मुगलों ने अपने शासनकाल के दौरान किस प्रकार हिंदुओं के धर्म स्थलों को क्षतिग्रस्त किया या तोड़फोड़ कर नष्ट किया, इस पर भारत के तथाकथित मुस्लिम विद्वान या तो चुप्पी साधे हुए हैं या फिर लीपापोती कर किसी प्रकार मुगलों के समर्थन में खड़े दिखाई दे रहे हैं। वे स्पष्ट रूप से यह नहीं मान […]
Category: महत्वपूर्ण लेख
👉🏻पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता ने सन् 2002 में तमिलनाडु में धर्मान्तरण विरोध बिल लागू किया था। इस विधेयक के अंतर्गत किसी भी प्रकार के प्रलोभन अथवा दबाव में कोई किसी का धर्मान्तरण करता है तो वह दंडनीय होगा एवं कड़ी सजा का भी प्रावधान होगा। *👉🏻स्वाभाविक रूप से धर्मान्तरण विधेयक का सबसे अधिक विरोध ईसाई मिशनरीज […]
मृत्युंजय दीक्षित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर नेपाल की यात्रा की, यह यात्रा ऐसे समय में हुई है जब विश्व का बहुत बड़ा हिस्सा युद्ध और हिंसा के वातावरण के दौर से गुजर रहा है। विश्व के कई देश कोविड महामारी के बाद आंतरिक अशांति से गुजर रहे हैं तथा पूरा […]
भारत की सबसे अधिक शक्तिशाली ताकत
अनिल त्रिवेदी इन दिनों मन में उठा एक सहज और बुनियादी सवाल यह हैं कि भारत में सबसे ताकतवर शक्ति कौन सी हैं? प्रायः इसका उत्तर शाय़द एकदम यहीं आवेगा की सत्तारूढ़ जमात और उसके सहयोगी या आनुषंगिक संगठन या समूह आज के भारत में सबसे ताकतवर शक्ति हैं।पर देखा जाय तो स्पष्ट रूप से […]
लंबी अधीनता के पश्चात हिन्दू समाज के कुछ संभ्रांत , शिक्षित एवम आनंदमय जीवन व्यतीत करने वाले लोगो को पीढ़ियों से गुलामी का लकवा लगा हुआ है। जिसका ऐसे लोग उपचार नही अपितु अपने वंश को भी इसी रोग से ग्रसित कर रहे हैं। इन लोगो को पिछले कुछ समय से लग रहा है कि […]
जानिए एक उदाहरण से कि ये जेएनयू यूनिवर्सिटी किस तरह विदेशी शिकंजे में है ??? आपको मैं एक उदाहरण दे रहा हूं , ऐसे कई गुप्त रहस्य जेएनयू से जुडे हैं एक था कम्युनिस्ट, नाम था कामरेड सज्जाद जहीर, लखनऊ में पैदा हुए. ये मियाँ साहब, पहले तो Progressive Writers Association, यानि अखिल भारतीय प्रगतिशील […]
आजकल काशी विश्वनाथ मंदिर का प्रकरण विशेष रूप से समाचार पत्र पत्रिकाओं की सुर्खियों में है । इसके ऐतिहासिक महत्व पर यदि विचार किया जाए तो पता चलता है कि काशी विश्वनाथ मंदिर का इतिहास बहुत पुराना है। इस मंदिर का उल्लेख स्कंद पुराण में भी मिलता है। भारत पर जब मुस्लिम आक्रमणकारियों ने आक्रमण […]
वी भगैया *जो देश शांतिकाल में जितना अधिक स्वेद(पसीना ) बहाता हैं उस देश को युद्धकाल में उतना ही कम रक्त बहाना पड़ता है। *संघ के स्वयंसेवक शांतिकाल में स्वेद(पसीना) बहा रहे हैं ताकि युद्धकाल में देश को लिए कार्य कर सके। *जब हमें कूलर में भी गर्मी लग रहीं है, उस समय संघ के […]
प्रणब ढल सामंता क्या हमारा मुल्क एकदलीय शासन की ओर बढ़ रहा है? यह सवाल आज भले ही एकदम वाजिब न लगे, लेकिन पहले के मुकाबले कहीं ज्यादा प्रासंगिक हो गया है। इस वक्त भारत में एक ही पार्टी का दबदबा है। यह चीज आजादी के शुरुआती वर्षों में भी देखी गई थी, जब जवाहर […]
पूनम पाण्डे उत्तर भारत में लगभग सब जगह अपनी मजबूत पकड़ बना चुकी बीजेपी की निगाहें पिछले काफी समय से दक्षिण भारत पर टिकी हैं। बीजेपी के मिशन 2024 के लिए दक्षिण भारत काफी अहम है। दक्षिण भारत के पांच राज्यों आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, तेलंगाना, केरल और कर्नाटक से कुल मिलाकर लोकसभा की 129 सीटें […]