सुरेश हिन्दुस्थानी भारत वर्ष में प्राचीन काल से कृषि के साथ-साथ गौ पालन किया जाता था, जिसके प्रमाण हमारे ग्रंथों में प्रभु कृष्ण और बलराम हैं, जिन्हें हम गोपाल एवं हलधर के नाम से संबोधित करते हैं अर्थात् कृषि एवं गोपालन संयुक्त रूप से अत्यधिक लाभदायी था। इतिहास इस तथ्य का प्रामाणिक दस्तावेज है कि […]
Category: महत्वपूर्ण लेख
अखंड भारत के दो विकल्प
आर.एस.एस. प्रमुख ने ‘अखंड भारत’ की बात की है। उन्होंने कहा कि भारत से अलग होकर अफगानिस्तान और पाकिस्तान अशान्ति और संकट झेल रहे हैं। इसलिए शान्ति, सहजता के लिए उन्हें भारत के साथ पुनः एक होना चाहिए। लेकिन क्या पाकिस्तान या अफगानिस्तान इस्लाम की कीमत पर वैसा चाहते हैं? किसी हिन्दू के लिए […]
ललित गर्ग खास बात है कि बीते साल फरवरी में सुप्रीम कोर्ट ने सेना में महिला अधिकारियों को पुरुषों के बराबर कमांड पदों के लिए पात्र होने की अनुमति दी थी। उस समय भी कोर्ट ने सरकार के तर्कों को ‘भेदभावपूर्ण’, परेशान करने वाले और रूढ़िवाद पर आधारित बताया था। हमारी सेनाओं में भी […]
ओ३म् महर्षि दयानन्द ने अपने वैदिक, योग एवं उपासना ज्ञान सहित तदनुरूप कार्यों से विश्व के धार्मिक व सामाजिक जगत में अपना सर्वोपरि स्थान बनाया है। उन्होंने सप्रमाण सिद्ध किया है कि ज्ञान-विज्ञान का स्रोत ईश्वर व वेद हैं। आर्यसमाज के दस नियमों में उन्होंने पहला ही नियम बनाया है कि सब सत्य विद्या और […]
सतीष भारतीय विश्व में जनसंख्या की दृष्टि से द्वितीय स्थान रखने वाले हमारे इस मुल्क में जिस गति से जनसंख्या वृद्धि में इजाफा हो रहा है वह कुतूहलजनक है क्योंकि जनसंख्या वृद्धि प्रथक-प्रथक समस्याओं को प्रजनित कर रही है जिससे आवाम को उपयुक्त जरूरतों की पूर्ति के साथ जीवन जीना इस कल्प में मुहाल […]
धर्म परिवर्तन और आरक्षण की समस्या
प्रो. चिंतामणि मालवीय आजकल ‘दलित-मुस्लिम’ एकता का नारा कुछ ज्यादा ही सुनाई देता है। ऐसा ही नारा आजादी से पहले मुस्लिम लीग ने भी दिया था। इससे प्रभावित होकर कुछ दलित नेताओं ने पाकिस्तान बनाने की मांग का समर्थन किया। बाद में उन्हें इस छलावे का पता चला और पाकिस्तान से पलायन कर भारत आ […]
राष्ट्र-चिंतन आचार्य श्री विष्णु गुप्त भारतीय राजनीति के केन्द्र में जब से नरेन्द्र मोदी का उदय हुआ है तब से अडानी-अंबानी का जूमला भी सरेआम हुआ है, नरेन्द्र मोदी के विरोधियों के मुंह से बोला जाने वाला सर्वाधिक प्रिय जूमला है। नरेन्द्र मोदी के विरोधी अडानी और अंबानी के जूमले से जनता को आकर्षित करना […]
कांग्रेसी , कांग्रेस के समर्थक और गांधीवादी तो सब यह कहते हैं कि गांधी के चरखा चलाने से हमें आजादी प्राप्त हो गई थी। यदि इस बात पर विचार किया जाए तो संसार के ज्ञात इतिहास का यह सबसे बड़ा झूठ है। भारतवर्ष के संदर्भ में तो इस बात को पूरी तरह समझ लेना […]
अनिरुद्ध जोशी चीन का इतिहास बहुत ही प्राचीन है लेकिन चीन कभी भी प्राचीन काल में उतना समृद्ध नहीं रहा जितना की भारत रहा है। चीन ने भारत से बहुत कुछ सीखा। चीन ने भारत से ज्ञान, धर्म, और संस्कृति के सूत्रों को ग्रहण किया तो भारत ने भी चीन के वस्त्र, कागज, […]
अजय कुमार आज की सियासत में सत्तापक्ष और विपक्ष की राजनीतिक सोच में जमीन-आसमान का अंतर होना स्वाभाविक है, लेकिन बात जब योगी के केन्द्र से रिश्तों की कि जाए तो यह कहना अतिश्योक्ति नहीं होगी कि यूपी में ‘डंबल इंजन’ की सरकार मजबूती के साथ चल रही है। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार […]