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इतिहास के पन्नों से

भारत का गौरव एवं समृद्धि: यूरोप से तुलनात्मक कालक्रमानुसार विवरण

प्रो. रामेश्वर मिश्र पंकज भाग 1 महाभारत काल: योगेश्वर कृष्ण का काल (ईसा पूर्व ३१३८ अर्थात आज से लगभग 5200 वर्ष पहले) यूरोपीय क्षेत्र में इस सम्पूर्ण अवधि में हिमयुग है। पूरा क्षेत्र मोटी बर्फीली परतों से ढँका। भारतवर्ष का तत्कालीन विस्तार: भीष्म पर्व के अन्तर्गत जम्बू खण्ड विनिर्माण पर्व में नवम अध्याय में श्लोक […]

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अरबों की असफलता का काल(636-711)

इस्लाम के दूसरे , तीसरे और चौथे खलीफाओ – उमर (634-643 ईस्वी) , उस्मान (643-654) , अली (655-660) – को भारत पर आक्रमण में विफलता ही हाथ लगी । हिन्दुओं ने बहादुरी से लडते हुये उन्हें वापस लौटनेपर मजबूर कर दिया । उस्मान ने तो पूर्व की विफलता से सबक लेकर भारतीय प्रदेश पर आक्रमण […]

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स्वामी श्रद्धानंद के जीवन का एक विस्मृत प्रसंग

#डॉविवेकआर्य [स्वामी श्रद्धानन्द के जीवन का एक विशेष गुण था। वह था निर्भीकता। यह गुण संसार में उन उन महान व्यक्तियों में प्रदर्शित होता हैं जो ईश्वरीय मार्ग के पथिक होते हैं। केवल और केवल सत्य से अनुराग, ईश्वर से अथाह प्रेम, आत्मा को सदा अनश्वर मानना, कर्मफल व्यवस्था में दृढ़ विश्वास, प्राणिमात्र के प्रति […]

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महाराजा हरि सिंह का वह ऐतिहासिक फैसला

अनन्या मिश्रा जम्मू और कश्मीर रियासत के आखिरी शासक राजा हरि सिंह भारत के इतिहास में एक अद्वितीय स्थान रखते हैं। उन्होंने अपने शासनकाल में अहम राजनीतिक उथल-पुथल देखी थी। जिसके कारण रियासत का नए स्वतंत्र भारत में एकीकरण हुआ था। राजा हरि सिंह महान शिक्षाविद् होने के साथ प्रगतिशील विचारक, एक समाज सुधारक के […]

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कांग्रेस की “अनपढ़” धरोहर विजयलक्ष्मी पंडित:

कहानी नेहरू की “अनपढ़” बहन की… जिसे नेहरू ने सोवियत संघ, अमेरिका और ब्रिटेन में भारत का राजदूत / हाई कमिश्नर बनाया… वो “अनपढ़” बहन जिसने कॉलेज तो छोड़िये, स्कूल का भी मुंह नहीं देखा था, फिर भी उसे यूपी में मंत्री बनाया, महाराष्ट्र का राज्यपाल बनाया और सांसद भी बनाया !!! इस “अनपढ़” बहन […]

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महर्षि दयानन्द सरस्वती और फादर नेहेम्या गोरे*

एक दिन एक पण्डित जी तीव्रगति से अपनी पीठिका की ओर जा रहे थे। रास्ते में उन्हें एक परिचित भंगी और उनकी पत्नी सड़क की सफाई करते हुए दिखाई पड़े। उनका नन्हा बच्चा पास खड़ा चीख-पुकार कर रहा था। थोड़ी देर बाद सड़क पर भगदड़ मच गई। एक इक्के का घोड़ा बेकाबू होकर बेतहाशा दौड़ने […]

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एक थी महान क्रान्तिकारी दुर्गावती देवी

भारत को आजाद कराने व स्वतंत्रता के लिये संघर्ष की जब भी चर्चा होती है तो सबसे पहले महान क्रान्तिकारी शहीद भगत सिंह, राजगुरु, बटुकेशवर दत्त जैसे क्रान्तिकारियो का नाम “लिया जाता है। चन्द्रशेखर आजाद जैसे कुर्बानी देने वाले व अधिकारियों के संगठन का नेतृत्व करने वालों के नाम अमर हैं ।क्रान्ति के इस संग्राम […]

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अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि कुंडली* *मोदी और कल्याण को बर्खास्त करना चाहते थे/ गोविंदाचार्य को पार्टी से निकलवाया*

* दो करोड़ मुस्लिम टीचर बनाने की भी इच्छा अधूरी रह गयी थी बाबरी विध्वंस को शर्मनाक कहा था, कारगिल युद्ध में सेना को सीमा पार करने से रोका था/ राहुल गांधी को बचाया आचार्य विष्णु हरि सरस्वती अटल बिहारी वाजपेयी ने 2004 के लोकसभा चुनावों से पहले दो करोड़ मुस्लिम टीचर बहाल करने की […]

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नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी का बदला गया नाम

दिल्ली के तीन मूर्ति भवन परिसर में स्थित नेहरू मेमोरियल म्यूज़ियम एंड लाइब्रेरी का नाम बदल दिया गया है। इसका नाम अब ‘प्रधानमंत्री संग्रहालय और पुस्तकालय सोसाइटी’ कर दिया गया है। केंद्र सरकार के इस फैसले की कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने आलोचना की है। नेहरू मेमोरियल संग्रहालय और पुस्तकालय (एनएमएमएल) के भवन को […]

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इतिहास के पन्नों से

पाकिस्तान से भारत की सीमा में

लेखक- श्री इन्द्रकुमार विद्यार्थी प्रस्तोता- प्रियांशु सेठ शाम की रुपहली किरणें हमारे साथ की सीमा के बाहिर झांक रहीं थीं, किन्तु हमारे भाग्य में उन्हें देखना बदा न था। १५ अगस्त से पूर्व तो हम अपने शहर से एक मील स्टेशन तक सैर को जा सकते थे, किन्तु इधर उधर के अप्रत्याशित कत्लों के भय […]

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