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इतिहास के पन्नों से

कितनों ने धर्म बदला इसकी जानकारी रखें

[ पिछड़ी जातियों को धार्मिक संरक्षण विधेयक पर लोकसभा में 4 मार्च 1960 को बहस का समाहार ] स्त्रोत :- पंडित प्रकाशवीर जी के संसदीय भाषण संकलनकर्ता :- डॉ. सत्यवीर त्यागी प्रस्तुतकर्ता – अमित सिवाहा सुश्री मणिबेन पटेल ( आनन्द ) : मैं मिनिस्टर साहब से जानना चाहती हूँ कि हमें आजादी मिलने से पहले […]

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आओ कुछ जाने इतिहास के पन्नों से

१८वीं सदी के रूस में हिन्दू व्यापारी

आज के दौर में वैश्विक व्यापार में भारत के कुछ ही व्यापारिक परिवार विश्व में अपना सिक्का चला पाए है। लेकिन एक समय ऐसा भी था जब भारत के वैश्यों ने बड़े पैमाने पर भारतीय उत्पादों को दूर देशों तक पहुंचाने का कार्य किया था जिस कारण भारतीय उत्पादों व भारतीय संस्कृति के प्रति आज […]

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इतिहास के पन्नों से हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

आदिकवि वाल्मीकि और उनका कालजयी ग्रंथ रामायण

हमारा देश भारत ऋषि और कृषि का देश है। यदि इन दोनों को भारतीय संस्कृति से निकाल दिया जाए तो समझो कि भारत निष्प्राण हो जाएगा । यह हम सबके लिए परम सौभाग्य का विषय है कि हमारे देश भारत वर्ष में एक से बढ़कर एक ऐसे ऋषि – महर्षि हुए जिन्होंने मानवता की अनुपम […]

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इतिहास के पन्नों से

महाभारत के युद्ध का काल निर्धारण

कब हुआ महाभारत का युद्ध गुंजन अग्रवाल महाभारत का युद्ध कब हुआ? इस यक्ष-प्रश्न का उत्तर ढूँढ़ लेने पर भारतीय इतिहास की बहुत सारी काल-सम्बन्धी गुत्थियाँ सुलझ सकती हैं। विगत दो शताब्दियों में अनेक देशी-विदेशी इतिहासकारों ने महाभारत-युद्ध की तिथि निर्धारित करने और उसके आधार पर समूचे इतिहास को व्यवस्थित करने का प्रयास किया है। […]

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इतिहास के पन्नों से भयानक राजनीतिक षडयंत्र

भारत पर आर्यों के आक्रमण की झूठी कल्पना

ज्ञानेंद्र बरतरिया आर्यो के भारत पर आक्रमण की कथा कुछ इस प्रकार बताई जाती है। ईसा से करीब 1500 वर्ष पहले, उत्तर भारत पर आर्य नामक नस्ल के लोगों ने हमला किया था। वे गौर वर्ण के, तीखे नाक-नख्श वाले, घुड़सवार, घूमंतू जाति के बर्बर लोग थे, जो संभवत: मध्य एशिया से, या किसी और […]

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इतिहास के पन्नों से

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना कैसे बन गई भारत के लिए एक महत्वपूर्ण घटना ?

राकेश सैन हेडगेवार जी ने हिन्दू समाज के संगठन कार्य शुरू किया था। संघ में हिन्दू शब्द का प्रयोग उपासना, पन्थ, मजहब या रिलिजन के नाते नहीं होता, इसलिए संघ एक धार्मिक संगठन नहीं है। हिन्दू एक जीवन दृष्टि और जीवन पद्धति है, इस अर्थ में संघ में हिन्दू शब्द का प्रयोग होता है। चिकित्सा […]

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इतिहास के पन्नों से

सावरकर के  माफ़ी माँग कर अंडमान की जेल से छूटने का सच —श्याम सुन्दर पोद्दार 

                     ——————————————— वामपंथी व कांग्रेसी  सावरकर पर आरोप लगाते हैं कि वे अंग्रेज़ सरकार से माफ़ी माँग कर अंडमान की जेल से मुक्त हुए थे। यह आरोप शतप्रतिशत मिथ्या है। सच ये है कि वीर सावरकर ने अंडमान जेल में रहते  हुवे, भारत सरकार के गृह मंत्रालय के सदस्य को अंडमान की जेल में […]

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इतिहास के पन्नों से

जो हिन्दू राष्ट्र सिद्धांत के विरोधी हैं वही सावरकर को बदनाम करने में लगे हैं

ललित गर्ग  सावरकर के पोते रंजीत सावरकर ने स्पष्ट किया है कि यह माफीनामा नहीं था बल्कि जेल में बंद यह सभी क्रांतिकारियों के लिए एक दया-याचिका थी। दूसरी बात इसे महात्मा गांधी के कहने पर लिखा गया था। गांधीजी सावरकर को अपना छोटा भाई मानते थे। दिल्ली के अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में केंद्रीय सूचना […]

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इतिहास के पन्नों से

Government should stop glorifying British planted Gandhi——Shyam Sundar Poddar

——————————————— Government is glorifying Gandhi by printing his photo on currency notes. Giving holiday on his birthday. Taking all the foreign head of states while visiting India at Raj Ghat. Gandhi was a British planted man to lead our freedom struggle. He had not only worked for the British interest throughout his control of Congress […]

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इतिहास के पन्नों से

भारत का वास्तविक राष्ट्रपिता कौन ?- श्रीराम या …. … पुरातन काल के राष्ट्रों के आधुनिक नाम

पुरातन काल के राष्ट्रों के आधुनिक नाम पूज्य महानंद जी , भगवन ! जिसको आपने अभी-अभी पातालपुरी कहा था वहां रावण पुत्र अहिरावण राज्य करते थे उसे आधुनिक काल में अमेरिका कहते हैं। और जिसको आपने सोमभूम नाम से पुकारा सोमकेतु राष्ट्र जो त्रेता काल में था उसे रूस कहते हैं। जिसको आपने इंद्रपुरी कहा […]

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