आर्यसमाज के इतिहास में अनेक प्रेरणादायक संस्मरण हैं जो अमर गाथा के रूप में सदा सदा के लिए प्रेरणा देते रहेंगे। एक ऐसी ही गाथा रोपड़ के लाला सोमनाथ जी की हैं। आप रोपड़ आर्यसमाज के प्रधान थे। आपके मार्गदर्शन में रोपड़ आर्यसमाज ने रहतियों की शुद्धि की थी। यूँ तो रहतियों का सम्बन्ध […]
Category: इतिहास के पन्नों से
. भारतीय इतिहासकार मूलत विदेशी इतिहासकारों और मुग़लों के वेतनभोगी इतिहास लेखकों का अनुसरण करते दीखते हैं। पाठ्य पुस्तकों में हो या मिडिया में हर जगह हिन्दुत्व को नीचा दिखाने की कोशिश होती है. जावेद अख्तर राजपूतों को हारा हुआ राजा बताता है तो मुगलों को अपना अब्बाजान. मनोज मुन्तशिर के मुगलों पर कडवा सच […]
ओ३म् ‘विदुषी भारतीय ज्योतिषज्ञ महिला खना ’ –मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। गणित में लीलावती एवं ज्योतिष में खना का नाम बहुत प्रसिद्ध है। विदुषी खना लंका द्वीप के एक ज्योतिषी की कन्या थी। सातवीं या आठवीं सदी की बात है। उज्जयिनी में महाराज विक्रम का राज्य था। उसके दरबार में बड़े–बड़े कलाकार, कवि, पण्डित, […]
(26 फरवरी को पुण्य तिथि के उपलक्ष पर प्रचारित) #डॉविवेकआर्य क्रांतिकारी वीर सावरकार का स्थान भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में अपना ही एक विशेष महत्व रखता है। सावरकर जी पर लगे आरोप भी अद्वितीय थे उन्हें मिली सजा भी अद्वित्य थी। एक तरफ उन पर आरोप था कि अंग्रेज सरकार के विरुद्ध युद्ध की योजना बनाने […]
विमलेश कुमार सिंह “सिसोदिया कुलभूषण, क्षत्रिय शिरोमणि महाराणा राजसिंह को रूपनगर की राजकुमारी का प्रणाम। महाराज को विदित हो कि मुगल औरंगजेब ने मुझसे विवाह का आदेश भेजा है। आप वर्तमान समय में क्षत्रियों के सर्वमान्य नायक हैं। आप बताएं, क्या पवित्र कुल की यह कन्या उस मलेच्छ का वरण करे? क्या एक राजहंसिनी एक […]
आर्य आक्रमण सिद्धांत पर डॉ. अम्बेडकर डॉ. बी.आर.अम्बेडकर ने आर्यन आक्रमण सिद्धांत (एआईटी) को खारिज कर दिया। उन्होंने निष्कर्ष निकाला: “ब्राह्मण और अछूत एक ही जाति के हैं।” हमारे महान राजनीतिक नेताओं में से केवल एक ने ही आर्य सिद्धांत के खोखलेपन को देखा। उन्होंने अपनी पुस्तक शूद्र कौन थे? 1946 में भारतीय संविधान पर […]
असम के इतिहास से सबक 13वीं शताब्दी में असम के शासक ब्रह्मपुत्र और खूबसूरत जंगलों के राज्य असम पर सदियों तक हिंदू राजाओं का शासन रहा। 13वीं शताब्दी में ही बख्तियार खिलजी ने असम पर आक्रमण किया था। उनकी विजय में एक परिवर्तित हिंदू ने मदद की थी। उन्होंने टेस्टा नदी के पत्थर के पुल […]
#डॉविवेकआर्य अकबर घोर विलासी, अय्याश बादशाह था। वह एक ओर हिन्दुओं को मायाजाल में फंसाने के लिए “दीने इलाही” के नाम पर माथे पर तिलक लगाकर अपने को सहिष्णु दिखाता था, दूसरी ओर सुन्दर हिन्दू युवतियों को अपनी यौनेच्छा का शिकार बनाने की जुगत में रहता था। दिल्ली में वह “मीना बाजार” लगवाता था। उसमें […]
Sita Ram Goel Dayananda was deeply pained by the humiliations suffered by his people which were caused by the military government’s repression and debased Christian harangues against Hinduism. His first priority was to restore his people’s pride in their country and their cultural heritage. Centuries of foreign invasions had sunk Hindu society into poverty, sloth […]
महान संत का महानिर्वाण दिवस-25 दिसंबर आर्य देश भारत के लिए 25 दिसंबर पर्व का विशेष महत्व DR D K Garg -Plz share karei Part-2 इन तीखे बाणों की शैया पर शयन करते हुए आज मुझे 58 दिन हो गए। किंतु यह दिन मेरे लिए 100 वर्ष के समान बीते हैं। इस समय चंद्रमास के […]