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इतिहास के पन्नों से

3 जनवरी 1705 बलिदानी श्री मोती राम मेहरा जी

औरंगजेब के किलेदार वजीर खान ने परिवार सहित कोल्हू में पीसा था, इनकी वीरता और बलिदान का उल्लेख बंदा बैरागी पंडित श्री लक्षमण दास भारद्वाज ने किया था। शहीद श्री मोती राम मेहरा के पूर्वज जगन्नाथ पुरी उड़ीसा के रहने वाले थे, समय के साथ पंजाब आये और सरहिन्द में नौकरी कर ली। मोती राम […]

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भारत में सती प्रथा और राजा राममोहन राय

भारत की राजधानी बंगाल में, मानव मात्र का धर्म एक है इसका प्रचार किया राजाराममोहन राय ने । सती प्रथा का विरोध, बाल विवाह का विरोध, विधवा विवाह का समर्थन आदि करने के लिए एक संगठन बनाना गया 20 अगस्त 1828 में। उसके बाद बंगाल में आर्य समाज की स्थापना हुई 1885 में । इसका […]

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युग पुरुष थे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई

भारत माँ के सच्चे सपूत, राष्ट्र पुरुष, राष्ट्र मार्गदर्शक, सच्चे देशभक्त ना जाने कितनी उपाधियों से पुकार जाता था भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी जी को वो सही मायने में भारत रत्न थे। इन सबसे भी बढ़कर पंडित अटल बिहारी वाजपेयी जी एक अच्छे इंसान थे। जिन्होंने जमीन से जुड़े रहकर राजनीति की और ‘‘जनता […]

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ओरछा में महाराजा मधुकर शाह की #रानी_गनेश_कुँवरि

ओरछा में महाराजा मधुकर शाह की #रानीगनेशकुँवरि का नाम कमला भी था । #महराजावीरसिंहजूदेव_प्रथम का कार्यकाल बुंदेलखंड का स्वर्णयुग कहा जाता है इस काल में बुंदेलखंड की शिल्प कला साहित्य व्यापार चित्रकला आदि चर्मोत्कर्ष पर थी । वीर सिंह जू देव ने अबुलफजल को सन 1602 में मारकर अकबर की दिल्ली सल्तनत में सिहरन पैदा […]

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सिकंदर को हराने वाली कठगणराज्य की राजकुमारी कार्विका

【】 राजकुमारी कार्विका सिंधु नदी के उत्तर में कठगणराज्य की राजकुमारी थी । राजकुमारी कार्विका बहुत ही कुशल योद्धा थी। रणनीति और दुश्मनों के युद्ध चक्रव्यूह को तोड़ने में पारंगत थी। राजकुमारी कार्विका ने अपने बचपन की सहेलियों के साथ फ़ौज बनाई थी। जिस उम्र में लड़कियाँ गुड्डे गुड्डी का शादी रचना खेल खेलते थे […]

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शायरों के शायर बेतकल्लुफ मिर्जा गालिब

– सुरेश सिंह बैस “शाश्वत” ‌ शेरों शायरी के पर्याय बन चुके मिर्जा गालिब ने देश को अंग्रेजों की गुलामी से निकालने हेतु 1857 के स्वतंत्रता संग्राम के सेनानी रहे हैं। यह शायद कम ही लोगों को ज्ञात होगा। 1857 के गदर को बर्बरता पूर्वक दबाने के लिये अंग्रेजों ने जब देश के साथ दिल्ली […]

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सिख इतिहास के रोमांचकारी पल

वीरेन्द्र गुप्ता की कलम से… सिख इतिहास भाग 2 अपने पहले लेख को आगे बढ़ाते हुए, भाग 2, प्रस्तुत है। 36. वहाँ कौन सा गुरुद्वारा है जहाँ गुरु अरजन देव जी को शहीद किया गया था। 🌹डेरा साहिब, 37. आतंकी मुगलों ने गुरु श्रीहरि गोबिंद जी को कैदी की तरह कहाँ रखा था? 🌹ग्वालियर का […]

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जैसलमेर के राजा लूणकरण और कंधार का नवाब आमिर अली

क्या आपने अमीर अली का नाम सुना है, राजस्थान के इतिहास में यह वह व्यक्ति है जिसके धोखे के कारण महिलाएं जोहर नहीं कर पाई और उन्हें तलवारो से काटना पड़ा, तो चलिए आज जैसलमेर के राजा लूणकरण को याद करते है, जो मित्रता के नाम पर राजस्थान के सबसे बड़े धोखे का शिकार हुए। […]

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_तैमूर लगड़े को भारत से बाहर खदेड़ने वाली सनातनी वीरांगना रामप्यारी गुर्जर की कहानी_

🌈 **🙏🌹🙏 विवेक दर्शन पत्रिका हमारे वामपंथी इतिहासकार हमें बताते आए हैं कि कैसे तैमूर लंग और उसकी क्रूर सेना ने दिल्ली को क्षत विक्षत करते हुए लाखों हिन्दू वीरों को मृत्युलोक भेजा था। यही इतिहासकार बड़े चाव से बताते हैं कि कैसे तैमूर भारत से अथाह संपत्ति लूटकर भारत में अपना सारा साम्राज्य खिज्र […]

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महर्षि दयानन्द सरस्वती जी की वास्तविक जन्म तिथि (२० सितंबर १८२५ ई०)*

* ज्योतिष का विद्यार्थी होने के नाते मेरे संज्ञान में यह बात आई है कि महर्षि जी की जन्म तिथि पर अब तक जितने भी विद्वानों ने कार्य किया है वे सब के सब पञ्चाङ्ग के उपयोग की यथावत जानकारी के अभाव में सही निर्णय तक नहीं पहुंच पाए हैं। गलती सबसे हुई है और […]

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