हल्दीघाटी के विजेता महाराणा प्रताप पूर्व में हम यह स्पष्ट कर चुके हैं कि हल्दीघाटी के युद्ध में महाराणा प्रताप की मुट्ठी भर सेना ने ही मुगलों की विशाल सेना के पैर उखाड़ दिए थे। महाराणा प्रताप की सेना में सम्मिलित भीलों ने उस समय भारी – भारी पत्थरों के टुकड़े एकत्र कर ऊंचाई पर […]
Category: इतिहास के पन्नों से
आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस है। इस अवसर पर हम अपने देश की अनेक महान नारियों को स्मरण कर रहे हैं। हम यहां पर वैदिक काल की अपाला ,घोषाल ,मदालसा ,अनुसूया आदि के बारे में बात न करके भारत के पिछले 1200 – 1300 वर्ष के इतिहास के कालखंड पर विचार करें तो हमें पता चलता […]
आर्य सागर खारी🖋️ अनादि काल से भारत माता वीरों की जननि रही है | यह एक काव्यात्मक अलंकारिक कथन है निसंदेह भारत मां वीरों को पैदा करती है लेकिन वीरों को जनने का यह पवित्र महान कार्य भारत माता अपनी पुत्रियों को सौंप देती है | ब्रिटिश साम्राज्यवादी भारत में ऐसी ही भारत माता की […]
इस शीर्षक को पढ़ कर आप अवश्य चौकेंगे, लेकिन सत्ता पिपासा के लिए जवाहरलाल नेहरू के ये कुछ व्यक्तिगत रहस्य भी जानने से यह स्पष्ट होता है कि स्वतंत्रता के उपरान्त भी भारत क्यों अपने गौरव को पुन: स्थापित न कर सका __ विनोद कुमार सर्वोदय श्री नरेन्द्र सिंह जी जो ‘सरीला’ रियासत (टीकमगढ़ के […]
महाराणा प्रताप का पराक्रम युद्ध में महाराणा प्रताप किस प्रकार अपने पराक्रम का प्रदर्शन कर रहे थे ? इसके बारे में कर्नल टॉड ने भी हमें बहुत कुछ बताया है। वह लिखता है कि – “अपने राजपूतों और भीलों के साथ मारकाट करता हुआ प्रताप आगे बढ़ने लगा। लेकिन मुगलों की विशाल सेना को पीछे […]
ओ३म् ========= देश की आजादी से पूर्व हैदराबाद एक मुस्लिम रियासत थी। वहां हिन्दुओं के बड़ी जनसंख्या में होने पर भी उनके धार्मिक अधिकारों को प्रायः छीन लिया गया था। वहां हिन्दू मन्दिरों में लाउडस्पीकर लगाकर अपने धार्मिक आयोजन नहीं कर सकते थे। जलूस आदि नहीं निकाल सकते थे। वैदिक धर्म प्रचारकों पर भी वहां […]
राजार्यसभा और हरयाणा हरयाणा के आर्यों ने राजनीति में पर्याप्त भाग लिया है । यहां जो आर्यसमाजी हैं वे ही कांग्रेसी हैं । जो कोई कांग्रेसी आर्यसमाजी नहीं है , वही ढीला है । हरयाणा प्रान्त के लगभग सभी वर्तमान एम.एल.ए. आर्यसमाजी हैं , किन्तु आगे जाकर अपने स्वरूप को भूल जाते हैं । शेर […]
महाराणा प्रताप का पराक्रम युद्ध में महाराणा प्रताप किस प्रकार अपने पराक्रम का प्रदर्शन कर रहे थे ? इसके बारे में कर्नल टॉड ने भी हमें बहुत कुछ बताया है। वह लिखता है कि – “अपने राजपूतों और भीलों के साथ मारकाट करता हुआ प्रताप आगे बढ़ने लगा। लेकिन मुगलों की विशाल सेना को पीछे […]
महाराणा प्रताप और शक्ति सिंह महाराणा प्रताप और अकबर दोनों युद्ध की तैयारी में लगे हुए थे। जून 1576 ई0 में अकबर ने मेवाड़ पर आक्रमण कर दिया। अकबर और महाराणा प्रताप के मध्य हुए इस युद्ध को ही इतिहास में हल्दीघाटी के युद्ध के नाम से पुकारा जाता है। इस युद्ध का आंखों देखा […]
ओ३म् -रामनवमी पर्व 30 मार्च पर- -मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। चैत्र शुक्ल नवमी आर्यों व हिन्दुओं का ही नहीं अपितु संसारस्थ सभी विवेकशील लोगों के लिए आदर्श मर्यादा पुरुषोत्तम श्री रामचन्द्र जी का जन्म दिवस पर्व है। इस पर्व को श्री रामचन्द्र जी के भक्त अपनी अपनी तरह से सर्वत्र मनाते हैं। हम वैदिक धर्मी […]