डॉ रवि प्रभात देश लोकतंत्र का महाकुंभ मनाने जा रहा है । आम चुनाव भारतीय लोकतंत्र के लिए महोत्सव की तरह हैं। सतत तीन-चार माह तक चलने वाले इस महामंथन से जनता के मन की अभिव्यक्ति होती है तथा लोकतांत्रिक सरकार का गठन होता है, जिस से देश के भविष्य की दशा दिशा निर्धारित होती […]
श्रेणी: महत्वपूर्ण लेख
लिमटी खरे अठ्ठारहवीं लोकसभा के लिए मुनादी हो चुकी है। इस बार लोकसभा की 543 सीटों के लिए 7 चरणों में चुनाव होना है। लगभग 47 दिन तक अनेक प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम में कैद रहेगा। मतगणना 04 जून को संपन्न होगी। पहले चरण में 19 अप्रैल को मतदान होगा, दूसरे चरण का मतदान 26 […]
अभी हाल ही में ‘प्यू रिसर्च सेंटर’ नामक एक रिसर्च संस्था द्वारा जी-20 समूह के 24 देशों में, फरवरी 2023 से मई 2023 के बीच, एक ओपिनियन पोल यह जानने के लिए किया गया है कि जी-20 समूह के सदस्य देशों पर भारत का प्रभाव किस प्रकार का है अथवा जी-20 समूह के सदस्य देशों […]
✍️मनोज चतुर्वेदी “शास्त्री” भारत में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) 2019 को लागू किए जाने पर अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र (यूएन) सहित कई अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार स्तर के संगठनों ने गम्भीर चिंता जताई है। संयुक्त राष्ट्र ने कानून को मौलिक रूप से भेदभावपूर्ण बताया है, जबकि अमेरिका ने कहा है कि वह इसकी निगरानी कर रहा है। […]
माफ कर दीजिए, मेरी बेटी ने आसाराम पर झूठे आरोप लगाए’: रेप पीड़िता के पिता के नाम से वीडियो वायरल, उत्तर प्रदेश पुलिस ने जाँच शुरू की 11 वर्ष पूर्व जब संत आसाराम पर बलात्कार आरोप लगाया जा रहा था, उन दिनों एक हिंदी पाक्षिक को सम्पादित करते मुख्य पृष्ठ पर रपट शीर्षक “क्या आसाराम […]
जयचन्द मत बनिए, पूरा हाथी देखें, केवल टाँग या सूँड नहीं किला जब भी फतह हुआ, दरवाजा हमेशा अपनो ने अंदर से ही खोला था।कुछ भी हो मुझे वोट तो भाजपा को ही देना है याद रखें पंडित जी से नाराज होकर गाय कसाई को दान नहीं दी जाती, कांग्रेस को देश या राज्य सौंपते […]
प्रभुनाथ शुक्ल नागरिकता संशोधन कानून यानी सिविल एबेडमेंड एक्ट (सीएए) आखिरकार देश में लागू हो गया है। इस कानून को लागू करना क्या मोदी सरकार की मजबूरी थी। यह कानून क्या इतना आवश्यक था कि लोकसभा चुनाव के ठीक पहले लागू किया जाता। क्या यह कानून पूरी तरह से पारदर्शी और देश के हित में […]
कहते है कि किसी के लिए कुआँ खोदो, ऊपर वाला उसी के लिए खाई खोद देता है, ठीक वही वही स्थिति INDI गठबंधन की है। चले थे मोदी को हराने, लेकिन खुद ही एक दूसरे को हराने को आतुर हैं। अगर यही हालत रहे 2024 तो क्या 2029 में भी कहीं नज़र नहीं आने वाला […]
1947 में जब सांप्रदायिक आधार पर देश का विभाजन हुआ तो पाकिस्तान में ढाई से 3 करोड हिंदू उसे अपना वतन मानकर वहीं रह गये थे। उस समय पाकिस्तान के निर्माता जिन्नाह ने हिंदुओं को यह विश्वास दिलाया था कि पाकिस्तान धर्मनिरपेक्षता के मार्ग पर चलेगा। जिससे गैर मुसलमानों को पाकिस्तान में रहने से किसी […]
ललित गर्ग बिहार की राजधानी पटना में आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव के बयान कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पास परिवार ही नहीं है। वो हिंदू नहीं हैं। हिंदू अपनी मां के श्राद्ध में दाढ़ी-बाल बनवाता है। मोदी की माताजी का जब देहांत हुआ तो उन्होंने बाल-दाढ़ी क्यों नहीं बनवाया? इस तरह के बेतूके, आधारहीन एवं […]