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इतिहास के पन्नों से

सोमनाथ मंदिर की रक्षा के लिए किए गए बलिदानियों के बलिदान दिवस पर विशेष

8 जनवरी 1026 का है दिवस जब महमूद गजनवी ने सोमनाथ के मंदिर पर आक्रमण किया था , आज हमें अनायास ही याद हो आया । इस पोस्ट का लिखने का अभिप्राय महमूद गजनवी के आक्रमण को महिमामंडित करना नहीं है , अपितु उसके आक्रमण के समय हमारे देश के वीरों के द्वारा सोमनाथ मंदिर […]

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जनरल जगजीत सिंह अरोड़ा की बहादुरी को नमन : जब चीन को हराया था भारत ने

अपने पाठकों के लिए हम बताना चाहेंगे कि 1962 के युद्घ के 5 वर्ष पश्चात ही 1967 में चीन ने एक बार फिर प्रयास किया था कि भारत को एक बार फिर चुनौती दी जाए और उसे मार का एक और ‘सदमा’ दिया जाए, परंतु तब तक परिस्थितियां बदल चुकी थीं । सिक्किम उस समय […]

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जब अपनी ताकत दिखाने के लिए जिन्ना ने कराया था कत्लेआम

विपिन खुराना 16 अगस्त 1946। पूर्वी बंगाल का मुश्लिम बहुल्य नोआखाली जिला। यहाँ अधिकांश दो ही जाति के लोग हैं, गरीब हिन्दू और मुस्लिम। हिंदुओं में 95 फीसदी पिछड़ी जाति के लोग हैं, गुलामी के दिनों में किसी भी तरह पेट पालने वाले। लगभग सभी जानते हैं कि जिन्ना का “डायरेक्ट एक्शन” यहाँ लागू होगा […]

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हिंदू राष्ट्र स्वपन द्रष्टा बंदा वीर बैरागी

—————————————- अध्याय 21 बैरागी के जीवन का सिंहावलोकन जब भारत देश को मिटाने के अकल्पनीय , अकथनीय और अमानवीय प्रयास हो रहे थे और जब विदेशी शक्तियां हमें प्रत्येक प्रकार से मसलकर अपना वर्चस्व स्थापित करने के लिए यहां पर सक्रिय थीं , तब यहां पर बंदा बैरागी जैसे व्यक्तित्व का आविर्भाव सचमुच बहुत महत्व […]

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नव वर्ष की शुभकामनाएं आज नहीं

आज ईसाई नववर्ष है । अंग्रेजों के राजा किंग जॉर्ज का जन्म दिवस है । जिसे अंग्रेजों के डोमिनियन रहे अधिकांश देश 1752 से इसी रूप में मनाते चले आ रहे हैं । भारत में भी जिनके मन मस्तिष्क से गुलामी अभी उतरी नहीं है , वे इस दिवस को बड़ी धूमधाम से मना रहे […]

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हिंदू राष्ट्र स्वप्न द्रष्टा बंदा वीर बैरागी

—————————————- अध्याय 20 अद्वीतीय बलिदान बंदा वीर बैरागी को गिरफ्तार करके मुगल सैनिकों ने उसे काजियों के समक्ष प्रस्तुत किया । बंदा बैरागी की गिरफ्तारी मुगल सैनिकों के लिए बहुत बड़े उत्सव का कारण बन गई थी । क्योंकि उन्हें यह सफलता बहुत भारी हानि के पश्चात मिली थी । यदि इस समय भी सिक्ख […]

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इतिहास हमारे आने वाली पीढ़ियों को ऊर्जान्वित करता है

इतिहास की विशेषता इतिहास किसी जाति के अतीत को वर्तमान के संदर्भ में प्रस्तुत कर भविष्य की संभावनाओं को खोजने का माध्यम है। इतिहास अतीत की उन गौरवपूर्ण झांकियों की प्रस्तुति का एक माध्यम होता है जो हमारी आने वाली पीढिय़ों को ऊर्जान्वित करता है और उन्हें संसार में आत्माभिमानी, आत्म सम्मानी और स्वाभिमानी बनाता […]

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हिंदू राष्ट्र स्वप्न द्रष्टा बंदा वीर बैरागी

——————————– —– अध्याय — 19 स्वतंत्रता हमसे दूर चली गई वीर सावरकर ने लिखा है कि :— ” 17 वीं शताब्दी के प्रारंभ से अर्थात प्राय: शिवाजी के जन्म से ही हिंदू मुसलमानों के संघर्ष में रणदेवता के निर्णय में एक आश्चर्यजनक परिवर्तन देखा जाने लगा । पहले जहां हिंदू मुस्लिम संघर्ष में अंतिम पराजय […]

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बड़ा दिन अर्थात 25 दिसंबर है भीष्म पितामह का निर्माण दिवस

महाभारत युद्ध के पश्चात आज के दिन अर्थात 25 दिसंबर को सूर्य के उत्तरायण में आने के पश्चात भीष्म पितामह अर्थात उस समय के सबसे बड़े व्यक्ति ने प्राण त्याग किया था , इसीलिए विश्व आज भी इस महत्वपूर्ण घटना को ‘बड़ा दिन ‘ अर्थात ‘ महान दिवस : कहकर सम्मान देता है और हम […]

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स्वामी श्रद्धानंद की भारतीय हिंदू शुद्धि सभा और हिंदू महासभा

शहीदी दिवस 23 दिसंबर पर विशेष शुद्धि आंदोलन में स्वामी श्रद्धानन्द (1856- 1926) का स्थान अमर है। आगरा में 13 फरवरी,1923 की क्षत्रिय उपकारिणी सभा की बैठक में उन्हें बुलाया गया था। इसमें सनातनी, आर्यसमाजी, सिख, जैन भी आए थे। यहीं ‘भारतीय हिन्दू शुद्धि सभा’ का गठन हुआ। इसी के दस दिन बाद स्वामी जी […]

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