मनमोहन कुमार आर्य यह घटना प्रथम विश्वयुद्ध के दिनों की हैं । रियासत बहावलपुर के एक ग्राम में मुसलमानों का एक भारी जलसा हुआ । उत्सव की समाप्ति पर एक मौलाना ने घोषणा की कि कल दस बजे जामाँ मस्जिद में दलित कहलानेवालों को मुसलमान बनाया जाएगा, अतः सब मुसलमान नियत समय पर मस्जिद में […]
Category: इतिहास के पन्नों से
3 अप्रैल 1967 को जब चौधरी चरण सिंह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने तो उस समय उत्तर प्रदेश विधानसभा में दो मुसलमान विधायक थे, एक दिन विधानसभा भवन में कमाल यूसुफ नाम के एक विधायक ने चौधरी चरण सिंह से कहा : चौधरी साहब आप केवल हिंदुओं की वोटों से ही मुख्यमंत्री नहीं बने हो, […]
उगता भारत ब्यूरो १९४७ के देश के विभाजन के बाद पाकिस्तान बड़ी संख्या में मुजाहिदों को प्रशिक्षण देकर भारत में हमला करने के लिए तैयार कर रहा था। प्रशिक्षण देने के बाद पाकिस्तान ने उन्हीं हथियारबंद मुजाहिदों को घुसपैठियों (कबाली) को लद्दाख पर कब्जा करने की नीयत से भेजा था, इन कबालियों के साथ पाकिस्तानी […]
हमने पिछले लेख में बताया कि इस्लाम के कलमा के दो हिस्से है , उसका दूसरा भाग ” मुहम्मदुर्रसूलल्लाह ” है इसका अर्थ है मुहम्मद अल्लाह का रसूल “आज सारी दुनिया के लोग जान चुके हैं कि इस दो टुकड़ों से बने कलमा के कारण जबसे इस्लाम बना मुस्लमान तब से आज तक अत्याचार ,आतंक […]
दीपांजन घोष बंगलुरु को आज भारत की आईटी राजधानी माना जाता है जहां देश भर से लोग पढ़ने और नौकरी करने आते हैं। लेकिन यहां रहने वाले और बाहर से आने वाले ज़्यादातर लोगों को बंगलुरु क़िले और इसके अद्भुत इतिहास के बारे में कोई ख़ास जानकारी नहीं है। पेश है बंगलुरु क़िले के बारे […]
उगता भारत ब्यूरो चेतक अश्व गुजरात के व्यापारी काठीयावाडी नस्ल के तीन घोडे चेतक,त्राटक और अटक लेकर मारवाड आया।अटक परीक्षण में काम आ गया। त्राटक महाराणा प्रताप ने उनके छोटे भाई शक्ती सिंह को दे दिया और नीले घोड़े का नाम ‘चेतक’ था, जो महाराणा प्रताप ने रखा… बाज नहीं, खगराज नहीं, पर आसमान में […]
अशोक आर्य देश में मेवाड़ ही एक एसा भाग रहा है , जिसने सदा विदेशियों से लोहा लेने के लिए एक लम्बी लडाई लडी । इस लडाई को मेवाड ने जहां प्रताप जैसे प्रणवीर, राजसिंह जैसे राजनीतिज्ञ तथा पद्मिनी जैसी पतिव्रता स्त्रियां दी हैं , वहां कृष्णकुमारी जैसी दूरदर्शी व देश रक्षक महिलाएं भी दीं […]
प्रो. भगवती प्रकाश पाकिस्तान अधिक्रांत कश्मीर यानी पीओके में कृष्णगंगा नदी के तट पर नियंत्रण रेखा से 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित प्राचीन शारदा मन्दिर, शक्तिपीठ और शारदा पीठ विश्वविद्यालय कश्मीर की संस्कृति का प्राण व पहचान रहे हैं। प्राचीन शारदा लिपि का विकास केन्द्र होने के साथ ही यह शक्ति पीठ देश के […]
अशोक आर्य भारत का गौरव इस बात से ही है कि इस देश में जहां भी तप , त्याग व संयम की आवश्यकता हुई , इस देश के प्राणी, इस देश के वीर . वीरांगणाएं सदा आगे ही दिखाई दिये । अपनी आन के लिए सिर कटा दिये , धन – सम्पदा त्याग दी किन्तु […]
तिलका माँझी उर्फ जबरा पहाड़िया (11 फ़रवरी 1750-13 जनवरी 1785) भारत के आदिविद्रोही हैं। दुनिया का पहला आदिविद्रोही रोम के पुरखा आदिवासी लड़ाका स्पार्टाकस को माना जाता है। भारत के औपनिवेशिक युद्धों के इतिहास में जबकि पहला आदिविद्रोही होने का श्रेय पहाड़िया आदिम आदिवासी समुदाय के लड़ाकों को जाता हैं जिन्होंने राजमहल, झारखंड की पहाड़ियों […]