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इतिहास के पन्नों से

रायगढ़ महाराष्ट्र के रायगढ़ किला का इतिहास तथा महत्वपूर्ण जानकारी

पंडित नागेश चंद शर्मा रायगढ़ किला का संक्षिप्त विवरण भारत कई महान और शक्तिशाली साम्राज्यों का निवास स्थान रहा है, जिन्होंने भारत के कई क्षेत्रो में विभिन्न प्रकार के किलो और महलों का निर्माण करवाया है। ये किले भारतीय इतिहास को पुनर्जीवित करने की क्षमता रखते हुये आज भी अपना अस्तित्व बनाए हुये हैं। भारत […]

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इतिहास के पन्नों से

ओ३म् “कल्याण मार्ग के पथिक वीर विप्र योद्धा ऋषिभक्त स्वामी श्रद्धानन्द”

========== स्वामी श्रद्धानन्द ऋषि दयानन्द के शिष्यों में एक प्रमुख शिष्य हैं जिनका जीवन एवं कार्य सभी आर्यजनों व देशवासियों के लिये अभिनन्दनीय एवं अनुकरणीय हैं। स्वामी श्रद्धानन्द जी का निजी जीवन ऋषि दयानन्द एवं आर्यसमाज के सम्पर्क में आने से पूर्व अनेक प्रकार के दुव्र्यसनों से ग्रस्त था। इन दुव्यर्सनों के त्याग में ऋषि […]

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इतिहास के पन्नों से

भारत के राष्ट्रपति और उनका कार्यकाल ,भाग – 14 रामनाथ कोविंद

रामनाथ कोविंद ( Ramnath kovind ) 25 जुलाई 2017 को रामनाथ कोविंद ने देश के 14 वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ग्रहण की। इस पद पर नियुक्ति से पहले वह बिहार के राज्यपाल थे। बिहार के राज्यपाल रहते हुए उन्होंने वहां की सरकार के साथ पूर्ण समन्वय स्थापित कर अपनी राजनीतिक समझ का परिचय […]

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महाभारत की कहानियां , अध्याय- ९ ख घटोत्कच की वीरता

अगले दिन कौरव सेना के सेनापति भीष्म जी ने राजा भगदत्त को घटोत्कच का सामना करने के लिए नियुक्त किया। उनकी आज्ञा को स्वीकार कर भगदत्त सिंहनाद करते हुए घटोत्कच की ओर बढ़ चला । भगदत्त के साथ पांडवों का उस दिन बड़ा भयानक संग्राम हुआ। युद्ध इतना भयंकर था कि एक बार पांडवों की […]

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इतिहास के पन्नों से हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

स्वाधीनता आंदोलन के एक महान नेता गोपाल कृष्ण गोखले

गोपाल कृष्ण गोखले गोपाल कृष्ण गोखले का जन्म 9 मई, 1866 ई। को महाराष्ट्र के कोल्हापुर में एक निर्धन ब्राह्मण परिवार में हुआ था। 1884 ई। में बी।ए। की परीक्षा पास करने के बाद वे 18 वर्ष की आयु में अध्यापक बने। आगे चलकर गोपाल कृष्ण गोखले फरग्यूसन कॉलेज पुणे के अध्यापक एवं प्राचार्य भी […]

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भारत के राष्ट्रपति और उनका कार्यकाल ,भाग – 13 प्रणब मुखर्जी ( Pranab mukharji)

25 जुलाई 2012 को 13 वें राष्ट्रपति के रूप में प्रणब मुखर्जी ने शपथ ग्रहण की। वह एक विचारशील राजनीतिज्ञ थे। उनको देश की समस्याओं का गहरा ज्ञान था और 1984 में जब तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी की हत्या की गई थी तो उस समय प्रणब मुखर्जी को देश का प्रधानमंत्री बनाने की भी […]

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इतिहास के पन्नों से हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

सावरकर जी की अप्रतिम देशभक्ति

वीर सावरकर – मुझे शासन ने कोई उपाधि प्रदान नहीं की, मेरा जब्त किया हुआ मकान वापस नही किया इसलिए कुछ व्यक्ति दुखी हैं किन्तु मुझे कभी किसी उपाधि की अभिलाषा नहीं रही, तीन चतुर्थांश भारत स्वतंत्र हुआ देखकर ही हमने सबकुछ पा लिया। क्रांति की उपासना जिस समय पागलपन समझी जाती थी उस समय […]

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भारत के राष्ट्रपति और उनका कार्यकाल ,भाग – 12

प्रतिभा देवी सिंह पाटिल (Pratibha Devi Singh Patil) देश की बारहवीं राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल बनीं। जुलाई 2007 में भाजपा और अन्य सहयोगी दलों ने उपराष्ट्रपति भैंरो सिंह शेखावत को अपना संयुक्त प्रत्याशी बनाया और कांग्रेस व उसके सहयोगी दलों की प्रत्याशी प्रतिभा देवी सिंह के सामने चुनाव मैदान में उतारा। यद्यपि शेखावत ने […]

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इतिहास के पन्नों से

ब्रिटिश साम्राज्य की महिलाओं को एशिया के औपनिवेशिक देशों में आकर वेश्यावृत्ति करना पड़ा रहा था ??

एक पुस्तक है..Low and Licentious Europeans . इसे बारीकी से पढ़ना चाहिए । यदि पढ़ कर समझ गये ..तो उपनिवेशवादी मानसिकता से थोड़ा निजात पा सकते हैं। आपने ध्यान दिया हैं कि ..साठ ,सत्तर वर्ष के ऊपर के बुजुर्ग भारतीय कुछ अधिक यूरोपियन कल्चर से प्रभावित रहते हैं ?? ऐसा क्यु हैं ?? यूरोप और […]

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भारत के राष्ट्रपति और उनका कार्यकाल ,भाग – 11 डॉ ए.पी.जे. अब्दुल कलाम (Dr. A. P. J. Abdul Kalam)

डा. एपीजे अब्दुल कलाम भारत के 11वें राष्ट्रपति बने। ये ऐसे पहले राष्ट्रपति रहे हैं जिनका राजनीति से कभी दूर का भी संबंध नहीं रहा। ये भारत के उपराष्ट्रपति नहीं बने, अपितु सीधे ही राष्ट्रपति बनाये गये। 1998 के पोखरण विस्फोट में डा. कलाम का अविस्मरणीय योगदान था। इस परमाणु विस्फोट से भारत ने ऊंची […]

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