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इतिहास के पन्नों से

महाजनपद काल – एक सम्पूर्ण यात्रा (भाग-6)-कौशल महाजनपद

उगता भारत ब्यूरो कौशल महाजनपद कौशल / कोसल / कोशल महाजनपद- उत्तरी भारत का प्रसिद्ध जनपद जिसकी राजधानी विश्वविश्रुत नगरी अयोध्या थी। जिसमें उत्तर प्रदेश के फैजाबाद ज़िला, गोंडा और बहराइच के क्षेत्र शामिल थे।इन जनपद की सीमाएँ पूर्व में सदानीर नदी (गण्डक), पश्चिम में पंचाल, सर्पिका या स्यन्दिका नदी (सई नदी) दक्षिण और उत्तर […]

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7 जनवरी/बलिदान-दिवस महिदपुर के सेनानी अमीन सदाशिवराव

1857 का स्वाधीनता संग्राम भले ही सफल न हुआ हो; पर उसने सिद्ध कर दिया कि देश का कोई भाग ऐसा नहीं है, जहां स्वतन्त्रता की अभिलाषा न हो तथा लोग स्वाधीनता के लिए मर मिटने का तैयार न हों। मध्य प्रदेश में इंदौर और उसके आसपास का क्षेत्र मालवा कहलाता है। 1857 में यह […]

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यह पुस्तक इतिहास की पुस्तक नहीं, स्वयं में इतिहास है* ————————-

आर्य सागर खारी🖋️ यह उपरोक्त वाक्य विनायक दामोदर सावरकर लिखित “18 57 का स्वतंत्रता समर” पुस्तक के विषय में एकदम सटीक है| एक मराठी युवक विनायक कानून की पढ़ाई के लिए विलायत जाता है… इंग्लैंड में उसका परिचय महर्षि दयानंद के अनन्य शिष्य, संस्कृत के विद्वान महान देशभक्त श्यामजी कृष्ण वर्मा से होता है… उस […]

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महाजनपद काल – एक सम्पूर्ण यात्रा (भाग-5)-वत्स महाजनपद

उगता भारत ब्यूरो वत्स महाजनपद वत्स महाजनपद 16 महाजनपदों में से एक है। आधुनिक उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद तथा मिर्ज़ापुर ज़िले इसके अर्न्तगत आते थे। इस जनपद की राजधानी कौशांबी (ज़िला इलाहाबाद,उत्तर प्रदेश) थी। ओल्डनबर्ग के अनुसार ऐतरेय ब्राह्मण में जिन वंश के लोगों का उल्लेख है वे इसी देश के निवासी थे।उत्तरपूर्व में यमुना […]

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25 मानचित्रों में भारत के इतिहास का सच, भाग ……22

अकबर का साम्राज्य अकबर का हमारे प्रचलित इतिहास में बहुत अधिक गुणगान किया गया है। यदि हम उसके साम्राज्य पर विचार करें तो पता चलता है कि उसका राज्य संपूर्ण भारत पर तो छोड़िए आधे भारत पर भी नहीं रहा । इसके उपरांत भी उसे सारे हिंदुस्तान का सम्राट घोषित कर बार-बार उसका महिमामंडन किया […]

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महाजनपद काल – एक सम्पूर्ण यात्रा (भाग-4)- शूरसेन महाजनपद

उगता भारत ब्यूरो शूरसेन / सूरसेन / शौरसेनाई / शौरि महाजनपद शूरसेन महाजनपद उत्तरी-भारत का प्रसिद्ध जनपद था, मथुरा और उसके आसपास के क्षेत्र इस जनपद में शामिल थे,आधुनिक मथुरा नगर ही इसकी राजधानी था।प्राचीन मथुरा के आस-पास जो राज्य कायम हुआ, उसका पुराना नाम `शूरसेन’ मिलता है । यह नाम किस व्यक्ति विशेष के […]

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छत्रपति शिवाजी- एक महान मराठा शासक

उगता भारत ब्यूरो शिवाजी (पूरा नाम: ‘शिवाजी राजे भोंसले’, जन्म: 19 फ़रवरी, 1630 ई.; मृत्यु: 3 अप्रैल, 1680 ई.) पश्चिमी भारत के मराठा साम्राज्य के संस्थापक थे। शिवाजी के पिता का नाम शाहजी भोंसले और माता का नाम जीजाबाई था। सेनानायक के रूप में शिवाजी की महानता निर्विवाद रही है। शिवाजी भारत के महान् योद्धा […]

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महाजनपद काल – एक सम्पूर्ण यात्रा (भाग-3)-पांचाल महाजनपद

उगता भारत ब्यूरो पांचाल महाजनपद पांचाल पौराणिक 16 महाजनपदों में से एक है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बरेली, बदायूँ और फर्रूख़ाबाद ज़िलों से परिवृत प्रदेश का प्राचीन नाम है। यह कानपुर से वाराणसी के बीच के गंगा के मैदान में फैला हुआ था। इसकी दो शाखाएँ थीं- *पहली शाखा उत्तर पांचाल की राजधानी अहिच्छत्र थी। […]

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“25 मानचित्रों में भारत के इतिहास का सच” ….21

चोल साम्राज्य चोल साम्राज्य भारत का बहुत महत्वपूर्ण साम्राज्य रहा है। जिसे वर्तमान इतिहास में कूड़ेदान में उठाकर फेंक दिया गया है। जबकि यह भारतवर्ष का एकमात्र ऐसा साम्राज्य था जिसने भारत के बाहर भी भारत के यश की पताका फहराई थी। यह पहला ऐसा साम्राज्य था जिसके शासकों ने भारत में नेवी अर्थात जल […]

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राजपूतों का उद्भव

उगता भारत ब्यूरो 9वीं 10वीं शताब्दी के बीच उत्तर भारत में एक नये शासक वर्ग का उदय हुआ, जो राजपूत कहलाये। मुख्यतः यह राजपूत राजवंश प्रतिहार साम्राज्य के अवशेषों से उभरे थे। 10वीं से 12वीं शताब्दी तक उत्तरी, पश्चिमी और मध्य भारत के एक बढ़े क्षेत्र पर इनका राजनैतिक वर्चस्व बना रहा। उनके आधीन एक […]

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