अनूप भटनागर पंजाब, महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल सहित आठ गैर भाजपा सरकारों द्वारा अपने राज्यों में सीबीआई को जांच की अनुमति वापस लिये जाने से एक नया विवाद शुरू हो रहा है। सीबीआई को दी गयी सहमति वापस लिये जाने का मामला अब उच्चतम न्यायालय के संज्ञान में लाया गया है। सवाल उठ रहा है […]
Category: महत्वपूर्ण लेख
मलाविका धार भुखमरी और कुपोषण एक ऐसी समस्या है जो सुनने में भले आम लगे, लेकिन इसका प्रभाव सिर्फ खराब स्वास्थ्य तक सीमित नहीं रहता। कुपोषण से लंबे समय तक लड़ते हुए यह व्यक्ति के शैक्षिक, आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक स्थिति को भी नकारात्मक रूप से प्रभावित करता है। आम तौर पर गरीब परिवारों की कुपोषित महिलाएं […]
कुछ समय पूर्व कुरान की कुछ आयतों को हटाने के लिए श्री वसीम रिजवी द्वारा न्यायालय के द्वार खटखटाने पर देश भर में चर्चा का माहौल बना था। एक बार ओस्ट्रेलियन ब्रोडकास्टिंग कोर्पोरेशन को दिए एक इन्टरव्यू में तसलीमा नसरीन ने कहा था कि इस्लाम महिलाओं के साथ गुलामों जैसा व्यवहार करता है और यदि […]
गुरबचन जगत जनता यानी मतदाता की आवश्यकताएं-आकांक्षाएं और राजनेताओं की तरजीहें, इनके बीच व्याप्त बहुत बड़े फर्क पर इससे पहले भी काफी लिखा जा चुका है। नतीजतन लोगों के बीच असंतोष का स्तर बढ़ा है। जनता को चाहिए तो बस विकास, न्यायवादी और उत्तरदायी प्रशासनिक व्यवस्था, और यही देने में राजनीतिक दल सरकार बनाने के […]
क्या 2014 से पहले देश गुलाम था ?
राजीव गुप्ता मशहूर फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत जिन्हे हाल ही में पदमश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया है, उन्होंने अचानक यह बयान देकर कि “देश को असली आज़ादी 1947 में नहीं, बल्कि 2014 में मिली है”, देश में एक बड़ा सियासी घमासान मचा दिया है. काफी संख्या में लोग कंगना के समर्थन में उतर आये […]
भाजपा आज सत्ता में जरूर है लेकिन देश के सामने जो चुनौतियां उभर कर आ रही है उसका जवाब वह नही दे पा रही है। आप हज़ारों करोड़ लगाकर राम मन्दिर का निर्माण कर रहे हैं ,वहीं कट्टरपन्थी मुसलमान नेता खुलेआम चुनौती दे रहे हैं कि आप हज़ार वर्ष के लिये मन्दिर बना रहे […]
दिल्ली वालों ने मुफ्तखोरी के लालच के कारण किस अराजक के हाथ दिल्ली की सत्ता दी है, अनेकों बार खुलासा हो चूका है, लेकिन मुफ्तखोर दिल्लीवासियों ने अपनी आंखें और दिमाग नहीं खोली। अपने स्वार्थ के लिए जो उन्हीं की जान को कदम-कदम पर जोखिम में डाल रहा है। दिल्लीवासियों थोड़ा दिमाग पर जोर डालो, […]
कंगना रनौत ने हाल ही में कहा था कि 1947 में भारत को भीख में आज़ादी मिली और असली आज़ादी 2014 में मिली। तमाम विपक्षी दलों के नेता उनके इस बयान का विरोध करते हुए उनका पद्मश्री सम्मान वापस लेने की बातें कर रहे हैं। कंगना रनौत ने कहा कहा कि उन्होंने उसी इंटरव्यू में […]
जब भी देश में कहीं भी चुनाव होने को होते हैं, पोल सर्वे आने लगते हैं, कितने सही उतरते हैं, कितने गलत यह चुनाव परिणाम आने पर ही सामने आता है। साल 2022 में पाँच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों पर इस समय सबकी नजरें हैं। ऐसे में एबीपी न्यूज के सी वोटर ने […]
(7 नवंबर 1966 में गौहत्या पर प्रतिबन्ध के समर्थन में संसद का घेराव करते महान गौरक्षक। उनके तप और बलिदान के लिए कोटि कोटि नमन ) #डॉविवेकआर्य भारतीय इतिहास में गौ हत्या को लेकर कई आंदोलन हुए हैं और कई आज भी जारी हैं। लेकिन अभी तक गौहत्या पर प्रतिबन्ध नहीं लग सका है। इसका […]