देवेन्द्रराज सुथार जालोर, राजस्थान बालिका शिक्षा में निवेश से न केवल समुदाय बल्कि देश और पूरी दुनिया का नक्शा बदल सकता है. इससे बाल विवाह की संभावना कम और स्वस्थ जीवन जीने की संभावना अधिक हो जाती है. वे उच्च आय अर्जित करती हैं एवं उन निर्णयों में भाग लेती हैं जो उन्हें सबसे अधिक […]
श्रेणी: महत्वपूर्ण लेख
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के परम पूज्य सरसंघचालक श्री मोहन भागवत जी नागपुर में आयोजित संघ के शिक्षा वर्ग में दिनांक 1 जून 2023 को अपने विचार रखते हुए कहते हैं कि भारतीय नागरिकों द्वारा भारत के विस्मृत इतिहास का स्मरण करने पर अथवा देश को स्वतंत्रता दिलाने में अपने प्राणों की आहुति देने वाले महान […]
कमलेश पांडे गौर करने वाली बात यह कि ओबीसी आरक्षण और एससी-एसटी प्रोमोशन के अलावा मुस्लिम तुष्टीकरण में जब से बीजेपी ने अन्य पार्टियों की लाइन पकड़ी है, तब से उसके राष्ट्रवाद और हिंदुत्व पर सवर्ण समाज व प्रबुद्ध लोगों का उतना भरोसा नहीं रहा, जितना पहले हुआ करता है। राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग के […]
रेलवे की दारू और कामचोरी ने ली 300 जानें रेल मंत्री और दोषी अधिकारियों को मोदी ने क्यों बचाया? ==================== आचार्य विष्णु हरि सरस्वती मोदी की सरकार ने अभी तक यह जिम्मेदारी तय नहीं कर सकी कि भीषण रेल दुर्धटना किस कारण हुई जिसमें तीन सौ से अधिक जानें गयी और एक हजार से ज्यादा […]
ललित गर्ग वर्तमान सरकार ने कृषि को सर्वाधिक महत्व दिया है। अवसर और संसाधन तो पूर्ववर्ती सरकारों को भी पर्याप्त मिले थे, लेकिन परिणाम निराशाजनक ही रहे। कृषि कभी भी उनकी प्राथमिकता का क्षेत्र नहीं रहा। कृषि का प्राथमिकता के क्षेत्रों में आना सुदृढ़ एवं शक्तिशाली भारत का द्योतक है। भारत में उन्नत कृषि की […]
तरुण विजय नवीन भारत अभ्युदय का पथ सदैव कंटकाकीर्ण रहा है। आज जब ब्रिटिश दास मानसिकता से संघर्ष रत राष्ट्र औपनिवेशिक मानस की जकड़न से मुक्त हो भारतीयों द्वारा भारत के लिए स्वतंत्र देश में बनी नवीन संसद का भव्य उद्घाटन देख रहा है तो यह क्षण 15 अगस्त 1947 के पुण्यदायी क्षण से काम […]
प्रह्लाद सबनानी भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा 19 मई 2023 को एक सूचना जारी कर यह बताया गया है कि देश में 2000 रुपए के नोट चलन से बाहर किए जा रहे हैं, हालांकि यह वैध मुद्रा की श्रेणी में बने रहेंगे। सामान्यजन को यह सुविधा प्रदान की गई है कि वे 23 मई 2023 से […]
लेकिन इससे राज्य को मिलेगा क्या ? संतोष पाठक क्या बिहार की तस्वीर और तकदीर बदलने जा रही है ? क्या बिहार बदलने जा रहा है ? क्या शिक्षा और नौकरी के लिए बिहारियों को इसके बाद पलायन नहीं करना पड़ेगा ? यह कहा जा सकता है कि वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य में ये सारे सवाल […]
हर-हर गंगे, नमामि गंगे.. प्रो. (डॉ.) संजय द्विवेदी भारतीय संस्कृति में गंगा को मां का दर्जा दिया गया है। एक ऐसी मां, जो अपने बच्चों का भरपूर ख्याल रखती है। लेकिन, अगर मां ही स्वस्थ नहीं होगी, तो वह अपने बच्चों का ध्यान कैसे रख पाएगी। जीवनदायिनी मां गंगा के बिगड़ते स्वास्थ्य में, सबसे ज्यादा […]
सच्चिदानंद सच्चू मिथिला राज्य के झंडाबरदारों को मिथिला राज्य तो चाहिए लेकिन इन्हें मिथिला के अन्य सामाजिक सरोकारों से कोई मतलब नहीं रहता। ये आंदोलनकारी मिथिला राज्य की मांग को लेकर दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना देते हैं। बिहार को काटकर अलग से मिथिला राज्य बनाने की मांग इन दिनों फिर से जोर पकड़ने लगी […]