प्रहलाद सबनानी कोरोना महामारी की प्रथम लहर के दौरान विभिन्न उद्योगों को वित्तीय सहायता उपलब्ध कराने के उद्देश्य से 4.5 लाख करोड़ रुपए की आपात ऋण गारंटी योजना प्रारम्भ की गई थी। इस योजना के अंतर्गत बैंकों द्वारा प्रदान की गई कुल ऋणराशि में से 93.7 फीसदी राशि सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम इकाईयों को प्रदान […]
Category: मुद्दा
———————————————ममता बनर्जी- अभिषेक बनर्जी लगातार सुभेंदु अधिकारी पर हमला करते है कि सुभेंदु अधिकारी विश्वासघातक है। नन्दीग्राम से सुभेंदु अधिकारी की विजय व ममता बनर्जी की बंगाल की बेटी का नारा देने के बाद भी पराजय से हमें यह संदेश मिलता है कि ममता बनर्जी ने अपने परिवार की तृणमूल कांग्रेस पार्टी बनाने […]
प्रायोजित सम्मान की चमक
डॉ.चन्द्रकुमार जैन विचारों के अनुसार ही मनुष्य का जीवन बनता-बिगड़ता रहता है। बहुत बार देखा जाता है कि अनेक लोग और कई परिवार बहुत समय तक लोकप्रिय रहने के बाद बहिष्कृत हो जाया करते हैं, बहुत से व्यापारी पहले तो उन्नति करते रहते हैं, फिर बाद में उनका पतन हो जाता है। इसका मुख्य कारण […]
गुलाम भारत का आजाद फौजी
नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर विशेष प्रो. संजय द्विवेदी नेताजी कहा करते थे कि, “सफलता हमेशा असफलता के स्तंभ पर खड़ी होती है। इसलिए किसी को असफलता से घबराना नहीं चाहिए।” इस छोटी सी पंक्ति के माध्यम से नेताजी ने असफल और निराश लोगों के लिए सफलता के नए द्वारा खोल दिए। यही […]
गोरखपुर उत्तर प्रदेश का एक ऐसा शहर है जिसका धार्मिक क्षेत्र में विशेष स्थान रहा है ,परंतु जब से योगी आदित्यनाथ राजनीति में उतरे हैं तब से इसके कुछ राजनीतिक मायने भी हो गए हैं और अब जिस प्रकार गोरखपुर की जनता योगी आदित्यनाथ के साथ खड़ी हुई दिखाई दे रही है उससे कहा जा […]
डॉ. वेदप्रताप वैदिक उ.प्र. के चुनाव में इस समय दो ही पार्टियों का बोलबाला है। भाजपा और सपा ! बसपा और कांग्रेस भी मैदान में हैं लेकिन दोनों हाशिए पर हैं। भाजपा और सपा ने अपने उम्मीदवारों की जो पहली सूची जारी की है, उनमें इन उम्मीदवारों की खूबियां नहीं, जातियां गिनाई गई हैं। उत्तर […]
-10 मार्च को जब चुनाव नतीजे आएंगे तो योगी आदित्यनाथ भारी बहुमत से मुख्यमंत्री बनेंगे और इस तरह पिछले एक साल से जारी किसान आंदोलन का अंतिम संस्कार हो जाएगा… जिसका पूरा श्रेय राकेश टिकैत को हासिल होगा जिन्होंने पूरे एक साल तक दिल्ली में सड़क जाम करके किसानी को मुद्दा बनाने की पुरजोर कोशिश […]
हिंदुत्व को लेकर चली बेतुकी बहस
उगता भारत ब्यूरो दुर्भाग्यवश हमारे देश में तथाकथित, ‘ स्वयंभुव ‘ बुद्धिजीवी लोगों का एक ऐसा वर्ग है जिन्होनें अपने को ‘ सेक्युलर ‘ साबित करने के लिए हिन्दुत्व को गाली देने का एक आसान रास्ता ढूंढ लिया है। स्वार्थवश हिन्दुत्व के बारे में तरह तरह के भ्रम फैलाना इनका मुख्य पेशा है। यह लोग […]
धर्म और मजहब में क्या है अंतर ?
हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई आदि धर्म नहीं अपितु मत अथवा पंथ है । धर्म और मत में भेद है । १. धर्म ईश्वर प्रदत है | परन्तु शेष मनुष्य कृत मत-मतान्तर है । २. धर्म लोगो को जोड़ता है | परन्तु मत विशेष लोगो में अन्तर को, दूरियों को बढ़ावा देता है । ३. धर्म […]
धर्मो रक्षति रक्षितः ….
सुरेश तिवारी आइये आज सभी प्रभावित लोग ईश्वर से प्रार्थना करें कि आज का बहुसंख्यक हिन्दू कल का अल्पसंख्यक हिन्दू न हो जाय क्योंकि तब गेम के रूल बदल जायेंगे जैसा की कश्मीर में हुआ, अफगानिस्तान, पाकिस्तान और संसार के अन्य मुस्लिम बहुल देशों में हो चुका है तथा केरल और बंगाल में जारी है… […]