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इतिहास के पन्नों से

जब दिया था धन सिंह कोतवाल ने अपना अमर बलिदान

4 जुलाई शहादत दिवस पर विशेष मेरठ गजेटियर लिखता है कि 4 जुलाई अट्ठारह सौ सत्तावन को प्रातः 4:00 बजे धन सिंह कोतवाल के गांव पांचली खुर्द पर अंग्रेजी खाकी रिसाले ने तोपों से हमला कर दिया। अंग्रेज खाकी रिसाले में 56 घुड़सवार, 38 पैदल सिपाही और 10 तोपची थे। पूरे गांव को तोप से […]

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नशा छोड़ राष्ट्रभक्त कैसे बने थे क्रांतिकारी बिस्मिल

प्रस्तुति आचार्य ज्ञान प्रकाश वैदिक 🎯नशा छोङ राष्ट्र भक्त कैसे बने🌷 पं० रामप्रसाद बिस्मिल जी का जन्म उत्तरप्रदेश में स्थित *शाहजहांपुरा* में 11 जून 1897 ई. को हुआ था। इनके पिता का नाम *मुरलीधर* तथा माता का नाम *मूलमती* था। इनके घर की आर्थिक अवस्था अच्छी नहीं थी। बालकपन से ही इन्हें गाय पालने का […]

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जनपद गौतम बुद्ध नगर का रहा है शानदार इतिहास

जनपद गौतम बुद्ध नगर का इतिहास बहुत ही महत्वपूर्ण है । यहां की मातृ तहसील दादरी इस जिले का प्रमुख कस्बा है । जिसे सन 1739 और 1761 में मोहम्मद शाह अब्दाली और नादिरशाह के आक्रमण के पश्चात तत्कालीन मुगल बादशाह मोहम्मद शाह रंगीला द्वारा अपने शासन की सुरक्षा के लिए स्थापित कराया गया था […]

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नेहरू पार्क से शहीदी पार्क की हुई स्थापना

राकेश सैन प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार आतंकवादियों ने आते ही सभा में संघ के पदाधिकारियों को आर.एस.एस. का ध्वज उतारने के लिए कहा लेकिन वहां मौजूद सीनियर पदाधिकारियों ने ऐसा करने से मना कर दिया तथा उनको रोकने का प्रयत्न किया। पंजाब के मोगा शहर के इतिहास में 25 जून, 1989 का दिन एक ऐसा दिन […]

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मालाबार और आर्य समाज

  केरल से समाचार मिला की 1921 में केरल में मोपला के दंगे पर फ़िल्म बनाई जा रही है। जिसमें अभिनेता पृथ्वीराज मोपला दंगों के सरदार वरियंकुन्नन का किरदार निभाएंगे। यह फ़िल्म मोपला दंगों के 100 वर्ष पुरे होने पर 2021 में प्रदर्शित की जाएगी। मालाबार में रहने वाले मुसलमान जिन्हें मोपला कहा जाता था […]

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पता है क्या हश्र हुआ था ‘जय भीम और जय मीम’ की कहानी गढ़ने वाले जोगेंद्र नाथ मंडल का

आजकल कुछ ऐसे लोगों की ओर से ‘जय भीम और जय मीम’ का नारा देश की फिजाओं में अक्सर गूंजता रहता है जो इस देश के सामाजिक समीकरणों को गड़बड़ाने की नीतियों में कहीं न कहीं संलिप्त रहते हैं । जो लोग इस नारे को लगा रहे हैं और इस नारे के माध्यम से देश […]

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गांधी के पापों ने हिंदू जाति का कर दिया सर्वनाश

-श्याम सुंदर पोद्दार ( श्री श्याम सुंदर पोद्दार जी एक ऐसे राष्ट्रवादी चिंतक व लेखक हैं जो वीर सावरकर जी के चिंतन और विचारधारा के प्रति पूर्णतया समर्पित हैं । उनके भीतर वही तड़प और वही आग है जो भारत की एकता व अखंडता को लेकर सावरकर जी के भीतर थी । उनके लेखों में […]

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भारतीय वास्तुकला का प्रतिनिधि ग्रंथ : समरांगणसूत्रधार

विगत दो दशकों से गृह-निर्माण में ‘वास्तुशास्त्र’ का प्रचलन बढ़ा है। नया घर बनवाते समय अथवा मरम्मत करवाते समय या घर की इंटीरियर डिजायनिंग के समय पेशेवर वास्तुविद की मदद ली जा रही है. प्रयास यह रहता है कि घर वास्तुशास्त्र के अनुकूल हो। पेशेवर वास्तुविद यह दावा करते हैं कि उन्हें वास्तु की पूर्ण […]

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राम प्रसाद बिस्मिल जी व काकोरी केस के बारे में दुर्लभ जानकारी

यह जानकारी आपने पहले कभी नहीं पढ़ी होगी। राम प्रसाद बिस्मिल काकोरी कांड के मुख्य अभियुक्त थे। इनकी फांसी के बाद इनका परिवार अभावों मे रहा। सरकारों ने कोई सुध नहीं ली। परंतु आज हमारे लेख का विषय इनके वकील और सरकारी वकील व नेहरू खानदान से है। पण्डित जगत नारायण मुल्ला- ब्रिटिश सरकार की […]

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स्वतंत्रता आंदोलन में रहा है बिहार का अविस्मरणीय योगदान

  डॉ0 विजय कुमार स्वतंत्रता का सीधा सा अर्थ दासता – से मुक्ति है, किन्तु गहराई से विचार करने पर इसके कई गूढार्थ हैं, जो विविध आयामी और लोकोपकारी हैं। बिहार में स्वतंत्रता संघर्ष का लम्बा इतिहास है, जो वीर कुंवर सिंह से लेकर चम्पारण सत्याग्रह व सन् 1942 के करो या मरो तक चला। […]

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