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इतिहास के पन्नों से

*राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का पराक्रम* “दिल्ली पर पाकिस्तानी कब्जे की योजना”

————————————————— 9 सितम्बर 1947 की मध्यरात्रि को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के द्वारा सरदार पटेल को सूचना दी गई कि 10 सितम्बर को संसद भवन उड़ा कर व सभी मन्त्रियों की हत्या करके लाल किले पर पाकिस्तानी झण्डा फहरा देने की दिल्ली के मुसलमानों की योजना है। सूचना क्योंकि संघ की ओर से थी, इसलिये अविश्वास […]

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इतिहास के पन्नों से

असली दशानन (रावण) कौन ?

#डॉ_विवेक_आर्य प्रत्येक वर्ष की भांति दशहरे का त्योहार आ गया। सब लोग विशेष रूप से रावण के जलने का इंतजार कर रहे हैं। सभी मर्यादा पुरुषोतम श्री रामचन्द्र जी महाराज को याद करते है कि किस प्रकार से उन्होंने राक्षस रावण का वध कर धरती को पापी से मुक्त किया था। आज उनके उस पवित्र […]

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इतिहास के पन्नों से

ताज महल या तेजो महालय? शाहजहाँ ने निर्माण करवाया इसके प्रमाण नहीं, बने फैक्ट फाइंडिंग कमेटी

आगरा के ताज महल (Taj Mahal) का सच क्या है? इसका पता लगाने की अपील करते हुए सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में याचिका दायर की गई है। इसमें कहा गया है कि इस बात के वैज्ञानिक प्रमाण नहीं हैं कि शाहजहाँ (Shah Jahan) ने ताज महल का निर्माण करवाया था। विवाद निपटारे और इसकी असली […]

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इतिहास के पन्नों से हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

श्याम जी कृष्ण वर्मा : महर्षि दयानन्द द्वारा दिशा निर्देश पाने वाले क्रान्तिकारियो के आश्रयदाता

जन्म: 4 अक्टूबर 1857, मांडवी, कच्छ, गुजरात स्वामी दयानंद सरस्वती का साहित्य पढ़ने के बाद श्यामजी कृष्ण वर्मा उनके राष्ट्रवाद और दर्शन से प्रभावित होकर पहले ही उनके अनुयायी बन चुके थे। स्वामी दयानंद सरस्वती की प्रेरणा से ही उन्होंने लन्दन में ‘इंडिया हाउस’ की स्थापना की थी जिससे मैडम कामा, वीर सावरकर, वीरेन्द्रनाथ चटोपाध्याय, […]

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Uncategorised इतिहास के पन्नों से

कितना शक्तिशाली था चोल साम्राज्य,

के वी रमेश चोलों ने 8वीं-9वीं शताब्दी से 13वीं शताब्दी तक दक्षिण में, मुख्य रूप से तमिल क्षेत्र पर शासन किया ।उन्हें पल्लवों, चेरों और उत्तर के काकतीयों के साथ निरंतर चुनौतियां मिलती रहीं। ऐसे ही पश्चिम के राष्ट्रकूट, गंगा और चालुक्य के साथ उनका संघर्ष लगता रहा I हालांकि, इन संघर्षों में जीत-हार का […]

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कोहिनूर हीरा भारत वापस लाना है तो करने होंगे कुछ काम

आरएस चौहान ब्रिटेन की महारानी एजिलाबेथ द्वितीय के निधन के बाद कोहिनूर हीरा भारत को वापस करने की मांग उठने लगी। भारत और दूसरे देशों को पूरा हक भी है कि वो लूटी गई अपनी अकूत संपदा को लौटाने की मांग जोर-शोर से उठाएं। इसी वर्ष मार्च महीने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे के […]

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बेमिसाल है लाल बहादुर शास्त्री का व्यक्तित्व

जयंती विशेषः नैतिकता की मिसाल थे लाल बहादुर शास्त्री श्वेता गोयल स्वतंत्रता संग्राम के दौरान 1940 के दशक में लाला लाजपत राय की संस्था ‘सर्वेंट्स ऑफ इंडिया सोसायटी’ द्वारा गरीब पृष्ठभूमि वाले स्वतंत्रता सेनानियों के परिवारों को जीवनयापन हेतु आर्थिक मदद दी जाया करती थी। उसी समय की बात है, जब लाल बहादुर शास्त्री जेल […]

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कथित राष्ट्रपिता गांधी पर भारी राष्ट्रपुत्र भगत सिंह

*गांधी के कुटिल राष्ट्र घातक चिंतन कुविचारो का सर्वप्रथम वैचारिक बौद्धिक वध भगत सिंह ने ही किया*। ___________________________________________ आर्य सागर खारी✍✍✍✍ मोहनदास करमचंद गांधी हाड मास का पुतला ही नहीं जैसा भौतिक विज्ञानी अल्बर्ट आइंस्टाइन ने उनके विषय में कहा था। गांधी अनेक दुर्गुण दोषो का भी पुतला थे। गांधी को परनिंदा करने में बहुत […]

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गांधी ,गांधीवाद और देश की समस्याएं

डॉ राकेश कुमार राणा देश की स्वतंत्रता के 75वें वर्ष में आजादी का अमृत महोत्सव मनाते हुए गांधी के सपनों के भारत की दिशा में हम कितना बढ़े हैं इसका भी मूल्यांकन करना उतना ही समीचीन है जितना संघषों से प्राप्त की गई अपनी इस आजादी का। गांधी की भारत की कल्पना क्या थी? वह […]

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जब नेहरू ने ठुकरा दिया था नेताजी सुभाष चंद्र बोस का स्मारक बनाने का प्रस्ताव

नेहरू ने नेताजी का स्मारक बनवाने का प्रस्ताव क्यों ठुकराया था? अखिलेश झा बात साल 1960 की है। दूसरी लोकसभा का शीतकालीन सत्र चल रहा था। 2 दिसंबर 1960 को निचले सदन में एक प्रस्ताव रखा गया कि जापान के रेंकोजी मंदिर से नेताजी सुभाषचन्द्र बोस की अस्थियों को भारत लाया जाए। नेताजी की अस्थियों […]

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