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मुद्दा

आखिर क्यों ढ़हा भाजपा का मजबूत किला*

(शिव शरण त्रिपाठी-विनायक फीचर्स) यदि भाजपा 2024 के आम चुनाव में अपने बलबूते बहुमत न हासिल न कर सकी तो इसका मुख्य कारण उत्तर प्रदेश में भाजपा का किला ढहना माना जा रहा है। जिस उत्तर प्रदेश में भाजपा ने 2014 के आम चुनाव में 71 सीटे जीती हो और 2019 के आम चुनाव में […]

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नरेंद्र मोदी : हिंदूवाद से सत्तावाद की ओर

✍️मनोज चतुर्वेदी “शास्त्री आदरणीय मोहन भागवत और श्री इंद्रेश जी के बयानों के पश्चात मीडिया और राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा ज़ोर पकड़ने लगी है कि क्या राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भारतीय जनता पार्टी के बीच “खटपट” चल रही है? यहां यह प्रासंगिक है कि श्री नरेन्द्र मोदी ने सर्वप्रथम 2014 में “हिंदूवाद” के मुद्दे […]

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भाजपा कहीं हार गई तो कहीं हारते हारते बची है ,आखिर क्यों

क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि विकास के कारण भी हार हो सकती है? अर्थात, कोई नेता या पार्टी इसीलिए हार जाए क्योंकि उसने विकास किया? सुनने में ये अजीब और हास्यास्पद जरूर लगे… लेकिन, अपने भारत के संदर्भ में ये बिल्कुल सच है। असल में इस चुनाव से कुछ पहले मेरा देवघर जाना […]

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बाल श्रम की अंधी गलियां और कानून

-ललित गर्ग- पूरी दुनिया में बाल श्रम एक ज्वलंत समस्या है, कैसा विरोधाभास है कि हमारा समाज, सरकार और राजनीतिज्ञ बच्चों को देश का भविष्य बताते हुए नहीं थकते लेकिन क्या इस उम्र के लगभग 25 से 30 करोड़ बच्चों से बाल मजदूरी के जरिए उनका बचपन और उनसे पढने का अधिकार छीनने का यह […]

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भयानक राजनीतिक षडयंत्र मुद्दा

दुनिया चकित है केरल के महाज्ञानी छात्रों के नम्बर देख कर

विश्व मे ये पहला उदाहरण है। दुनिया चकित है केरल के महाज्ञानी छात्रों के नम्बर देख कर। आज TV पर बताया गया कि केरल बोर्ड से 100% नम्बर लेकर आये 4000से ज्यादा छात्र -छात्राओं ने दिल्ली वि वि मे फार्म भरा। एक ही कॉलेज में। इनमें से इतिहास में 38, भूगोल में 34, गणित में […]

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किशोरियों के लिए भी ज़रूरी है खेल का मैदान

मीरा नायक लूणकरणसर, राजस्थान “हमारे गांव में लड़कियों के खेलने के लिए कोई मैदान नहीं है. जिससे इस क्षेत्र में अपना करियर बनाने का सपना देखने वाली लड़कियों के पास अवसर खत्म हो रहे हैं. पूरे गाँव में केवल एक स्कूल है जहां खेलने लायक जमीन उपलब्ध है. लेकिन वहां लड़कों का कब्जा बना रहता […]

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फूट-कलह ने खींच दी, आँगन में दीवार*

(आखिर क्यों बदल रहे हैं मनोभाव और टूट रहे परिवार?) (भौतिकवादी युग में एक-दूसरे की सुख-सुविधाओं की प्रतिस्पर्धा ने मन के रिश्तों को झुलसा दिया है। कच्चे से पक्के होते घरों की ऊँची दीवारों ने आपसी वार्तालाप को लुप्त कर दिया है। पत्थर होते हर आंगन में फ़ूट-कलह का नंगा नाच हो रहा है। आपसी […]

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स्वस्थ भारत की राह में रोड़ा है कुपोषण

प्रिया कुमारी अजमेर, राजस्थान देश में जब विकसित भारत की संकल्पना को मूर्त रूप दिया जा रहा था, उस समय यह महसूस किया गया होगा कि स्वस्थ भारत के बिना विकसित भारत का आकार बेमानी है. यही कारण है कि आज विकसित भारत के नारा से पहले स्वस्थ भारत का नारा दिया जाता है. दरअसल […]

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राहुल गाँधी ने मुस्लिम वोट बैंक के कारण चुना वायनाड, दोनों सीटों से जीते तो रायबरेली छोड़ेंगे : आदेश रावल, कांग्रेस के वफादार पत्रकार

आदेश रावल (बाएँ) और राहुल गाँधी (फोटो साभार : X_Adesh/INCIndia) लोकसभा चुनाव 2024 में राहुल गाँधी 2 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं। वो केरल के वायनाड से दोबारा चुनावी मैदान में हैं, जहाँ से वो मौजूदा लोकसभा सांसद हैं, तो दूसरी सीट है रायबरेली। रायबरेली सीट पर अब तक सोनिया गाँधी चुनाव लड़ती रही […]

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रूद्रावतार हनुमान: जिनके बिना रामकाज भी अधूरा

23 अप्रैल: हनुमान जन्मोत्सव पर विशेष- -सुरेश सिंह बैस “शाश्वत” रूद्र के ग्यारहवें अवतार पवन पुत्र हनुमान का जन्म पंचागानुसार चैत्र पूर्णिमा के दिन मंगलवार चित्र नक्षत्र व मेष लग्न के योग में हुआ था। ज्योतिषाचार्यों के गणना अनुसार हनुमान जी का जन्म अंठ्ठावन हजार एक सौ तेरह वर्ष पूर्व त्रेता युग में हुआ था। […]

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