वाराहमिहिर-उज्जैन के निकट कपित्था नामक ग्राम में 499 ई में पैदा हुए। प्रसिद्घ खगोल शास्त्री तथा गणितज्ञ आर्य भट्ट के संपर्क में आने के कारण खगोल तथा ज्योतिष शास्त्रों में अनुराग पैदा हुआ। शीघ्र ही इन विद्याओं में पारंगत हो गये तथा चंद्र गुप्त विक्रमादित्य के दरबारर में उनके नवरत्नों में शामिमममल हो गये। इन्होंने […]
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सुश्रुत-ईसा पूर्व छठी शताब्दी में हुए। वैद्यराज धनवंतरी के चरणों में बैठकर चिकित्सा शास्त्र सीखा। आप प्रथम वैद्य थे जो शल्य चिकित्सा में पारंगत थे। पथरी निकालने, टूटी हड्डियों का पता लगाने और जोडऩे, आंखों के मोतिया बिंद के आपरेशन करने में अद्वितीय। रोगी को आपरेशन से पहले शराब पिलाकर बेहोश करने की पद्घति के […]