——————————————— सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश महोदय ! मैं आपके लिए यह पत्र बहुत ही विषम परिस्थितियों में लिख रहा हूं। हाल ही में कांग्रेस द्वारा आयोजित एक सभा में संत कालीचरण महाराज ने गाँधी व मुस्लिम समाज पर कुछ कहा। इस विषय में मेरा आपसे विनम्र अनुरोध है कि गाँधी जी देश […]
Category: मुद्दा
भारत की आबादी साल 2020 में एक अरब 38 करोड़ के आसपास थी और 2040 से 2048 के बीच इसके लगभग एक अरब 60 करोड़ तक हो जाने का अनुमान है। लेकिन मौजूदा सदी का आधा सफर पूरा होने के बाद आबादी में तेजी से गिरावट आने लगेगी। अनुमान है कि सदी के अंत तक […]
मोदी सरकार कोई भी कानून बनाए मुस्लिम समाज में इतनी अधिक खलबली मच जाती है, जिसका अंदाजा लगाना मुश्किल है। क्या कारण है कि किसी कानून से इन्हे क्यों डर सताता है? विपरीत इसके जब बैंकों में मोदी सरकार द्वारा रूपए जमा करवाए जाते हैं या फ्री में राशन मिलने की बात हो, सबसे आगे […]
ईसा मसीह का जन्म और 25 दिसंबर
उगता भारत ब्यूरो अभी यूरोप, अमरीका और ईसाई जगत में इस समय क्रिसमस डे की धूम है। क्या आप जानते है कि बाइबिल के न्यू टेस्टमेंट्स के किसी भी गॉस्पेल में जीसस की जन्म तिथि अथवा ऋतु की चर्चा नही लिखी हुई है । चर्च के लोग विभिन्न मतभेदों के साथ गोस्पेल ऑफ़ ल्यूक और […]
इतिहास कभी भी गलतियों को दोहराने के लिए नहीं होता है और ना ही अतीत की कड़वाहटों को खुजला – खुजलाकर घाव बनाते रहने के लिए होता है । इसके विपरीत इतिहास अतीत की गलतियों से शिक्षा लेकर वर्तमान को सुंदर से सुंदर बनाने के लिए लिखा हो जाता है। ‘सत्यम शिवम सुंदरम’ की परंपरा […]
भारत रत्न’ का पैमाना क्या है
डॉ. वेद प्रताप वैदिक ‘भारत-रत्न’ सम्मान को देश का सबसे ऊंचा सम्मान कहा जाता है, लेकिन इस बार जिन तीन लोगों को यह सम्मान दिया गया है, उन्हें देकर ऐसा लगता है कि मोदी सरकार अपना अपमान करवा रही है। कई अखबारों और टीवी चैनलों ने इन सम्मानों के पीछे कई दुराशय खोज निकाले हैं। […]
हम अपने आपको ‘आर्य’ क्यों लिखें ?
🙏(ओ३म्)🙏 हिंदू बने रहनेसे क्या हानी है , **और आर्य बनने में क्या लाभ है??* यदि आर्य बनोगे तो तुम्हें वेद पढ़ने का अधिकार मिलेगा , चाहे ब्राह्मण हो , क्षत्रिय हो, वैश्य हो, शूद्र हो, सभी को वेद पढ़ने का अधिकार है, स्त्रियों को भी वेद पढ़ने का अधिकार है। क्योंकि वेद में कहा […]
प्रायोजित सम्मान और हमारा जीवन
डॉ.चन्द्रकुमार जैन विचारों के अनुसार ही मनुष्य का जीवन बनता-बिगड़ता रहता है। बहुत बार देखा जाता है कि अनेक लोग और कई परिवार बहुत समय तक लोकप्रिय रहने के बाद बहिष्कृत हो जाया करते हैं, बहुत से व्यापारी पहले तो उन्नति करते रहते हैं, फिर बाद में उनका पतन हो जाता है। इसका मुख्य कारण […]
जंगल में आदिवासियों के मंगल की मुहिम
मधुरेन्द्र सिन्हा कोरोना महामारी का जब प्रकोप हुआ तो देश में न तो अस्पताल खाली थे और जहां अस्पताल थे वहां डॉक्टर नहीं थे। जहां डॉक्टर थे वहां बिस्तर या ऑक्सीजन नहीं था। हालात बदतर थे। लेकिन देश के एक हिस्से में लोगों को कोई फर्क नहीं पड़ा क्योंकि वहां न तो अस्पताल थे और […]
त्रिपुरा की जीत के पीछे का सच
त्रिपुरा की जीत के पीछे है उस भयंकर लूट के खात्मे की कहानी भी है जिसने त्रिपुरा के नौजवानों की किस्मत बदल दी है और पूरे पूर्वोत्तर का खर्च आधा कर दिया है। 2018 में कम्युनिस्टों के सफाए के साथ त्रिपुरा में पहली बार बनी भाजपा की सरकार के नौजवान मुख्यमंत्री विप्लव की नज़र उस […]