शादाब जफर शादाब13 अक्टूबर 2010 को केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने जम्मू-कश्मीर पर वार्ताकारों के लिये एक दल का गठन किया। जिस में देश के वरिष्ठ पत्रकार दिलीप पडगांवकर, शिक्षाविद् राधाकुमार और पूर्व केन्द्रीय सूचना आयुक्त एम.एम. अंसारी को रखा गया। पहला सवाल सवाल यह उठता है कि पूरे देश से क्या जम्मू-कश्मीर वार्ता के लिये […]
श्रेणी: महत्वपूर्ण लेख
द ग्रैंड ओल्डमैन आफ इंडिया के नाम से मशहूर दादा भाई नौरोजी ब्रिटिश संसद में चुने जाने वाले पहले एशियाई थे। संसद सदस्य रहते हुए उन्होंने ब्रिटेन में भारत के विरोध को प्रस्तुत किया। दादा भाई नौरोजी ने भारत की लूट के संबंध में ब्रिटिश संसद में ड्रेन थ्योरी पेश की। इस ड्रेन थ्योरी में […]
गत दिवस पंजाब में हत्या के लिए ले जाई जा रही 18 गायों को गो तस्करों के चंगुल से मुक्त कराया गया। कुछ ही दिनों पूर्व गोहत्या के सवाल पर प्रदेश के मानसा जिले में दंगा भड़क उठा था और उसे नियंत्रित करने के लिए पुलिस को बल प्रयोग तथा क?फ्र्यू का सहारा लेना पड़ा […]
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर से धर्मनिपरपेक्ष चेहरे को राजग की ओर प्रधानमंत्री पद का दावेदार बनाए जाने की मांग पर भाजपा अभी कुछ बोलती, इससे पहले ही भाजपा के मातृ संगठन राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सरसंघचालक मोहन राव भागवत ने यह कह कर कि हिंदूवादी चेहरे का प्रधानमंत्री बनाने में क्या […]
रायसीना हिल्स पर बना राष्ट्रपति भवन गणतांत्रिक भारत के हर ऐतिहासिक क्षण का गवाह बना है। आजादी से पूर्व इसे वायसरीगल हाउस के नाम से जाना जाता था। लेकिन 26 जनवरी 1950 को सुबह 10.15 बजे जब डा. राजेन्द्र प्रसाद ने भारत के पहले राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेकर गणतांत्रिक भारत के राजपथ पर कदम रखे […]
स्वतंत्र प्रभुतासम्पन्न भारत के निर्माताओं में डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी का नाम उल्लेखनीय है। जो एक महान देशभक्त, शिक्षाविद, संसदविज्ञ, राजनेता, मानवतावादी और इन सबसे ऊपर राष्ट्रीय एकता और अखंडता के समर्थक थे। 6 जुलाई, 1901 को कलकत्ता में जन्मे श्यामा प्रसाद को विद्वत्ता, राष्ट्रीयता की भावना और निर्भयता अपने पिता श्री आशुतोष मुखर्जी से […]
मगन देव नारायण सिंह जनता दल (यू.) और भाजपा नेताओं के वाक्युद्ध से राजग अर्थात राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की दीवारें दरकने लगीं है। राजनीतिक विश्लेषकों को अब यह विश्वास हो गया है कि राजग के देदिप्यमान भवन के ध्वस्त होने में अब देर नहीं है। वैसे राजनीति के पंडितों का यह भी कहना है कि […]
विश्व में लगभग २०० देश हैं। सम्भवत: भारत ही अपवाद स्वरूप एक मात्र ऐसा देश है जहां कि बहुसंख्यकों (मूल निवासियों ) का जनसंख्या में प्रतिशत लगातार घटता रहता है। यह क्रम १८८१ ई. से निरन्तर जारी है जबसे जनगणना आरम्भ हुई थी। हर १० वर्ष में हिन्दू का प्रतिशत, एक प्रतिशत सरकारी आकंडों के […]
गाजियाबाद। सारा देश इस समय बिजली संकट से गुजर रहा है। उत्तर भारत में लू का प्रकोप ज्यों ज्यों बढ़ा त्यों त्यों बिजली की किल्लत लोगों को झेलनी पड़ी। दक्षिण भारत की स्थिति भी बिजली के विषय में ऐसी ही रही है। उत्तर भारत में गुजरे हुए माह में 3000 मेगावाट बिजली की कमी रही। […]
प्रिय मतदाताओ, उत्तर प्रदेश नगर निकायों के चुनाव चल रहे हैं। वैसे तो हर चुनाव ही हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है लेकिन इन चुनावों का तो और भी अधिक महत्व है। हम अपने सभासदों का या पार्षदों का नगरपालिका चेयरमैनों का या मेयरों का चुनाव कर रहे हैं। प्रदेश के बहुत से स्थानों पर […]