अनूप भटनागर देश के प्रधान न्यायाधीश एन. वी. रमण ने भारत की आजादी के 75 साल बाद भी न्यायपालिका में महिलाओं का अपेक्षित प्रतिनिधित्व नहीं होने पर चिंता व्यक्त की है। प्रधान न्यायाधीश का विचार है कि 75 साल में न्यायपालिका में महिलाओं का प्रतिनिधित्व 50 फीसदी हो जाना चाहिए था लेकिन ऐसा नहीं हुआ। […]
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*मुसलमान भी हिंदू ही हैं ?*
डॉ. वेदप्रताप वैदिक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मुखिया मोहन भागवत ने मुंबई की एक सभा में कहा कि मुसलमान नेताओं को कट्टरपंथियों के खिलाफ दो-टूक रवैया अपनाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि यह एतिहासिक सत्य है कि भारत में इस्लाम विदेशी हमलावरों की वजह से आया है। लेकिन उन्होंने साथ-साथ यह भी कहा कि […]
जयशंकर गुप्त राजनीति के चतुर खिलाड़ी नीतीश कुमार अभी तक इन दबावों को झेलते और भरसक परे करते रहते हैं। भाजपा के जनसंख्या नियंत्रण कानून पर उन्होंने साफ कर दिया कि उनकी राय भाजपा से अलग है। इसी तरह से पेगासस जासूसी प्रकरण की जांच कराए जाने की विपक्ष की मांग का समर्थन कर उन्होंने […]
सुरेश सेठ डेढ़ बरस से अधिक हो गया, पूरा देश महामारी के भय से बीमार मानसिकता में जी रहा है। कोरोना की पहली लहर पिछले वर्ष के शुरू में भारत में आई थी। पहले दीये जलाकर, थालियां बजाकर इसका मुकाबला करने का प्रयास किया गया। संक्रमण बेकाबू होता दिखा तो पूर्ण लाॅकबंदी और फिर क्रमश: […]
मूल लेखिका : लक्ष्मीकांता चावला प्रधानमंत्री पद पर आसीन होने से पहले एक बार नरेन्द्र मोदी जी ने कहा था कि वह चाहते हैं कि देश के सबसे योग्य व्यक्ति अध्यापक बनें। उनको पूरा वेतन भी ससम्मान दिया जाए। उन्होंने एक बार अध्यापक दिवस पर यही बात कही कि आखिर क्यों योग्य छात्र अध्यापक बनने […]
अनूप भटनागर उच्चतम न्यायालय ने हाल ही में एक आदेश में कहा कि उच्च न्यायालय की मंजूरी के बगैर सांसदों और विधायकों के खिलाफ लंबित आपराधिक मामले वापस नहीं लिये जा सकते। यह आदेश निश्चित ही लोकतांत्रिक व्यवस्था में सुधार के लिए एक शुभ संकेत है, लेकिन इससे आपराधिक छवि वाले नेताओं को चुनाव लड़कर […]
अनिल सिंह उत्तर पदेश की राजधानी लखनऊ सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल उत्पादन का केंद्र बनने जा रहा है। रक्षा मंत्रालय के महत्वपूर्ण कदम से यूपी की आर्थिक एवं देश की सामरिक ताकत बढ़ेगी। अतीत के अनुभवों से सबक लेते हुए केद्र सरकार रक्षा आयुध के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने की दिशा में प्रयत्नशील है। बजट की […]
मुझे एक बात रह रह कर परेशान करती है कि हमारी राष्ट्रीय सोच ,हमारी राष्ट्रीय जागृति, हमारी राष्ट्र भक्ति, हमारा राष्ट्र के प्रति समर्पण की भावना, हमारा राष्ट्र जागरण का पवित्र भाव, हमारे राष्ट्र के प्रति उत्तरदायित्व एवं कर्तव्य आदि के भाव बड़ी तेजी से क्यों धूमिल होते जा रहे हैं ? हमारे लिए राष्ट्र […]
डॉ. वेदप्रताप वैदिक इंदिरा गांधी के मंत्रिमंडल में क्या एक भी मंत्री ने कभी आपातकाल के विरुद्ध आवाज उठाई ? आपातकाल की बात जाने दें, यों भी मंत्रिमंडल की बैठकों में होने वाले बड़े-बड़े फैसले जब होते हैं तो क्या उन पर दो-टूक बहस होती है ? सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश डी.वाय. चंद्रचूड़ ने सत्यनिष्ठता […]
लक्ष्मीकांता चावला इन दिनों देश के राजनीतिक गलियारों में और सत्तापतियों में एक होड़ लगी है कि किसी तरह आगामी जनगणना जाति के आधार पर हो। पिछले वर्षों में भी आरक्षण के लिए जातियों के आधार पर कुछ गणना होती रही है और अब जो मांग की जा रही है, उसका रूप कुछ अलग है। […]