* *सा* तवीं शताब्दी के आरंभ में अरब में इस्लाम का जन्म हुआ। इसके कुछ समय पश्चात् ही 638 ईसवी में इस्लामिक क्रांति के नाम पर वहाँ से इस्लाम के मानने वाले लोगों ने भारत के सीमावर्ती क्षेत्रों पर अपने आक्रमण करने आरंभ किए। शक, कुषाण और हूणों के पतन के बाद भारत के पश्चिमी […]
Category: इतिहास के पन्नों से
अन्य ऐतिहासिक दुर्ग भारतवर्ष में अनेक स्थानों पर दुर्गों के माध्यम से इतिहास का गौरव बिखरा पड़ा है। इन दुर्गों में राजस्थान के जयपुर के पास आमेर का किला, इसे आम्बेर का किला भी कहा जाता है, तमिलनाडु के विल्लूपुरम स्थित जिन्जी किला , कर्नाटक के श्रीरंगपटना का किला, महाराष्ट्र का पन्हाला किला ,औरंगाबाद महाराष्ट्र […]
भारत के स्वाभिमान के प्रतीक महाराणा प्रताप की 484 वी जयंती के पावन अवसर पर आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं हल्दीघाटी के मैदान में युद्ध करने की योजना महाराणा प्रताप ने गोगुंदा के किले में रहते हुए बनाई थी। जब मेवाड़ और मुगलों के बीच संधि न हो पाई तो मानसिंह मुगलों की एक विशाल […]
सोनार का किला, राजस्थान: राजस्थान का जैसलमेर का किला भी भारत के प्रमुख किलों में से एक है। जैसलमेर का अपना भी एक गौरव पूर्ण इतिहास है। प्रातः काल में इस किले पर जैसे ही सूर्य की पहली किरण पड़ती है वैसे ही यह सोने की भांति चमकता हुआ दिखाई देता है। इसीलिए इस किले […]
जब संसार में नए संप्रदायों का जन्म होना आरंभ हुआ तो उन्होंने अपनी जनसंख्या बढ़ाने पर भी ध्यान दिया। इसके लिए स्वाभाविक था कि जो विधर्मी लोग थे उनको जीता जाए और फिर उनसे अपना मजहब स्वीकार कराया जाए। यही कारण रहा कि विश्व में अपनी जनसंख्या बढ़ाने के दृष्टिकोण से ईसाइयत और इस्लाम दोनों […]
………. अविभाजित पंजाब निवासी सरदार गुरबख्शसिंह जी ऋषि और आर्यसमाज के भक्त थे। आप आरम्भिक काल में ही आर्यसमाज के सम्पर्क में आकर इसके अनुयायी बने थे। उन दिनों आप अंग्रेजी राज्य में नहर विभाग में नौकरी करते थे। आप पंजाब प्रान्त के मुलतान, लाहौर और अमृतर स्थानों में लम्बे समय तक रहे। आर्यसमाज के […]
मेहरानगढ़ किला, राजस्थान राजस्थान का जोधपुर शहर भारत के इतिहास में विशेष स्थान रखता है। यहीं पर स्थित दुर्ग को मेहरानगढ़ किला कहा जाता है। अब से लगभग 500 वर्ष पूर्व राव जोधा के द्वारा इसका निर्माण कराया गया था । राव जोधा के नाम से ही जोधपुर शहर स्थापित हुआ। बहुत अधिक ऊंचाई पर […]
✍️मनोज चतुर्वेदी “शास्त्री मोदी विरोध से राष्ट्रविरोध की ओर अग्रसर विपक्ष ने एक बार फिर से राष्ट्र को शर्मसार करने वाली दुर्भाग्यपूर्ण घटना को अंजाम देते हुए मैनपुरी में राष्ट्रनायक महाराणा प्रताप का घोर अपमान किया है। बीते शनिवार समाजवादी पार्टी की मैनपुरी से उम्मीदवार डिंपल यादव के समर्थन में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश […]
चाचा नेहरु के चुनावी किस्से
नेहरु ने जब काशी के मंदिरों की तुलना गुसलखाने यानी बाथरुम से की!!! बात 1962 के चुनावों की है, इसी दौरान नेहरु काशी (वाराणसी/बनारस) गये… यहां एक भाषण में उन्होंने कहा कि – मंदिरों में संगमरमर (*मार्बल) बहुत लगता है, जैसे गुसलखाने में लगता है। लोग समझते हैं कि जितना संगमरमर लगाओं, चीज़ उतनी खूबसूरत […]
भारत के स्वाधीनता आंदोलन में सबसे अधिक ( 80% ) योगदान आर्य समाज का रहा। आर्य समाज ही वह संस्था थी जिसे भारत को सबसे पहले भारतीय तक साथ जोड़ने का सफल और वंदनीय अभ्यास किया स्वामी दयानंद जी महाराज पहले व्यक्ति थे जिन्होंने भारत की आजादी के लिए सबसे पहले यह अनिवार्य किया कि […]