1999 में प्रकाशित 900 पेज के उपन्यास ‘पहला गिरमिटिया’ में लेखक गिरिराज किशोर ने लिखा था- ‘महात्मा गाँधी के जीवन के तीन पक्ष हैं-एक मोहनिया पक्ष, दूसरा मोहनदास पक्ष और तीसरा महात्मा गाँधी पक्ष।’ यह उपन्यास गाँधी के दक्षिण अफ्रीकी जीवन केंद्रित मोहनदास पक्ष पर था। उन्होंने लिखा-आने वाली पीढ़ी को मोहनदास की ज्यादा जरूरत […]
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प्रीतिः मंजरीषु इव
प्रीतिः मंजरीषु इव वसंत आया है। वैसे ही आया है, जैसे प्रतिवर्ष आता है – प्रत्येक हृदय को सुमन सम प्रफुल्लित करता हुआ, आशाओं को पत्र इव पल्लवित करता हुआ! मन मधुप हुये जा रहे हैं तथा सुधियों की अमराइयों में कोकिलों की तान उठ रही है। जिनकी काया निरी ठूँठ होकर रह गयी थी, […]
महर्षि जन्मतिथि? उक्त शीर्षक से परोपकारिणी सभा के संरक्षक और सम्पादक डा. वेदपालजी ने अपनी सभा के पाक्षिक मुखपत्र परोपकारी के सितम्बर प्रथम और द्वितीय, २०२२ ई. के संयुक्तांक में अजमेर में आयोजित हुई संवाद गोष्ठी को हुए छः मास बीत जाने के बाद एक सम्पादकीय लेख लिखा है जिसको पढ़ने से पता चलता है […]
स्वामी दयानंद- सर्वप्रथम देहरादून में एक मुसलमान को शुद्ध कर उनका अलखधारी नाम रख कर आधुनिक भारत में सदियों से बंद घर वापसी के द्वार को खोला स्वामी श्रद्धानन्द- लाखों मलकाने राजपूतों जो नौ मुस्लिम कहलाते थे उन्हें शुद्ध किया और व्यवस्थित रूप से सकल हिन्दू समाज को संगठित करने का उद्घोष किया। शुद्धि चक्र […]
डॉ. राधे श्याम द्विवेदी कहीं हम कुसंस्कार को बढ़ावा तो नहीं दे रहे :- हमारा देश भारत युवाओं का देश है,किन्तु आज समाज के वर्तमान परिदृश्य को देखा जाए तो हमारे समाज की युवा पीढ़ी संस्कार से विमुख होती जा रही है। समाज के लगभग तीन चौथाई युवा कुसंस्कार नाम के रोग से ग्रसित होते […]
वंदना मुजफ्फरपुर, बिहार बिहार के ग्रामीण क्षेत्रों में देसी शराब से होने वाली मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. अभी एक महीना पहले ही इसके सेवन से दो दर्जन से अधिक लोगों ने अपनी जान गवाई थी. आश्चर्य की बात यह है कि पिछले महीने जिस छपरा जिला में यह घटना […]
लहराना ही चाहिए, हर घर तिरंगा
डॉ. नीरज भारद्वाज भारतवर्ष की महानता और इसमें रहने वाले महान व्यक्तित्वों के बारे में जितना लिखा जाए उतना ही कम लगता है। भारतवर्ष की स्वतंत्रता और स्वतंत्रता के साथ ही तिरंगे से जुड़ी कितनी ही साहसिक कहानियां उन सभी देशभक्तों, क्रांतिकारियों और स्वतंत्रता सेनानियों की याद दिला देती है, जिन्होंने देश को स्वतंत्र कराने […]
डॉ. श्रीरंग गोडबोले अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव जवाहरलाल नेहरू ने 27 दिसंबर 1927 को कांग्रेस के मद्रास अधिवेशन में स्वतंत्रता का प्रस्ताव रखा। प्रस्ताव इस प्रकार पढ़ा गया- “कांग्रेस पूर्ण स्वराज को भारतीय जनता का लक्ष्य घोषित करती है।” भारत में 26 जनवरी को प्रतिवर्ष ‘गणतंत्र दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। […]
कुरान की प्रेरणा बाइबिल से ली गयी
मुस्लिम विद्वान् कहते हैं कि कुरान अल्लाह की किताब है ,जो अल्लाह ने अपने रसूल मुहम्मद के ऊपर नाजिल कि थी .लेकिन यदि हम कुरान और बाइबिल की शिक्षा और कहानियों को ध्यान से पढ़ें तो उनमे काफी समानता मिलती है .इस बात को सभी मानते हैं कि बाइबिल कुरान से काफी पुरानी है .बाइबिल […]
सौम्या ज्योत्सना मुजफ्फरपुर, बिहार किसी भी प्रकार की छात्रवृत्ति आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को उच्च शिक्षा प्राप्त कर जीवन में आगे बढ़ने में मदद करती है. इसे उनके उज्ज्वल भविष्य की कुंजी मानी जाती है. यही कारण है कि केंद्र से लेकर तमाम राज्य सरकारें और केंद्रशासित प्रदेश कई अलग अलग नामों से छात्रवृत्ति […]