8 मार्च राष्ट्रीय महिला दिवस पर विशेष- — सुरेश सिंह बैस “शाश्वत” भारतीय समाज एक ऐसा समाज है जिसमें महिलाओं को प्रारंभ से ही पुरूषों से दबकर रहने को कहा जाता है, चाहे वह पिता के रूप में हो या भाई, ससुराल में पति ससुर तथा देवर भी हो सकता है। कहा जाता है कि […]
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कोरोना एक महामारी : षड्यंत्र … यह एक फ्लू की बीमारी है जो RNA वायरस से फैलती है ! इस वायरस का नाम कोरोना रख दिया है ! यह कोरोना वायरस हज़ारों साल पहले भी था आज भी है और हज़ारों साल तक रहेगा !!! RΝΑ प्रकार का वायरस अपना रूप बदलता रहता है म्यूट […]
प्रह्लाद सबनानी भारत में महंगाई की दर अब बहुत बड़ी हद तक नियंत्रण में आ चुकी है अतः भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा अब यह उम्मीद की जा रही है कि थोक मूल्य सूचकांक आधारित महंगाई की दर मई एवं जून 2023 माह में ऋणात्मक हो जाने की सम्भावना है। कोरोना महामारी के बाद से पूरे […]
शून्य में समाती कांग्रेस ?
सुरेश हिंदुस्तानी चुनाव परिणामों ने एक प्रकार से कांग्रेस की भावी योजनाओं पर तुषारापात किया है। उसे इन तीन में से किसी भी राज्य में विपक्ष में रहने लायक भी सीट नहीं मिली हैं। नगालैंड में कांग्रेस कार्यकर्ता दोपहर से शाम तक शून्य को ही निहारते रह गए। पूर्वोत्तर भारत के तीन राज्यों के चुनाव […]
आजादी के पचहत्तर साल बाद भी असत्य, अनर्गल, अर्थहीन और असंवैधानिक भाषा बोलने वाले नेताओं की कमी नहीं है ! इन अल्पमति, अज्ञानी, बेईल्म, अल्पबुद्धि, जाहिल, मंदबुद्धि और विवेक शुन्य राजनीतिक दलों के नेताओं द्वारा बारंबार “संविधान खतरे में है”? बोलना संविधान संशोधन की अधूरी जानकारी के सिवाय और कुछ नहीं ! अस्सी के दशक […]
सुरेश हिन्दुस्थानी पूर्वोत्तर भारत के तीन राज्यों के चुनाव परिणामों ने कांग्रेस को बड़ा झटका दिया है। वहीं यह चुनाव परिणाम भारतीय जनता पार्टी के लिए उत्साह बढ़ाने का काम करने वाले हैं। भारत जोड़ो यात्रा के बाद कांग्रेस को लग रहा था कि उसकी राजनीतिक स्थिति सुधर जाएगी, लेकिन पूर्वोत्तर के तीन राज्यों में […]
अजय कुमार योगी की यह भविष्यवाणी दो ही दिनों के भीतर उमेश पाल की हत्या में शामिल आरोपियों में से एक को वाकई में मिट्टी में मिला देने से सत्य साबित हुई। एक दिन पहले ही उमेश पाल और उनके सुरक्षाकर्मी संदीप निषाद की अतीक के गुर्गों ने गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। […]
जातिविहीन समाज और लड़कियों की आधुनिक शिक्षा के लिए संघर्ष कर रही एक मुस्लिम महिला शायद प्रमुख मुस्लिम आख्यानों से मेल नहीं खाती। यहां तक कि मुस्लिम विद्वानों ने भी फातिमा शेख के योगदान को काफी हद तक नजरअंदाज कर दिया।1848 में फातिमा शेख और सावित्रीबाई ने लड़कियों के लिए स्कूल की स्थापना की। लेकिन […]
हिन्दू एक्टिविस्ट कुमार विश्वासों का विरोध करने से इसलिए डरते हैं ================== आचार्य श्री विष्णुगुप्त कुमार विश्वास ने आरएसएस के लोगों को अनपढ़ कहा है, बेवकूफ कहा है वह भी अप्रत्यक्ष तौर नहीं बल्कि प्रत्यक्ष तौर पर। आखिर कुमार विश्वास जैसे चव्वनी छाप कवि और नेता संघ जैसे विशाल और शक्ति शाली संगठन पर इस […]
================= आचार्य श्री विष्णुगुप्त दिल्ली की सड़कों पर ब्राम्हण सम्मेलन का बोर्ड चर्चा में है। ब्राम्हण सम्मेलन में शामिल होने वाले राजनेताओं में सांसद मनोज तिवारी, घनश्याम तिवाडी, अरविन्द्र शर्मा और केन्द्रीय मंत्री अश्विनी चैबे जैसे हैं। ये सभी भाजपा के हैं, इन सभी को वोट देने वाले सिर्फ ब्राम्हण ही नहीं होगें पर इनकी […]