से काम करती है […]
जब महाराजा हरि सिंह को अपमानित करके नेहरू और शेख अब्दुल्लाह ने उन्हें मुंबई निर्वासन पर भेज दिया तब अब्दुल्लाह ने भारत के संविधान में सबसे विवादित धारा 370 को स्थापित करने के लिए अपने मित्र नेहरू को तैयार किया। इस धारा को भारत के संविधान में स्थापित करवाकर शेख अब्दुल्लाह इस बात को सुनिश्चित […]
पढ़ाई, टेलीविजन, सिनेमा और आपसी बातचीत से सच्चे इतिहास को नहीं जाना जा सकता। इसके लिए पुस्तकें पढ़ना सर्वश्रेष्ठ साधन है। अपने और अपने बच्चों के सुरक्षित भविष्य के लिए अवश्य पढ़िए। _________________ 1-इस्लाम के दीपक ₹200 2-चौदहवीं का चाँद ₹150 3-मालाबार और आर्यसमाज ₹60 4-भारत में मुस्लिम आक्रांताओं का इतिहास ₹120 चारों पुस्तकें ₹550 […]
-प्रियांशु सेठ (आज 18 जून, महारानी लक्ष्मीबाई की पुण्यतिथि पर विशेष रूप से प्रकाशित) स्वराज्य की रक्षा में अपना सर्वस्व निछावर कर देने वाली महारानी लक्ष्मीबाई के जीवन की स्मृतियों का स्मरण कर प्रत्येक देशप्रेमियों का मन पुलकित हो उठता है। उनकी जीवनी से हम इस बात की प्रेरणा ग्रहण करते हैं कि यदि स्वराज्य […]
डा. राधे श्याम द्विवेदी आज ही के दिन कांग्रेस ने 1947 में 14-15 जून को नयी दिल्ली में हुए अपने अधिवेशन में बंटवारे के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी।इसे देश के बंटवारे को इतिहास की सबसे दुखद घटनाओं में शुमार किया जाता है। यह सिर्फ दो मुल्कों का नहीं बल्कि घरों का, परिवारों का, रिश्तों […]
अमित सिवाहा हरियाणा में शुद्धि का आन्दोलन आर्यसमाज के आविर्भाव के कुछ काल पश्चात् ही आरम्भ हुआ। सर्वप्रथम यह कार्य स्वामी श्रद्धानन्द के नेतृत्व में आरम्भ हुआ। सन् १ ९ २२ में रिवाड़ी आर्यसमाज के उत्सव पर स्वामी श्रद्धानन्द जी पधारे और अन्य धर्मावलम्बियों को शुद्ध करने पर जोर दिया। इसका परिणाम कि भगवान्दास तथा […]
जिनकी रक्तवाह्नियो में सनातन धर्म प्रवाहित होता है उनके समक्ष आयु सीमा का कोई बन्धन नही होता। हम बात कर रहे हैं भदरी रियासत के बड़े महाराज राजा उदय प्रताप सिंह जी की जिनकी आयु लगभग 89 वर्ष की हो चुकी है । इस आयु में ज्यादातर सनातनी अपने पारिवारीक व सामाजिक दायित्वों से दूर […]
डॉ. प्रभात कुमार सिंघल श्रावस्ती प्राचीन काल से जैन और बौद्ध धर्म के लिए प्रसिद्ध तीर्थस्थल रहा है। उत्तरप्रदेश में अयोध्या के समीप शिक्षा और संस्कृति का प्रसिद्ध केंद्र रहा है। इसकी पहचान विश्व के कोने-कोने में आज बौद्ध और जैन पर्यटक स्थल के रूप में है। प्रााकृतिक, धार्मिक स्थलों और विभिन्न देशों की कला […]