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स्वर्णिम इतिहास

नहीं दिया गया था सीता जी को वनवास

रामायण एक ऐसा ग्रंथ है जिसके प्रमुख पात्र रामचन्द्र जी को मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के रूप में सम्मान प्रदान किया गया है । इसी रूप में मर्यादा पुरुषोत्तम रामचंद्र जी को न केवल भारतवर्ष अपितु संसार के सभी देशों में समान रूप से सम्मान प्रदान किया गया है । यह अलग बात है कि ईसाइयत […]

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इतिहास के पन्नों से

जब औरंगजेब की धर्मांधता पूर्ण नीतियों के विरुद्ध जाट समाज उठ खड़ा हुआ था

  -डॉ विवेक आर्य वीर शिवाजी के समान मथुरा की वीर गोकुल सिंह की विजय गाथा। सर यदुनाथ सरकार लिखते हैं – “मुसलमानों की धर्मान्धता पूर्ण नीति के फलस्वरूप मथुरा की पवित्र भूमि पर सदैव ही विशेष आघात होते रहे हैं. दिल्ली से आगरा जाने वाले राजमार्ग पर स्थित होने के कारण, मथुरा की ओर […]

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स्वर्णिम इतिहास

कुतुबमीनार है प्राचीन गरुड़ध्वज या विष्णु ध्वज

  भारत की राजधानी दिल्ली में दिल्ली की आन , बान और शान के नाम से प्रसिद्ध कुतुबमीनार हिंदू स्थापत्य कला का एक बेजोड़ नमूना है । विश्व इतिहास में स्थापत्य कला का ऐसा कोई अन्य उदाहरण मिलना दुर्लभ है । इस स्तंभ के देखने से पता चलता है कि भारत के आर्यों की वास्तुकला […]

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लेनिन और लेनिन की नीतियों पर पुनर्विचार करने का समय आ गया है

(22 अप्रैल को 150 वें जन्म दिन पर) आज पूरे विश्व मे भगवदगीता का प्रकाशन होता है। आज भी भारत मे संत कबीर, संत रविदास, समर्थ गुरु रामदास, संत तिल्लुवल्लूवर, संत एकनाथ और संत नामदेव का नाम लिया जाता है। ये सब महात्मा झोपड़ी मे रहे परंतु इनके विचार आज भी हमे प्रकाशित करते हैं। […]

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स्वर्णिम इतिहास

क्यों लिखा गया महाभारत जैसा महत्वपूर्ण ग्रंथ ?

महाभारत जैसा महान ग्रंथ क्यों लिखा गया ? इसका महत्व क्या है ? इसका अर्थ क्या है ? यह प्रश्न अक्सर आपके मन मस्तिष्क में उठते रहते होंगे । यदि इन् प्रश्नों का उत्तर खोजा जाए तो महाभारत के अन्त में महाभारत का महत्व और उपसंहार करते हुए इस पर प्रकाश डाला गया है। जिसमें […]

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संस्कृति रक्षक परमार शासकों के बारे में

परमार वंश के महाराज भर्तृहरि के छोटे भाई विक्रमादित्य थे। इन्हीं की 9 वीं पीढ़ी में राजा भोज परमार हुए दोनों के विषय में पूर्व में मेरे द्वारा लिखा जा चुका है । लेकिन परमार वंश के विषय में लिखने के पश्चात बहुत सारे विद्वान साथियों के टेलीफोन व संदेश आ रहे हैं कि परमारों […]

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रामायण में सीता जी की अग्नि परीक्षा

  रामायण महाकाव्य में सीता अग्निपरीक्षा एक विवादित प्रसंग के रूप में जाना जाता है। इस प्रसंग के अनुसार राम द्वारा रावण को युद्ध में हराने के पश्चात लंका में सीता को स्वीकार करने से पहले सीता की अग्निपरीक्षा ली। अग्नि में प्रवेश करने के पश्चात भी सीता का शरीर भस्म नहीं हुआ। इससे सीता […]

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स्वर्णिम इतिहास

इतिहास का महानायक नागभट्ट द्वितीय जिसने अबसे 1200 वर्ष पहले कराई थी ‘घर वापसी’ और जिसके भय से मुसलमानों ने बना लिया था शहर ए महफूज

इतिहास का महानायक नागभट्ट द्वितीय जिसने अब से 1200 वर्ष पहले कराई थी ‘घर वापसी’ और जिसके भय से मुसलमानों ने बसाया था शहरे महफूज मिहिर भोज के ग्वालियर अभिलेख में नागभट्ट द्वितीय की मुसलमानों पर प्राप्त की गई विजय का उल्लेख किया गया है । जिससे यह भी पता चलता है कि मुसलमानों के […]

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स्वर्णिम इतिहास

लाल कोट के नाम से राजा अनंगपाल तोमर ने बनवाया था दिल्ली का लाल किला

डॉ॰ राकेश कुमार आर्यमुख्य संपादक, उगता भारत लेखक सुप्रसिद्ध इतिहासकार और भारत को समझो अभियान समिति के राष्ट्रीय प्रणेता है

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इतिहास के पन्नों से

द्रोपदी के पांच नहीं एक पति था

डॉ॰ राकेश कुमार आर्यमुख्य संपादक, उगता भारत लेखक सुप्रसिद्ध इतिहासकार और भारत को समझो अभियान समिति के राष्ट्रीय प्रणेता है

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