रवि शंकर आज भारत की आर्थिक व्यवस्था डगमगा रही है। अन्तर्राष्ट्रीय मुद्रा के रूप में प्रतिष्ठा प्राप्त डालर के मुकाबले में रुपया अत्यन्त कमजोर हो रहा है। उद्योग-धन्धों में खलबली मच रही है। एक प्रकार से देश में अराजकता का माहौल जैसा दिखाई पड़ रहा है। अभी संसद के मानसून सत्र में भारत के […]
Category: इतिहास के पन्नों से
राजेंद्र सिंह भारतीय रसायन शास्त्रा का इतिहास लाखों वर्ष पुराना है। भारतीय रसायन शास्त्रा के अनेक विवरण भगवान शिव से जुड़े हुए हैं। शिव कोई आज के काल के हैं नहीं। इसी प्रकार यदि हम रामायण काल को देखें तो वाल्मिकी के शिष्य थे भारद्वाज। उन्होंने यंत्रासर्वस्व नामक ग्रंथ लिखा था। इसमें एक […]
महावीर प्रसाद द्विवेदी कूपमण्डूकता बड़ी ही अनिष्टकारिणी क्या एक प्रकार से, विनाशकारिणी होती है। मनुष्य यदि अपने ही घर, ग्राम या नगर में आमरण पड़ा रहे तो उसकी बुद्धि का विकास नहीं होता, उसके ज्ञान की वृद्धि नही होती, उसकी दृष्टि को दूरगामिनी गति नहीं प्राप्त होती। देश—विदेश जाने, भिन्न भिन्न जातियों और धम्मों के […]
22 दिसम्बर/जन्म-दिवस श्रीनिवास रामानुजन् का जन्म 22 दिसम्बर, 1887 को तमिलनाडु में इरोड जिले के कुम्भकोणम् नामक प्रसिद्ध तीर्थस्थान पर हुआ था। वहाँ कुम्भ की तरह हर 12 वर्ष बाद विशाल मेला लगता है। इसीलिए उस गाँव का नाम कुम्भकोणम् पड़ा। रामानुजन् बचपन में सामान्य छात्र थे; पर कक्षा दस के बाद गणित में […]
(21 दिसंबर, 1398 को आज ही के दिन तैमूर ने दिल्ली के कत्लेआम को विराम दिया था) डॉ विवेक आर्य सैफ अली खान और करीना कपूर खान ने अपने बेटे का नाम नवाब तैमूर अली खान पटौदी रखा है। वैसे तो इन दोनों से अपेक्षा रखना बेकार है कि इन्हें यह मालूम होगा कि […]
गांधी , गांधीवाद और नेहरू डॉ राजेन्द्र प्रसाद जब भारत के पहले राष्ट्रपति बने तो वह वास्तव में उस भारत के प्रतिनिधि थे जिस भारत को स्वतन्त्र कराने के लिए देश ने दीर्घकालिक संघर्ष किया था । वह संविधान सभा के अध्यक्ष भी थे। अपनी ऐश्वर्यपूर्ण जीवन शैली के लिए प्रसिद्ध रहे देश के पहले […]
मनीषा सिंह भारत माता की कोख से एक से बढ़कर एक महान वीर ही नहीं बल्कि कई वीरांगनाओं ने भी जन्म लिया है जिन्होंने भारत माता की रक्षा के लिए अपने सर्वस्व सुखों का त्याग कर अपनी मातृभूमि कि पूरे मनोयोग के साथ रक्षा की। ऐसी महान वीरांगनाओं की श्रेणी में नाम आता है। […]
गोवा के समुद्री तटों की सुंदरता से परे हिंदू नरसंहार का एक भयानक अनकहा काला इतिहास भी है, जिसमें : “हिन्दू स्त्रियों के स्तनों को धारदार हथियारों से काट दिया गया। गरमा-गरम लाल चिमटों से शरीर के मांस निकाले गए । लाल गर्म सरिया महिलाओं की योनि और पुरुषों के मलद्वार में डाले गए। […]
डॉ. कृपा शंकर सिंह भारत और राष्ट्र, ये दोनों शब्द सदियों पहले से इस देश के भूभाग के लिये प्रयुक्त होते रहे है। विश्व का प्राचीनतम लिखित प्रमाण और भारतीय अस्मिता की आत्मा ऋग्वेद में राष्ट्र शब्द अनेक बार प्रयुक्त हुआ है। दसवें मंडल में राष्ट्र, राजा और प्रजा (समाज) को लेकर ऋचायें कही […]
————————————————— गुरु नानक देव जी के 550 वें जन्म दिन के मौके पर इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ पाकिस्तान ने सिक्का जारी किया है l सिखो के प्रति यही सदभाव 47 मे दिखाया होता तो विभाजन नहीं होता l District रावलपिंडी मे एक गाव है टोहा खालसा l 6 मार्च 1947 की रात आसपास के मुस्लिम ने […]