नरेंद्र मोदी की अगुवाई में बनी सरकार के सभी मंत्रियों को अपनी संपत्ति या देनदारी का ब्याेरा दो महीने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सौंपना होगा। इसके अलावा, मंत्रियों को कहा गया है कि वे अगर सरकार में अपनी नियुक्ति होने से पहले किसी कारोबार के प्रबंधन से जुड़े थे तो उससे सभी तरह के […]
Category: महत्वपूर्ण लेख
संसद भवन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण का संक्षिप्त अंश 1. जमीन के हेल्थ कार्ड से किसानों को फायदा होगा।2. कुपोषण से लड़ाई लड़नी है, तो दालों का उत्पादन बढ़ाने और उसमें प्रोटीन कंटेंट बढ़ाने में सफलता पानी होगी।3. हम सदियों से कहते हैं कि हमारा देश कृषि प्रधान और गांवों का देश हैं। […]
भारतीय इतिहास के साथ खिलवाड़
नितिन सिंह भारतीय इतिहास के साथ इस खिलवाड़ के मुख्य दोषी वे ”वामपंथी इतिहासकार” हैं, जिन्होंने स्वतंत्रता के बाद नेहरू की सहमति से प्राचीन हिन्दू गौरव को उजागिर करने वाले इतिहास को या तो काला कर दिया या धुँधला कर दिया और इस गौरव को कम करने वाले इतिहास-खंडों को प्रमुखता से प्रचारित किया, जो […]
कैसी हो माँ? मैं रवि बोल रहा हूँ…
हैलो माँ … मैं रवि बोल रहा हूँ….,कैसी हो माँ….? मैं…. मैं…ठीक हूँ बेटे…..,ये बताओ तुम और बहू दोनों कैसे हो? हम दोनों ठीक है माँ…आपकी बहुत याद आती है…, ..अच्छा सुनो माँ,में अगलेमहीने इंडिया आ रहा हूँ…..तुम्हें लेने। क्या…? हाँ माँ….,अब हम सब साथ ही रहेंगे…., नीतू कह रही थी माज़ी को अमेरिका ले […]
लीची खाने से मौत हो सकती है
पश्चिम बंगाल के मालदा जिले में हाल ही में घटी एक घटना ने बहुतों को माथे पर बल ला दिया जहां 7 बच्चों की मौत का कारण लीची में मिला अज्ञात वायरस बना। लीची सिंड्रोम एक संक्रमण है जो वायरस के कारण होता है क्योंकि लीची गर्मियों का फल है इसलिए वायरस फैलने का खतरा […]
कन्हैया झा देश में पहली बार, गैस उत्पादान, सन 2006 में सरकार ने कृष्णा-गोदावरी (केजी) बेसिन से गैस निकालने का ठेका देश की एक बड़ी कंपनी रिलाइंस तथा उसकी सहायक कनेडियन कंपनी को दिया था. इन कम्पनियों ने गैस भण्डार की सामर्थ्य तथा वार्षिक उत्पादन के आंकड़ों को बढ़ा-चढा कर पेश किया था. इससे अनेक […]
ये मोदी का हिन्दी से छल नही है?
ब्रज किशोर सिंह यह बात तो हम सभी जानते हैं कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बहुत अच्छी हिन्दी जानते हैं। लोकसभा चुनाव प्रचार के समय वे भारत को लगातार हिन्दी में संबोधित करते रहे। यहाँ तक कि केरल और तमिलनाडु में भी वे हिन्दी ही बोलते रहे और दुभाषिये की सहायता ली। इस साल […]
पुण्य प्रसून वाजपेयी ठीक तेरह बरस पहले जिन आर्थिक नीतियों को लेकर संघ परिवार बीजेपी को कटघरे में खड़ा करता था। तेरह बरस बाद उन्ही आर्थिक नीतियों को लेकर संघ हरी झंडी दिखाने से नहीं कतरा रहा है। तेरह बरस पहले भी संघ के प्रचारक रहे अटलबिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री की कुर्सी पर थे और तेरह […]
विकास की भारतीय रुपरेखा
कन्हैया झा “सर्वे भवन्तु सुखिनः” श्रृंखला (*) के आखिरी दसवें लेख में “विराट भारत” की कल्पना दी गयी है. एक विराट राष्ट्र ऐसा विशाल है “जिसमें सब चमकते हैं” अर्थात सभी विकसित हैं. “अर्थस्य मूलह राज्यम” के अनुसार शासनतंत्र का मुख्य कार्य देश के अर्थ पुरुषार्थ को पोषित कर सम्पन्नता लाना है. सन 1991 से […]
महाराणा प्रताप और दानवीर भामाशाह
विनोद बंसल मेवाड़ के राजा उदय सिंह के घर जन्मे उनके ज्येष्ठ पुत्र महाराणा प्रताप को बचपन से ही अच्छे संस्कार, अस्त्र-शस्त्रों का ज्ञान और धर्म की रक्षा की प्रेरणा अपने माता-पिता से मिली। उन दिनों दिल्ली में सम्राट अकबर का राज्य था जो भारत के सभी राजा-महाराजाओं को अपने अधीन कर मुगल साम्राज्य का […]