विनोद सर्वोदय क्या ‘जिन्ना रिटर्न्स’ का स्क्रिप्ट तैयार हो गया है? ऐसा प्रतीत हो रहा है कि मो.अली जिन्ना के आह्वान पर 16 अगस्त 1946 को हुई ‘डॉयरेक्ट ऐक्शन’ सीधी कार्यवाही (जिसका यहां अर्थ “असंवैधानिक तरीकों को अपनाना” है ) के अखिल भारतीय कार्यक्रम की भयावहता की वापसी का संकट अब फिर मंडरा रहा है। […]
Category: महत्वपूर्ण लेख
आज के समय में इस्लाम तेजी से दुनिया में अपने पैर पसार रहा है। यह धर्म ना सिर्फ इस्लामिक देशों में, बल्कि भारत जैसे हिन्दू प्रधान देश में भी मुस्लिमों की जनसंख्या तेजी से बढ़ती हुई देखी जा रही है। ऐसे में, यूरोप में एक देश ऐसा भी है, जहाँ इस्लाम को पूर्ण रूप से […]
डॉ नीलम महेन्द्रा आज जब एशिया के एक देश चीन के एक शहर वुहान से कोरोनानामक वायरस का संक्रमण देखते ही देखते जापान,जर्मनी,अमेरिका,फ्रांस, कनाडा,रूस समेत विश्व के 30 से अधिक देशों में फैल जाता है तो निश्चित ही वैश्वीकरण के इस दौर में इस प्रकार की घटनाएं हमें ग्लोबलाइजेशन के दूसरेडरावने पहलू से रूबरू कराती […]
आप की जीत भाजपा के लिए चुनौती
सुरेश हिंदुस्थानी दिल्ली विधानसभा के लिए हुए मतदान के पश्चात हालांकि यह तय लगने लगा था कि दिल्ली में फिर से आम आदमी पार्टी की सरकार बनेगी। लेकिन चुनाव परिणामों ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को एक बार फिर से जो छप्पर फाड़ बहुमत दिया है, उसकी उम्मीद आम आदमी पार्टी के अलावा किसी […]
आर.बी.एल.निगम, वरिष्ठ पत्रकार दिल्ली में 15 साल तक राज करने वाली कांग्रेस विधानसभा चुनाव में पूरी तरह से साफ हो गई है और पिछले चुनाव की तरह इस बार भी खाता नहीं खोल पाई। आम आदमी से गुप्त समझौता कर कांग्रेस ने आत्मघाती कदम उठाया है। जो कांग्रेस के लिए अच्छे संकेत नहीं। जब क्षेत्रीय […]
यदि कन्या को किसी व्यक्ति का पैर छू जाए तो तुरंत उस कन्या के (देवी रूप मानकर) चरण स्पर्श करने की परंपरा भारत में है। चरण छूने की यह परंपरा इसलिए है कि कन्या के शरीर से पैरों का स्पर्श होना ‘पाप’ माना जाता है। उस पाप से मुक्त होने के लिए ही व्यक्ति क्षमा […]
आर.बी.एल.निगम, वरिष्ठ पत्रकार जब से नागरिकता कानून बना है, मोदी-विरोधी विरोध में इतने अंधे और पागल हो चुके हैं, लगता है सबकी अक्ल पर पत्थर पड़ गए हैं। विरोध करना विपक्ष का जन्मसिद्ध अधिकार है, लेकिन विरोध में हिन्दुत्व के विरुद्ध नारेबाजी लगना कौन-सी दानिशमंदी है? इन उन्मादियों को शायद ये नहीं मालूम कि जिस […]
गणतंत्र के सात दशक
परिवर्तन का जोश भरा था, कुर्बानी के तेवर में। सब कुछ हमने लुटा दिया था, आजादी के जवर में।। हम खुशनसीब हैं कि इस वर्ष 26 जनवरी को 71वाँ गणतन्त्र दिवस मना रहे हैं। 15 अगस्त सन् 1947 को पायी हुई आजादी कानूनी रूप से इसी दिन पूर्णता को प्राप्त हुई थी। अपना राष्ट्रगान, अपनी […]
भारत के बारे में पश्चिम के विद्वानों ने यह भ्रांति फैलाने का निरर्थक प्रयास किया है कि भारत में राष्ट्रवाद की भावना कभी नहीं रहीऔर भारत में राष्ट्रवाद का प्रचार – प्रसार ब्रिटिश काल में हुआ । उससे पहले इस देश में राष्ट्रीयता की भावना थी ही नहीं। जिन विदेशी विद्वानों , लेखकों या इतिहासकारों […]
डॉ विवेक आर्य विश्व इतिहास इस बात का प्रबल प्रमाण हैं की हिन्दू समाज सदा से शांतिप्रिय समाज रहा हैं। एक ओर मुस्लिम समाज ने पहले तलवार के बल पर हिन्दुओं को मुस्लमान बनाने की कोशिश करी थी, अब सूफियो की कब्रों पर हिन्दूओं के सर झुकवाकर, लव जिहाद या ज्यादा बच्चे बनाकर भारत की […]