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इतिहास के पन्नों से

महाकाल का इतिहास: हजार साल पहले इल्तुतमिश ने तोड़ा, अब फिर 190 मूर्तियों की स्थापना से हुआ आलोकित

उगता भारत ब्यूरो कहा जाता है कि महाकाल मंदिर का निर्माण द्वापर युग से भी पहले हुआ था । कई पौराणिक और काव्य कथाओं में महाकाल मंदिर का उल्लेख मिलता है। इतिहास बताता है कि महाकाल मंदिर पर कई बार आक्रमण हुआ। 11वीं सदी में इल्तुतमिश ने मंदिर को नष्ट कर दिया था. बाद में […]

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देखते ही गोली मारने के आदेश के बावजूद 56 धोतियों की रस्सी बना कर जब निकल भागे थे जयप्रकाश नारायण जेल से

नितेश कुमार लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जयंती है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें श्रद्धांजलि दी है। पीएम मोदी ने ट्वीट किया, ‘लोकनायक जयप्रकाश नारायण को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि। भारत के लिए उनका योगदान अतुलनीय है। उन्होंने लाखों लोगों को राष्ट्र निर्माण के प्रति समर्पित होने की प्रेरणा दी। लोकतांत्रिक आदर्शों के […]

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जब स्वामी भीष्म जी का हुआ था एक डाकू से सामना

स्वामी भीष्म जी यूँ तो कभी किसी बारात-विवाह आदि में नहीं जाते थे मगर एक बहुत बड़े धनाढ्य सेठ जी जो उनका बहुत मान करते थे और उन्हें गुरु जी कहते थे, तो उनके बार-बार कहने पर उनके पुत्र के विवाह में बारात में मेरठ जाने के लिए तैयार हो गए । उस जमाने में […]

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श्रीसम्प्रदाय के आचार्य श्री पुण्डरीकाक्ष से संबंधित  विवेचन

आचार्य डा. राधे श्याम द्विवेदी पुण्डरीकाक्ष का शाब्दिक विवेचना :- पुण्डरीकाक्ष का सामान्य अर्थ होता है -” जिसकी अक्ष रूपी इंद्रियां पुंडरीक बन गयी हों”। एक प्रकार की विशिष्टता को ही पुंडरीक कहा जाता है। सामान्य को कण्डरीक कहा जाता है और कण्डरीक का विपरीतार्थक पुण्डरीक होता है। संस्कृत में पुण्डरीकाक्ष का अर्थ “श्वेत पद्म […]

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अब से लगभग 800 वर्ष पहले की उज्जैन नगरी

——- #विजयमनोहरतिवारी सन् 1235…तीन सौ सालों से इस इलाके पर परमार राजवंश के राजाओं की हुकूमत है। राजा भोज ने परमारों के वैभव में चार चांद लगा दिए थे। उनके बाद उदयादित्य और नरवर्मन जैसे सम्राटों ने भी भोज की शानदार परंपराओं को जारी रखा था। आसमान को चूमने वाले बेमिसाल मंदिर इन शहरों में […]

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*कैसे भूल जाएं ये सब..?*

😥 वो समयकाल था ईसा के बाद की ग्यारहवीं सदी। भारत की अपनी पश्चिमोत्तर सीमा पर अभी-अभी ही राजा जयपाल की पराजय हुई थी। इस पराजय के तुरंत पश्चात का अफगानिस्तान के एक शहर गजनी का एक बाजार का दृश्य… ऊंचे से एक चबूतरे पर खड़ी कम उम्र की सैकड़ों हिन्दू स्त्रियों की भीड़ जिनके […]

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नोआखाली/कोलकाता के दंगों में आर्यसमाज

आज 10 अक्टूबर का दिन है। आज के ही दिन 1946 में अविभाजित बंगाल के नोआखाली में 80% मुस्लिम बहुल जनसंख्या वाले प्रान्त में 20 % हिन्दू अल्पसंख्यक जनसंख्या पर मजहबी कहर बरपाना आरम्भ किया था। हिन्दुओं की घर संपत्ति लूट ली गई। हज़ारों की संख्या में उन्हें मार डाला गया। महिलाओं की इज्जत लूटी […]

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देश की आजादी के लिए बम बनाने क्रांतिकारी वीरांगना वाली दुर्गा भाभी

विनोद सिंह सिराथू तहसील के शहजादपुर गांव में जन्मीं दुर्गा भाभी ने अंग्रेजों से कई बार लोहा लिया था। वह क्रांतिकारियों की हर योजना का हिस्सा थीं। वह बम बनाने के अलावा अंग्रेजों से लोहा लेने जा रहे क्रांतिकारियों को टीका लगाकर भेजती थीं। देश की आजादी की लड़ाई में वीरांगना दुर्गा भाभी का अहम […]

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कुरान को सर्वप्रथम हिन्दी भाषा में अनुवाद (translate) कराने का श्रेय महर्षि दयानंद को है-

।।ओ३म्।। कुरान को सर्वप्रथम हिन्दी भाषा में अनुवाद (translate) कराने का श्रेय महर्षि दयानंद को है- स्वामी दयानन्द पहले व्यक्ति हैं जिन्होंने सर्वप्रथम अपनी आत्म-कथा लिखी।इस आत्म-कथा के हिन्दी में होने के कारण हिन्दी को ही इस बात का गौरव है कि आत्म-कथा साहित्य का शुभारम्भ हिन्दी व स्वामी दयानन्द से हुआ। स्वामी दयानन्द के […]

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रानी दुर्गावती ने वीरमरण स्वीकार किया वेद धर्म के लिए

शत्-शत् नमन 5 अक्टूबर/जन्मदिवस, ज्वालारूपी रानी दुर्गावती जिनका हत्यारा था वो अकबर जिसे साजिशन बनाया गया महान* अकबर की महानता के गुण गाने वालों को आज पता भी नहीं होगा की आज किसका जन्म दिवस है। उन्हें भी नहीं पता होगा जिन्होंने आज़ादी , शौर्य , वीरता और बलिदान को केवल दो या चार परिवारों […]

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