देशवासी प्रायः यह सोचते हैं कि देश विभाजन का कार्य जिन्ना ने किया। मगर बहुत कम को ज्ञात हैं कि मुसलमानों को राष्ट्रविरोधी बनाने में अलीगढ मुस्लिम का हाथ रहा है। इसके संस्थापक सर सैय्यद अहमद खान ने लिखा था कि-मैं किसी भी रूप में हिंदुस्तान को एक राष्ट्र मानने को तैयार नहीं हूँ। अपनी […]
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नोट―यह उपदेश सभी स्त्रियों के लिए बहुत प्रेरक उपदेश है, आचरण में लायें। देवो मनुष्यो गन्धर्वो युवा चापि स्वलंकृत: । द्रव्यवानभिरुपोवा न मेऽन्य: पुरुषोमत: ।। भावार्थ― देवता, मनुष्य, गन्धर्व, युवक अच्छी सज धज वाला धनवान अथवा परम सुन्दर कैसा ही पुरुष क्यों न हो, मेरा मन भर्ता (पति) को छोड़कर कहीं नहीं जाता। दुर्व्याह्रताच्छंकमाना दु:स्थिताद् […]
चित्तौड़गढ की रानी द्वारा हुमायूं को राखी भेजने की कथा का तथ्यात्मक विश्लेषण गर्म रक्त चमड़ी की गन्ध याद रखना हिंदुओं राखी का ऐतिहासिक झुठ – सन 1535 दिल्ली का शासक है बाबर का बेटा हुमायूँ . उसके सामने देश में दो सबसे बड़ी चुनौतियां हैं, पहला अफगान शेर खों और दूसरा गुजरात का शासक […]
अनन्या मिश्रा भीकाजी रुस्तम कामा एक ऐसी भारतीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थी। जिन्होंने पहली बार साल 1907 में विदेशी धरती पर भारतीय झंडा फहराया था। भीकाजी कामा एक उत्साही स्वतंत्रता कार्यकर्ता होने के साथ ही महिला अधिकारों के लिए आवाज उठाने और आगे आने वाली महिला थीं। बता दें कि भीकाजी कामा को ‘भारतीय क्रांति […]
अनन्या मिश्रा आज के दिन यानी की 10 अगस्त को देश के पूर्व राष्ट्रपति वी वी गिरी का जन्म हुआ था। उन्होंने देश के मजदूर वर्ग को एक नई आवाज देने का काम किया था। इसके साथ ही देश की आजादी की लड़ाई में वी वी गिरी ने सक्रिय भूमिका निभाई थी। अगर आज हमारे […]
* बृजेन्द्र सिंह वत्स आज १३ अगस्त २०२३ है, दिन रविवार। वर्ष १९८० की १३ अगस्त को बुधवार का दिन था। हरियाली तीज की उमंगो के साथ ही ३० दिन के पवित्र रमजान माह के पश्चात उस दिन देश ईद उल फितर का पर्व भी मना रहा था।ईद उल फितर के अवकाश का आनंद लेने […]
(Ama Dablam Peak – view from Cho La pass, Sagarmatha National park, Everest region, Nepal. Ama Dablam (6858 m) is one of the most spectacular mountains in the world and a true alpinists dream) अजेष्ठ त्रिपाठी जब आप आज किसी बच्चे से भी पूछते है कि विश्व के सबसे ऊंचे पर्वत का नाम बताओ ; […]
• डॉ. सूर्यदेव शर्मा (एम.ए., डी.लिट्.) हिन्दू धर्म और जाति की रक्षा के लिए जिन महापुरुषों ने अपने प्राण और सर्वस्व की बाजी लगा कर हिन्दू जाति के नाम को ऊँचा किया है, उनमें छत्रपति शिवाजी, महाराणा प्रताप, गुरु गोविन्दसिंह और वीर बन्दा वैरागी के साथ सरदार हरी सिंह नलवा का नाम भी बड़े आदर […]
कृष्णानन्द सागर विश्व के बड़े-बड़े राजवंश केवल कुछ शताब्दियों तक ही चले और समाप्त हो गए, किन्तु भारत में कई राजवंश हजारों वर्षों तक चलते रहे हैं। सबसे लम्बा चलने वाला राजवंश रहा इक्ष्वाकु वंश, जो सतयुग, त्रेता तथा द्वापर तीन युगों तक चला। इसी वंश में मान्धाता, रघु व राम हुए। अन्तिम वंशज बृहद्बल […]
सनातन धर्म की शिक्षा भारत में भी कुछ विश्वविद्यालयों में प्रारंभ हो गई है। इसके साथ ही अब भारत की संस्कृति उस अभिशाप से बाहर निकलने लगी है, जो अभिशाप उसे साम्राज्यवाद इस्लामी और यूरोपीय साम्राज्यवाद के कारण लगा था। यह हम सभी का दायित्व है कि सनातन धर्म की शिक्षाओं को न केवल आत्मसात […]