आंखों देखी/कानों सुनी ✍️मनोज चतुर्वेदी “शास्त्री आजकल हम लखनऊ में हैं, यहां अभी दो दिन पहले काफ़ी तेज वर्षा हुई जिसका अनुचित लाभ उठाते हुए, गुंडावादी विचारधारा के कुछ शोहदों ने एक शरीफ़ और इज्ज़तदार युवती के साथ अभद्रता की थी। दरअसल, अभी हाल ही में लोकसभा चुनाव हुए हैं, जिसमें गुंडावादी विचारधारा ने “स्वघोषित […]
