एक किसान बहुत ही उम्दा किस्म का मक्का उगाता था! हर वर्ष उसकी उगाई हुई मक्का को राष्ट्रीय फसल मेला में पुरस्कृत किया जाता था! एक साल एक रिपोर्टर उसका साक्षात्कार लेने, और यह जानने की उत्सुकता के साथ कि वह हर वर्ष ऐसा कैसे कर पता है , वहां आया! आसपास सबसे किसान के […]
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श्रीनिवास आर्य सॉफ्ट ड्रिंक से जुड़ी एक खबर ने पूरी दुनिया में खलबली मचा दी है। ब्रिटेन के पूर्व फार्मासिस्ट नीरज नाइक ने दी रेनिगेड फार्मासिस्ट नाम के अपने ब्लॉग में कोल्ड ड्रिंक पीने के बाद शरीर के अंदर होने वाले प्रभावों को सबके सामने लाया है। इस ब्लॉग में उन्होंने दिखाया है कि कोका […]
वर्चस्व जमाना चाहते हैं, और तुझे भी मिटाना चाहते हैं।सुना था प्रभु प्रलय करने का, तेरा विशिष्ट अधिकार।लगता तुझसे भूल हुई, तू खो बैठा अधिकार। लगती होंगी अटपटी सी तुमको, मेरी ये सारी बातें।एटम की टेढ़ी नजर हुई, बीतेंगी प्रलय की रातें। निर्जनता का वास होगा, कौन किसको जानेगा?होगा न जीवित जन कोई, तब तुझको […]
क्या झील का खामोश दर्पण, खोया है उनकी याद में?क्या ध्यानमग्न हो हिमगिरि भी, उलझे हैं इस विवाद में? विरह की सी धुन लगती है, झरनों के निनाद में।कोई तो बोलो, आज अरे, मेरे वाद के प्रतिवाद में। जीवन का ये जटिल प्रश्न, कैसे बने सरल?जीवन बीत रहा पल-पल………….. विचित्र विधाता की सृष्टि को, निरख […]
अमेरिकन सरकारी संस्था के प्रतिवेदन अनुसार , अमेरिका मे 41 प्रतिशत लोग केन्सर का भोग बने है । अर्थात दो पुरुष मे से एक पुरुष केनसर पीडि़त एवं तीन महिला मे से एक महिला । इस संस्था ने खाद्य पदार्थो मे हो रहे असीमित रसायणों के उपयोग को दोषी माना है । कुछ रसायण ऐसे […]
शुभा दुबे लंकिनी के पास से चलकर वीरवर हनुमानजी सीताजी की खोज करने लगे। उन्होंने रावण के महल का कोना कोना छान डाला, किंतु कहीं भी उन्हें सीताजी के दर्शन नहीं हुए। सीताजी को न देख पाने के कारण वह बहुत ही दु:खी और चिंतित हो रहे थे। रावण के महल में मंदोदरी को देखकर […]
दक्षिण भारत के संत (14) सन्त कुलशेखर अलवार
बी एन गोयल हे भगवन मैं कब आप के दिव्य दर्शन कर सकूँगा। हे प्रभु राम, मैं अशांत हूँ । मुझे कब आप का अनुग्रह मिलेगा। मेरा मन भटकता रहता है। मैं कब इसे आप के चरण कमलों में लगा सकूँगा। मेरे मन में कब आप के प्रति निष्ठा जागेगी । मुझे कब आप का […]
दीनदयाल जी की याद दिलाती एक किताब
लोकेन्द्र सिंह भारतीय जनता पार्टी के प्रति समाज में जो कुछ भी आदर का भाव है और अन्य राजनीतिक दलों से भाजपा जिस तरह अलग दिखती है, उसके पीछे महामानव पंडित दीनदयाल उपाध्याय की तपस्या है। दीनदयालजी के व्यक्तित्व, चिंतन, त्याग और तप का ही प्रतिफल है कि आज भारतीय जनता पार्टी देश की सबसे […]
शिव की शक्ति और गंगा की भक्ति
अशोक प्रवृद्ध भारतीय पौराणिक इतिहास की सबसे महत्वदपूर्ण कथा गंगावतरण, जिसके द्वारा भारतवर्ष की धरती पवित्र हुई, में इक्ष्वाकु वंशीय दिलीप के पुत्र भगीरथ की कठोर तपस्या से प्रसन्न होकर शिव ने गंगा की धारा को देवलोक से भूलोक में गिरते समय अपनी जटा में सम्भालने के लिए हामी भर दी । तब ब्रह्मा के […]
स्वरूप बिगड़ता देख कर अपना, क्या तू भी कभी बोलती है?उत्खनन हो रहा खनिजों का, सोना, चांदी, हीरे, मोती।चलते हो बम दमादम जब, क्या तू भी सिर धुनकर रोती? रोती होगी तू अवश्यमेव, यह होता आभास।आंसू छलके जब जब तेरे, यह बता रहा इतिहास। मत दे जीवन धरनी उनको, है दिल की यह अरदास।मानव रक्त […]