ललित गर्ग हमने करीब ढाई लाख से ज्यादा लोगों को खो दिया हैं, पीड़ित लोगों की संख्या करोड़ों में है। अस्पतालों में बेड नहीं। ऑक्सीजन के हाहाकार ने रूला दिया है। जरूरी दवाओं की किल्लत है। सरकारें व्यापक प्रयत्नों में जुटी हैं, लेकिन हम अपने नागरिक कर्तव्य से मुंह नहीं मोड़ सकते। कोरोना महामारी […]
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अजय कुमार कालाबाजारियों और निजी अस्पताल चलाने वालों के खिलाफ जो थोड़ी बहुत कार्रवाई हो रही है वह जिला प्रशासन और पुलिस द्वारा की जा रही है, लेकिन इन लोगों के पास आर्थिक मामलों की जांच का इतना अनुभव नहीं होता है कि वह बड़ी कार्रवाई कर सकें। एक तरफ महामारी दूसरी तरफ कालाबाजारी से […]
संसाधनों की कमी से मौतें का दंश झेलता देश
डॉ. शंकर सुवन सिंह इलाहाबाद हाईकोर्ट ने महामारी के विकराल रूप को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार को लॉकडाउन लगाने की नसीहत दी थी पर सरकार ने उसको सिरे से तुरंत खारिज कर दिया था। यह घटना राज्य सरकार के रवैये को चरितार्थ करती है। देश संकट में है और कोविड-19 महामारी से जूझ रहा […]
डॉ. रवीन्द्र अरजरिया अधिकारियों के फोन न उठने, उत्तरदायी लोगों द्वारा मरीजों के साथ दुर्व्यवहार करने तथा शिकायतों पर ध्यान न देने के अनेक मामले रोज ही सामने आ रहे हैं। कोरोना का दूसरा चरण बेहद खतरनाक होता जा रहा है। जांच रिपोर्ट पर भी प्रश्नचिन्ह अंकित हो रहे हैं। कोरोना का प्रकोप दिनों दिन […]
मधुरेन्द्र सिन्हा देश कोरोना के भयावह काल से गुजर रहा है और हर दिन सैकड़ों लोगों की जान जा रही है। लेकिन बेईमानों की एक पूरी फौज ऐसे दुखद समय का फायदा उठाने से बाज नहीं आ रही। इस समय बाजार में यूं तो अनेक तरह के नकली सामान मिल रहे हैं, लेकिन कोरोना को […]
TMC ने बंगाल में मुस्लिम निर्णायक वाली सभी 113 सीटें जीती, तो असम में कांग्रेस ने 43 मुस्लिम निर्णायक सीटें जीतीं। लेकिन ‘गंगा-जमुनी तहजीब’ जैसे भ्रामिक हिन्दू अपने हितों की रक्षा करने वाली पार्टी को साम्प्रदायिक बोलने में संकोच नहीं कर रहे। इन्हें मुसलमानो से सीखना चाहिए कि अपने अधिकार और मजहब का […]
प्रवासी मजदूरों का पलायन भाग- 2
मोहम्मद शहजाद इतिहास खुद को दोहराता है, लेकिन कोरोना के सबब समय का पहिया इतनी जल्दी उल्टा घूमेगा, इसका शायद ही किसी को ठीक-ठीक अंदाजा था। एक साल के अंदर जब कोविड-19 की दूसरी लहर ने दस्तक दी, तो इसके साथ ही प्रवासी मजदूरों का महापलायन-2 भी शुरू हो गया। इस फर्क के साथ यह […]
संजय सक्सेना देश में जो हालात हैं, उसका मुकाबला करने के लिए सभी राजनैतिक दलों को एकजुट होकर काम करना चाहिए। इससे सबसे बड़ा फायदा तो यही होगा कि जनता में विश्वास जगेगा, दूसरे महामारी के नाम पर लूटपाट करने वालों पर भी शिकंजा कसेगा। राजनैतिक आरोप-प्रत्यारोप एक ऐसा ओछा हथकंडा है, जिसके सहारे स्याह […]
केंद्र सरकार को कोविशील्ड वैक्सीन 150 रुपये प्रति डोज, राज्य सरकारों को 400 रुपये प्रति डोज और निजी अस्पतालों को 600 रुपये प्रति डोज उपलब्ध कराए जाने की बात है। सीरम ने कोविशील्ड के लिए 600 रुपये की जो कीमत तय की है, वह अमेरिका, ब्रिटेन और यूरोपीय संघ जैसे अमीर देशों की तुलना में […]
अस्पताल ने पहले ऑक्सिजन की कमी की ओर ध्यान दिलाया था, लेकिन अब उसने यह बताया है कि इन मरीजों की मौत ऑक्सिजन की कमी के कारण नहीं हुई। मामला जो भी हो, इस बात से कोई इनकार नहीं कर सकता कि अस्पतालों में ऑक्सिजन की कमी इस वक्त का सबसे बड़ा संकट है। देशभर […]