अजय कुमार किसानों के हितों के नाम पर नये कृषि कानून के विरोध में आंदोलन कर रहे किसान नेता जब देशद्रोह के आरोप में बंद शरजील इमाम और उमर खालिद सहित कई लोगों की रिहाई की मांग करने लगे तो आंदोलन की हकीकत समझी जा सकती है। क्या किसान नेता कोरोना की आड़ में लगातार […]
Category: मुद्दा
असहाय कांग्रेस और बंगाल विधानसभा चुनाव
आशीष कुमार देश की सबसे पुरानी पार्टी यानी कांग्रेस क्षेत्रीय पार्टियों के हाथ की कठपुतली बनती जा रही है जो सिर्फ इशारों पर नाच सकती है, विरोध नहीं कर सकती। इस बात को समझने के लिए आपको सबसे पहले क्रोनोलॉजी समझनी पड़ेगी। बंगाल में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं और बीजेपी वहां एक मजबूत […]
लिबरल गिरोह उनसे परेशान है। वामपंथी मीडिया उन्हें हिन्दुओं की सबसे ‘कर्कश आवाज़’ कहता है। हाल ही में गाजियाबाद के डासना में एक नाबालिग लड़के आसिफ की पिटाई हुई, जिसके बाद दावा किया गया कि वो मंदिर में पानी पीने गया था। हालाँकि, एक व्यक्ति ने इस पूरे नैरेटिव पर तथ्यों से तगड़ा प्रहार किया। […]
——————————————— आजकल मिम के नेता असद्दुदीन ओबैसी बहुत ज़ोर से यह बात स्थापित करने का प्रयास कर रहे हैं कि भारत में रहने वाले मुसलमान हज़ारों वर्ष से यहाँ रहते आए हैं। इसलिए यह की हर चीज़ पर इनका अधिकार है। मिम के नेता ओवैसी जान बूझ कर एक सफ़ेद झूठ को स्थापित करना चाहते […]
डॉ. वेदप्रताप वैदिक सर्वोच्च न्यायालय ने डॉ. फारुक अब्दुल्ला के मामले में जो फैसला दिया है, वह देश में बोलने की आजादी को बुलंद करेगा। यदि किसी व्यक्ति को किसी नेता या साधारण आदमी की किसी बात पर आपत्ति हो तो वह दंड संहिता की धारा 124ए का सहारा लेकर उस पर देशद्रोह का मुकदमा […]
भारतीय राजनीति अपने स्वार्थ में कितनी नीचे गिर सकती है, उसका ज्वलंत उदाहरण इतिहास को ही देखने से मिल जाता है। इसे देश का दुर्भाग्य कहा जाए फिर इतिहासकारों की अज्ञानता अथवा शिक्षित होते हुए भी अशिक्षित। जिन्होंने चंद चांदी के सिक्कों की खातिर देश के गौरवमयी इतिहास को दरकिनार कर आतताई मुगलों का महिमामंडन […]
अपराध की मानसिकता के जनक को मारने की आवश्यकता है | दिल्ली की निर्भया काण्ड जैसी विभत्स बलात्कार की जितनी भत्सर्ना किया जाय वो न्यून ही है, यद्यपि उसके अपराधियों को अन्ततः प्राणदण्ड मिला | यद्यपि भारत की न्यायिक प्रणाली में विलम्ब भी बहुत हुआ | मानो भारतीय जनमानस की धैर्य की परीक्षा ले रही […]
अजय कुमार सियासत में टाइमिंग का महत्व इसी से समझा जा सकता है कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा उत्तर भारतीयों पर दिए गए बयान पर कहीं कोई खास प्रतिक्रिया देखने को नहीं मिल रही है, लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि राहुल का बयान ‘नेपथ्य’ में चला गया है। राजनीति में […]
अखिल भारत हिंदू महासभा ———————————————हिंदू महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष इंजीनीयर श्याम सुंदर पोद्दार ने कहा पत्रकार बंधु व लोग मुझसे पूछते है हिंदू महासभा ने ये क्या विचित्र नारा दे डाला ।यह लोग शताब्दियों से यहाँ रहते हैं। इनका जन्मसिद्ध अधिकार है भारत में रहने का। फिर हिंदू महासभा इस तरह का नारा क्यों लगा […]
बलबीर पुंज हाल ही में उत्तर प्रदेश सरकार ने वित्त वर्ष 2021-22 का बजट प्रस्तुत किया। बजट में मदरसों के आधुनिकीकरण योजना हेतु 479 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। आखिर इस घोषणा के पीछे योगी सरकार का आशय क्या हो सकता है? संभवत: सरकार का उद्देश्य होगा कि मदरसों में अंग्रेजी, गणित, विज्ञान […]