वर्चस्व जमाना चाहते हैं, और तुझे भी मिटाना चाहते हैं।सुना था प्रभु प्रलय करने का, तेरा विशिष्ट अधिकार।लगता तुझसे भूल हुई, तू खो बैठा अधिकार। लगती होंगी अटपटी सी तुमको, मेरी ये सारी बातें।एटम की टेढ़ी नजर हुई, बीतेंगी प्रलय की रातें। निर्जनता का वास होगा, कौन किसको जानेगा?होगा न जीवित जन कोई, तब तुझको […]
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क्या झील का खामोश दर्पण, खोया है उनकी याद में?क्या ध्यानमग्न हो हिमगिरि भी, उलझे हैं इस विवाद में? विरह की सी धुन लगती है, झरनों के निनाद में।कोई तो बोलो, आज अरे, मेरे वाद के प्रतिवाद में। जीवन का ये जटिल प्रश्न, कैसे बने सरल?जीवन बीत रहा पल-पल………….. विचित्र विधाता की सृष्टि को, निरख […]
अमेरिकन सरकारी संस्था के प्रतिवेदन अनुसार , अमेरिका मे 41 प्रतिशत लोग केन्सर का भोग बने है । अर्थात दो पुरुष मे से एक पुरुष केनसर पीडि़त एवं तीन महिला मे से एक महिला । इस संस्था ने खाद्य पदार्थो मे हो रहे असीमित रसायणों के उपयोग को दोषी माना है । कुछ रसायण ऐसे […]
शुभा दुबे लंकिनी के पास से चलकर वीरवर हनुमानजी सीताजी की खोज करने लगे। उन्होंने रावण के महल का कोना कोना छान डाला, किंतु कहीं भी उन्हें सीताजी के दर्शन नहीं हुए। सीताजी को न देख पाने के कारण वह बहुत ही दु:खी और चिंतित हो रहे थे। रावण के महल में मंदोदरी को देखकर […]
बी एन गोयल हे भगवन मैं कब आप के दिव्य दर्शन कर सकूँगा। हे प्रभु राम, मैं अशांत हूँ । मुझे कब आप का अनुग्रह मिलेगा। मेरा मन भटकता रहता है। मैं कब इसे आप के चरण कमलों में लगा सकूँगा। मेरे मन में कब आप के प्रति निष्ठा जागेगी । मुझे कब आप का […]
लोकेन्द्र सिंह भारतीय जनता पार्टी के प्रति समाज में जो कुछ भी आदर का भाव है और अन्य राजनीतिक दलों से भाजपा जिस तरह अलग दिखती है, उसके पीछे महामानव पंडित दीनदयाल उपाध्याय की तपस्या है। दीनदयालजी के व्यक्तित्व, चिंतन, त्याग और तप का ही प्रतिफल है कि आज भारतीय जनता पार्टी देश की सबसे […]
अशोक प्रवृद्ध भारतीय पौराणिक इतिहास की सबसे महत्वदपूर्ण कथा गंगावतरण, जिसके द्वारा भारतवर्ष की धरती पवित्र हुई, में इक्ष्वाकु वंशीय दिलीप के पुत्र भगीरथ की कठोर तपस्या से प्रसन्न होकर शिव ने गंगा की धारा को देवलोक से भूलोक में गिरते समय अपनी जटा में सम्भालने के लिए हामी भर दी । तब ब्रह्मा के […]
स्वरूप बिगड़ता देख कर अपना, क्या तू भी कभी बोलती है?उत्खनन हो रहा खनिजों का, सोना, चांदी, हीरे, मोती।चलते हो बम दमादम जब, क्या तू भी सिर धुनकर रोती? रोती होगी तू अवश्यमेव, यह होता आभास।आंसू छलके जब जब तेरे, यह बता रहा इतिहास। मत दे जीवन धरनी उनको, है दिल की यह अरदास।मानव रक्त […]
अशोक प्रवृद्ध उपनिषदों की एक कथा के अनुसार शरीर के इन्द्रियों में अपनी-अपनी श्रेष्ठता को लेकर विवाद हो जाने और सर्वश्रेष्ठता का निश्चय नहीं कर पाने पर वे प्रजापति के समक्ष गई और कहने लगीं कि उनमे से कौन सर्वश्रेष्ठ है? प्रजापति के सुझाव पर सब इन्द्रियाँ एक-एक कर शरीर छोडक़र गयीं और वापस लौट […]
नई दिल्ली। नई दिल्ली में मौलाना आजाद मेडिकल कालेज के मुख्य द्वार के सामने स्थित खूनी दरवाजा आज इस बात को तसल्ली कर सकता है कि वह इस अंतिम मुगल शाह के लाडलों को बेरहमी से कत्ल किये की घटना का मूकगवाह है। सरकार ने शादी के बाद उसी राष्टï्रभक्त बादशाह बहादुर जफर के नाम […]