नीलम द्विवेदी उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले की कादीपुर तहसील में बिजेथुआ नामक स्थान पर स्थित है हनुमान जी का वह मंदिर, जिसके बारे में कहा जाता है कि यहीं महाबली हनुमान ने कालनेमि का वध किया था। रामायण की कथा के अनुसार जब राम-रावण युद्ध में लक्ष्मण जी को शक्ति लगी और वह मूर्छित […]
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सीधे सच्चे अधिकारी को, मारग से भटकाता है।चमचागिरी करके प्यारे, बैस्ट अवार्ड को पाता है। गली गांव शहरों में, हो रहा तेरी कला का शोर।जय हो चमचे चुगलखोर। संविधान निर्माता भूल गये, कोटा नियत करना।फिर भी छूट तू ले गया प्यारे, बिन कोटा माल को चरना। बनते रहें कानून चाहे जितने, तुझको क्या परवाह?तेरी निकासी […]
मनमोहन आर्य वैदिक धर्म एक जीवन पद्धति है जो कि आघुनिक जीवन पद्धति से कुछ समानता रखने के साथ कुछ व कई बातों में इसके विपरीत भी है। अतः इन दोनों जीवन पद्धतियों में कौन सी पद्धति मनुष्यों के लिए श्रेयस्कर और श्रेष्ठ है और कौन सी नहीं है, इस पर विचार करना इस लिए […]
रक्षाबंधन पर भाई को अपने हाथों से बनी मिठाईयां खिलायें, ये स्वाद के साथ उसकी सेहत का भी ख्याल रखेंगी, आइए हम आपको उन हेल्दी स्वीट रेसिपीज के बारे में बताते हैं। रक्षाबंधन पर मिठाई रक्षाबंधन का त्योहार बिना मीठे के अधूरा है। क्यों न इस बार बाजार से मिठाई खरीदने के बजाय अपने हाथों […]
ऐसी मान्यता है कि रक्षाबंधन के दिन बहनें भाइयों की कलाई पर पवित्र धागा बांधती हैं ताकि भाई उनकी रक्षा करें। रक्षा बंधन का भाव केवल इतना ही नहीं है। वास्तव में रक्षा बंधन से अभिप्राय है जब बहन भाई की कलाई में रक्षा सूत्र बांधती है तो वह कह रही होती है, मैं जीवन […]
हमारी रोज रोज की भाग दौड़ और काम के बोझ तले दबी जिंदगी में तनाव इस कदर बढ़ जहाता है कि वह हमारे दिमाग के साथ साथ शरीर को भी नुकसान पहुंचाने लगता है। इसलिए बिगड़ती सेहत को रोकने के लिए जरूरी है दिमाग को शांत रखना। जानिए, किन योगा आसनों से आप रोज के […]
इन दिनों उत्तर भारत के कई राज्यों में डेंगू ने फिर से कहर बरपाना शुरू कर दिया है। माना कि इस रोग की अभी तक कोई एक खास दवा ईजाद नहीं हुई है और न ही इसकी रोकथाम के लिए फिलहाल कोई टीका(वैक्सीन) उपलब्ध है, फिर भी लक्षणों के आधार पर समय रहते इस रोग का इलाज किया […]
मेरठ, जिन हरी सब्जियों व फलों को हम स्वास्थ्यवर्धक समझ खा रहे हैं।इनसे कैंसर, गुर्दा रोग, टीबी, दमा जैसी बीमारियां फैलने का खतरा बना हुआ है। फलों-सब्जियों में जहरीले रसायनों की मात्रा निर्धारित सीमा (एमआरएल) को पार कर गई है। जी हां, यह खुलासा भारत सरकार के कृषि मंत्रालय की ताजा रिपोर्ट में हुआ है। इन […]
‘देश की परतन्त्रता में मूर्तिपूजा की भूमिका पर महर्षि दयानन्द का सन् 1874 में दिया एक हृदयग्राही ऐतिहासिक उपदेश’ हमने विगत तीन लेखों में महर्षि दयानन्द के सन् 1874 में लिखित आदिम सत्यार्थ प्रकाश से हमारे देश आर्यावर्त्त में महाभारत काल के बाद अज्ञान व अन्धविश्वासों में वृद्धि, मूर्तिपूजा के प्रचलन, मन्दिरों के विध्वंश व इनकी […]
देश व संसार में अनेक मत-मतान्तर हैं फिर हमें उनमें से ही किसी एक मत को चुन कर उसका अनुयायी बन जाना चाहिये था। यह वाक्य कहने व सुनने में तो अच्छा लगता है परन्तु यह एक प्रकार से सार्थक न होकर निरर्थक है। हमें व प्रत्येक मनुष्य को यह ज्ञान मिलना आवश्यक है कि […]