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मुद्दा

ऑक्सफॉम के ताज़ा आंकड़ों ने भारत में बढ़ती आर्थिक असमानता को उजागर कर दिया है

डॉ. वेदप्रताप वैदिक ऑक्सफॉम के ताज़ा आंकड़ों ने भारत में बढ़ती आर्थिक असमानता को उजागर कर दिया है आजकल हम भारतीय लोग इस बात से बहुत खुश होते रहते हैं कि भारत शीघ्र ही दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रहा है। लेकिन दुनिया के इस तीसरे सबसे बड़े मालदार देश की असली हालत […]

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पर्यावरण महत्वपूर्ण लेख मुद्दा समाज

“बिन पानी सब सून” कहावत हमारे जीवन में कहीं वास्तविकता न बन जाए

ऐसा कहा जा रहा है कि आगे आने वाले समय में विश्व में पानी को लेकर युद्ध छिड़ने की स्थितियां निर्मित हो सकती हैं, क्योंकि जब भूगर्भ में पानी की उपलब्धता यदि इसी रफ्तार से लगातार कम होती चली जाएगी तो वर्तमान स्थानों (शहरों एवं गावों में) पर निवास कर रही जनसंख्या को अन्य स्थानों […]

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सम्यक प्रयास से बदलेगी बिहार की शिक्षा व्यवस्था

रिंकू कुमारी मुजफ्फरपुर, बिहार बिहार के सरकारी स्कूलों में इन दिनों नये-नये प्रयोग हो रहे हैं. ये प्रयोग प्राथमिक व माध्यमिक शिक्षा से अधिक से अधिक बच्चों को जोड़ने के लिए किये जा रहे हैं. गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को बढ़ावा देने, ड्राॅपआउट बच्चों को स्कूल कैंपस तक लाने तथा पूरी घंटी तक बच्चों के विद्यालय में […]

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अंग्रेजी वर्ष 2023 का मेरा प्रथम प्रवचन और रविवारीय सुविचार*

==================== विजयी भव का मंत्र है शिष्टाचार शिष्टाचार में महान बनाने के भी गुण निहित है ==================== आचार्य श्री विष्णगुप्त शिष्टाचार प्रथम पहचान है। जब आप किसी से साक्षात मिलते हैं, किसी से इंटरनेट पर शब्द और ध्वनि से बात करते हैं, बेतार के तार यानी मोबाइल आदि से बात करते हैं तो फिर आपका […]

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भारत मे दलित समाज और ईसाई मिशनरी भाग 2

#डॉविवेकआर्य इतिहास के साथ खिलवाड़ इस चरण में बुद्ध मत का नाम लेकर ईसाई मिशनरियों द्वारा दलितों को बरगलाया गया। भारतीय इतिहास में बुद्ध मत के अस्त काल में तीन व्यक्तियों का नाम बेहद प्रसिद्ध रहा है। आदि शंकराचार्य, कुमारिल भट्ट और पुष्यमित्र शुंग। इन तीनों का कार्य उस काल में देश, धर्म और जाति […]

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नोटबंदीः मोदी को माफी क्यों मिली?

* डॉ. वेदप्रताप वैदिक नोटबंदी 2016 के नवंबर माह में लागू हुई थी। उसके खिलाफ जो याचिकाएँ सर्वोच्च न्यायालय में लगी थीं, वे सब रद्द हो गई हैं, क्योंकि पाँच जजों में से चार ने फैसला दिया है कि नोटबंदी घोषित करने में मोदी सरकार ने किसी नियम या कानून का उल्लंघन नहीं किया था। […]

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ईसवी सन् और ई.पूर्व की शरुआत कैसे और क्यों हुई?

१ जनवरी पर विशेष… ■ ईसाईयत का इतिहास दर्शन लेखक : राजेश आर्य, गुजरात ई.स. 410 में गोथिक नेता अलारिक (Alaric) ने रोम शहर पर अचानक हमला कर दिया। उसने आसानी से कब्जा कर, उसने पूरे शहर को लूट लिया। पूरा सभ्य संसार स्तब्ध रह गया। बर्बर लोगों ने पहले भी रोमन साम्राज्य में उत्पात […]

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उपराष्ट्रपति जी, वो भारत के भगवान बन गए हैं

उपराष्ट्रपति जी, वो भारत के भगवान बन गए हैं, वो सरकार चला रहे हैं बिना किसी जिम्मेदारी के, केवल NJAC Act पूरा खारिज किया, बाकी सभी संविधान संशोधन आंशिक रूप से ख़ारिज हुए। कल उप राष्ट्रपति जगदीप धनकड़ जी ने दूसरी बार सुप्रीम कोर्ट को NJAC Act, 2014 को ख़ारिज करने के लिए फटकार मारी […]

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महत्वपूर्ण लेख मुद्दा

बोरवेल में मरते मासूम

आशीष वशिष्ठ मध्य प्रदेश के बैतूल में बोरवेल के गड्ढे में गिरे 8 साल के तन्मय को 80 घंटे चले रेस्क्यू आपरेशन के बावजूद बचाया नहीं जा सका। बीती 6 दिसबंर की शाम को तन्मय 400 फीट गहरे बोरवेल के गड्ढे में गिर गया था। सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के बावजूद भी देशभर बच्चे लगातार […]

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मुद्दा

क्या BJP की जीत के लिए दीवाना बनेगा ‘अब्दुल’?

किसके इर्द-गिर्द घूम रही है मुस्लिम राजनीति, समझिए नदीम आखिर ‘अब्दुल’ है कौन, जिसके इर्द-गिर्द मुस्लिम पॉलिटिक्स घूमने लगी है? दरअसल ‘अब्दुल’ पसमांदा मुस्लिम का प्रतीक बन गया है और बीजेपी ने जब से पसमांदा पॉलिटिक्स का दांव चला है, उसने ‘अब्दुल’ को अपने पाले का मान लिया है। उसने ‘बड़े मियां’ को ‘अपर कास्ट’ […]

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