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इतिहास के पन्नों से

“हँस के लिया पाकिस्तान कहने वाले सुनो ! “—-“नही मिलेगा हिंदुस्तान, जाना होगा पाकिस्तान “(भाग —३) इंजीनियर  श्याम सुन्दर पोद्दार    —————————————

   ————————————— ३१ जनवरी को सावरकर के घर की तलाशी ली गयी। उनके १० हज़ार पत्र पुलिस जब्त करके ले गई। १ फ़रवरी १९४८ से लेकर ५ फ़रवरी तक समस्त देश में हिन्दु महासभा तथा राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं की गिरफ़्तारी का भीषण  दौर चला। जिस पर तनिक भी संदेह हुआ […]

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आतंकवाद इतिहास के पन्नों से

भीमा कोरेगांव की घटना और इतिहास का नजरिया

डॉ विवेक आर्य पुणे के समीप भीमा कोरेगांव में एक स्मारक बना हुआ है। कहते है कि आज से 200 वर्ष पहले इसी स्थान पर बाजीराव पेशवा द्वितीय की फौज को अंग्रेजों की फौज ने हराया था। महाराष्ट्र में दलित कहलाने वाली महार जाति के सैनिकों ने अंग्रेजों की ओर से युद्ध में भाग लिया […]

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इतिहास के पन्नों से

जब अंग्रेजों और अन्य यूरोपियन जातियों ने खेला था भारत में बड़ा खेल

उगता भारत ब्यूरो उन्नीसवीं शताब्दी में और बीसवीं शताब्दी के शुरु में एशिया में अपना प्रभुत्त्व जमाने के लिए रूसी साम्राज्य और ब्रिटिश साम्राज्य के बीच खींचतान हुई। इस खींचतान को तब नाम दिया गया था – द ग्रेट गेम यानी वो बड़ा खेल। उन्नीसवीं शताब्दी के उत्तरार्ध में विश्व राजनीति में रूसी और ब्रिटिश […]

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इतिहास के पन्नों से

स्वामी श्रद्धानंद हुए थे महात्मा गांधी की राजनीति के पहले शिकार

प्रेषकः डॉ विवेक आर्य जिन्होंने इतिहास के उन पन्नों को पलटा है, जब गांधी जी दक्षिण अफ्रीका में रंगभेद के विरुद्ध लड़ाई लड़ रहे थे, तब उन्होंने आर्थिक सहायता के लिये अभ्यर्थना भारत से की | उन दिनों गुरुकुल कांगड़ी में २-३ अंग्रेजी अख़बार आते थे | स्वामी श्रद्धानंद ने उन अखबारों के आधार पर […]

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इतिहास के पन्नों से

डॉक्टर अंबेडकर ने भी बताया था गांधी हत्या को देश के लिए ‘अच्छा’

महात्मा गाँधी पर अपमानजनक टिप्पणी करने के बाद महाराज कालीचरण को आज (दिसंबर 30, 2021) खजुराहो से मध्य प्रदेश सरकार और पुलिस को सूचित किये बिना गिरफ्तार कर लिया गया है। जो बहुत ही निंदनीय और आपत्तिजनक है। अगर गाँधी भक्तो को महाराज कालीचरण द्वारा गाँधी के विरुद्ध कहे शब्दों से इतना ऐतराज है, फिर […]

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इतिहास के पन्नों से

हंस कर लिया पाकिस्तान कहने वालों, सुनो ! ह—“नही मिलेगा हिंदुस्तान-,जाना होगा पाकिस्तान (भाग -२)—इंजीनियर श्याम सुन्दर पोद्दार (महामन्त्री,वीर सावरकर  फ़ाउंडेशन )   ——————————————

मियां असदुद्दीन ओवैसी यदि यह सोच रहे हैं कि भविष्य में देश की सत्ता पर फिर कांग्रेस का बीज होगी तो अब उन्हें यह समझ लेना चाहिए कि मुस्लिम तुष्टीकरण के खेल में लगी रही कांग्रेस कभी भी सत्ता में लौट नहीं पाएगी । ओवैसी को यह ध्यान रखना चाहिए कि 2004 में कांग्रेस सत्ता […]

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इतिहास के पन्नों से

भारत की आजादी के क्रांतिकारी आंदोलन का एक प्रमुख संगठन था गदर पार्टी

उगता भारत ब्यूरो जब देश अंग्रेजों का गुलाम था तब कनाडा और अमरीका में रह रहे भारतीयों ने सौ साल पहले ‘गदर पार्टी’ बनाई थी। इसका उद्देश्य था भारत से बाहर रह रहे भारतीयों की सहायता से भारत को स्वतंत्र कराना। इसकी पूर्ति के लिए गदर पार्टी ने ‘गदर’ नाम का एक समाचारपत्र भी निकाला […]

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इतिहास के पन्नों से

अकबर की महानता की कहानी : कितनी सच्ची कितनी झूठी ?

डॉ. मनोज चतुर्वेदी पुरुषोत्तम नागेश ओक, (२ मार्च,१९१७-७ दिसंबर,२००७), जिन्हें लघुनाम श्री.पी.एन.ओक के नाम से जाना जाता है, द्वारा रचित पुस्तक “कौन कहता है कि अकबर महान था?” में अकबर के सन्दर्भ में ऐतिहासिक सत्य को उद्घाटित करते हुए कुछ तथ्य सामने रखे हैं जो वास्तव में विचारणीय हैं….. अकबर को अकबर-ऐ-आज़म (अर्थात अकबरमहान) के […]

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देश के बंटवारे को स्वीकार कर राष्ट्र की हत्या के दोषी हैं गांधी, फिर राष्ट्रपिता कैसे ? – इंजीनियर श्यामसुंदर पोद्दार ( महामन्त्री,वीर सावरकर फ़ाउंडेशन )           

गाँधी देश के बंटवारे के दोषी रहे हैं। उन पर इस आरोप के चलते कालीचरण ने जो कुछ भी कहा है वह कुछ भी नहीं कहा। गाँधी ने बंटवारे को स्वीकार करके देश को बर्बाद कर दिया था। कांग्रेस के नेतृत्व ने उन्हें राष्ट्रपिता का फर्जी प्रमाण पत्र दे दिया। जिसके वह पात्र नहीं थे। […]

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आपातकाल के वे काले दिन और उनके काले किस्से

भूपेंद्र भंडारी पत्रकार कूमी कपूर ने अपनी किताब ‘द इमर्जेंसी, अ पर्सनल हिस्ट्री’ में संजय गांधी की कार परियोजना के बारे में बहुत गहरी जानकारी दी है। आपातकाल की भयावहता को दोहराते वक्त अधिकांश टीकाकारों ने देश के इतिहास में विकृत पूंजीवाद और भ्रष्टाचार की सबसे निर्लज्ज मानी जा सकने वाली एक दास्तान की अनदेखी […]

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