महान संत का महानिर्वाण दिवस-25 दिसंबर आर्य देश भारत के लिए 25 दिसंबर पर्व का विशेष महत्व DR D K Garg -Plz share karei Part-1 मित्रो 25 दिसंबर को ईसाई समुदाय जीसस के नाम पर उत्सव की तरह मनाया करता है,लेकिन वास्तविकता पर आपने कभी विचार नहीं किया ,सच ये है कि उन्होंने ये हमारी […]
Category: इतिहास के पन्नों से
रानियों के काट डाले शीश, शिवलिंग पर निशान, कुएँ से निकले नरमुंड… ज्ञानवापी की तरह भीटी झारखंडी मंदिर में भी औरंगजेब ने काटा था शिवलिंग तोड़ी थीं मूर्तियाँ अयोध्या में सोमवार (22 जनवरी, 2024) को रामलला अपने भव्य मंदिर में स्थापित किए जा चुके हैं। इस अवसर पर जहाँ देश और दुनिया भर के हिन्दू […]
अक्टूबर 1920,कालीकट (मोपला) आज खिलाफत मंडल की सभा में पंजाब से मौलाना अल्लाहबख्श आए हुए थे, कालीकट के मुसलमानों ने खिलाफत मंडल के नेता रामनारायण नंबूदरी को समझाया कि अलाहबख्श के भाषण से पहले हिन्दू-मुस्लिम एकता दिखाने के लिए जुलूस में अल्लाहबख्श की बग्घी को घोड़ों के बजाए हिन्दू नौजवानों द्वारा खिंचवाया जाए, इससे हिन्दू-मुस्लिम […]
आजादी के पूर्व 1937 में गांधीजी के आदेश पर देश मे छदम धर्मनिरपेक्षता का पाठ पढ़ाने के लिए ‘वर्धा शिक्षा समिति’का पाठयक्रम तैयार किया। इस पाठ्यक्रम में अरबी,फारसी ,उर्दू और हिंदी को जोड़ कर एक नई भाषा तैयार की गई। जिसे “हिंदूस्तानी भाषा” का नाम दिया गया। इस भाषा मे हिंदी शब्दों को मात्र दस […]
श्रीराम जन्मस्थान की यथातथ्यता का प्रमाण — ईश अनुकम्पा से ! ” सत्यमेव जयते नानृतम् ” — मुण्डक उपनिषद् 3.1.6 अर्थात् सत्य ही की जीत होती है, झूठ की नहीं। ( इस लेख को अवश्य पढ़ें कि किस प्रकार हिन्दू पक्ष ने उच्चतम न्यायालय में सिद्ध किया कि यही स्थान ही श्रीराम का वास्तविक जन्म […]
भारत की वैदिक संस्कृति की रक्षा के लिए बलिदान देने वाले बलिदानियों की संख्या असंख्य है। जिन करोड़ों लोगों का धर्मांतरण किया गया, उनकी दारुणकथा पर कोई ध्यान नहीं देता। इसके अतिरिक्त जिन करोड़ों लोगों ने अपना धर्म परिवर्तन करने से इनकार किया और इसके लिए उन्हें अपने सर काटने पड़े, पूरे के पूरे परिवारों […]
डा. राधेश्याम द्विवेदी उत्तर-प्रदेश की खासियत :- उत्तर प्रदेश में ही भगवान राम कृष्ण परशुराम व गौतम बुद्ध का जन्म हुआ। माता सीता गौतम बुद्ध तथा संत कबीर ने यहीं समाधि ली थी। यहीं पर सत्यवादी राजा हरिशचन्द्र जी का जन्म हुआ। यहाँ के राजा दशरथ ने चक्रवर्ती होकर पूरे भूमंडल पर पताका फहराया था। […]
श्रीरामजन्मभूमि मंदिर की रक्षा के लिए लाखों ने बलिदान दिए अतिवीर जैन – विभूति फीचर्स तेईस मार्च 1928 ई. को मीरबांकी ने बादशाह बाबर के आदेश पर श्री राम मंदिर को तोपों से भूमिसात कर दिया। और उसके बाद उसी जगह पर मस्जिद का निर्माण प्रारंभ किया। इतिहास लेखक कनिंघम ने लिखा है कि जन्म […]
दैनिक वीर अर्जुन दिल्ली 9.4.61 में प्रकाशित श्री दीवान अलखधारी जी का लेख, पृ. 9 – -आचार्य सत्यप्रिय शास्त्री, हिसार-द्रष्टव्य कालान्तर में महर्षि के देशभक्ति से भरे हुए विचारों से भारत का बच्चा-बच्चा जग गया। इस कारण वायसराय लॉर्ड नॉर्थ ब्रुक को लन्दन हाउस में सिफारिश करनी पड़ी कि अब हमें भारत को छोड़ देना […]
सभी लोग जानते हैं कि जब भी कोई व्यक्ति किसी अपराध का दोषी पाया जाता है वह अपने बचाव में किसी अन्य को उसी अपराध का दोषी साबित करने लगता है इस तरह कुछ दिन से मुस्लिम और कांग्रेसी मुहम्मद की छह साल की बच्ची आयशा की शादी के अपराध को छुपाने के लिए झूठे […]