रायसीना हिल्स पर बना राष्ट्रपति भवन गणतांत्रिक भारत के हर ऐतिहासिक क्षण का गवाह बना है। आजादी से पूर्व इसे वायसरीगल हाउस के नाम से जाना जाता था। लेकिन 26 जनवरी 1950 को सुबह 10.15 बजे जब डा. राजेन्द्र प्रसाद ने भारत के पहले राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेकर गणतांत्रिक भारत के राजपथ पर […]
Category: आओ कुछ जाने
अभी श्री राम जन्मभूमि के मामले में भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने वादकारियों से पूछा कि क्या श्री राम के वंशज अभी भी हैं ? इस पर जयपुर के राजपरिवार ने अपने आपको बताया कि वह श्री राम की 309 वी पीढ़ी का वंशज है । श्री रामचंद्र जी त्रेता में उस समय पैदा हुए […]
मित्रो ! आज 1 अगस्त है । आज ही के दिन 1920 में गांधी जी ने असहयोग आंदोलन आरंभ किया था । इस आंदोलन के संदर्भ में हमें यह बात ध्यान रखनी चाहिए कि 1857 की क्रांति के पश्चात भारत में अनेकों ऐसे क्रांतिकारी आंदोलन हुए थे , जिनसे भारत का जनमानस बहुत अधिक आंदोलित […]
कश्मीर क्यों बर्बाद हुआ ?
कश्मीर के भारत संघ के साथ विलीनीकरण की प्रक्रिया का काम देश के पहले उपप्रधानमंत्री और लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल ने संपन्न किया । उनके प्रयास से सारा देश एकीकरण की प्रक्रिया को अपनाकर एकता के सूत्र में आबद्ध हो गया , परंतु नेहरू जी ने प्रधानमंत्री के रूप में यह स्पष्ट कर […]
आइए, जानें अपने संविधान के बारे में
सन् 1929 के दिसंबर में लाहौर में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेसका अधिवेशन पंडित जवाहरलाल नेहरू की अध्यक्षता में हुआ जिसमें प्रस्ताव पारित कर इस बात की घोषणा की गई कि यदि अंग्रेज सरकार 26 जनवरी 1930 तक भारत कोस्वायत्तयोपनिवेश (डोमीनियन) का पद नहीं प्रदान करेगी, जिसके तहत भारत ब्रिटिश साम्राज्य में ही स्वशासित एकाई बन जाता, […]
प्रत्येक वर्ष 26 जनवरी के दिन को भारत में गणतंत्र दिवस रूप में मनाया जाता है और भारत द्वारा प्रत्येक गणतंत्र दिवस के अवसर पर किसी व्यक्ति को मुख्य अथिति के रूप में आमंत्रित किया जाता है तो आइये जानते हैं अब तक गणतंत्र दिवस पर रहे मुख्य अतिथियों की सूची 2017 – शेख […]
जानिये सृष्टि का कालक्रम
सृष्टि की कुल आयु 4294080000 वर्ष इसे कुल 14 मन्वन्तरों मे बाँटा गया है। वर्तमान मे 7वें मन्वन्तर अर्थात् वैवस्वत मनु चल रहा है। इस से पूर्व 6 मन्वन्तर जैसे स्वायम्भव, स्वारोचिष, औत्तमि, तामस, रैवत, चाक्षुष बीत चुके है और आगे सावर्णि आदि 7 मन्वन्तर भोगेंगे। 1 मन्वन्तर = 71 चतुर्युगी 1 चतुर्युगी = चार […]
हमारे भारत को प्राचीन काल से ही सोने की चिडिय़ा कहलाने का गौरव प्राप्त था, लेकिन जब सोने की चिडिय़ा कहे जाने वाले हमारे भारत पर अंग्रेजों ने कब्ज़ा किया उसके बाद भारत से वो गौरव छिन गया. हम सभी ने जब भी अपने इतिहास के बारे में पढ़ा या सुना है तो उससे हमे […]
दिल्ली का पहला कोतवाल कौन?
दिल्ली भारत की राजधानी है। इसी शहर को कभी राजा इन्द्र की राजधानी या इन्द्रनगरी या इन्द्रप्रस्थ कहा जाता था। राजा इन्द्र की राजधानी या इन्द्रनगरी की कथा-कहानियां भारतवर्ष में आज भी बहुत प्रचलित हैं। राजा इन्द्र के दरबार का वैभव भी कथा-कहानियों और पुराणों में हमें बहुत कुछ सुनने और पढऩे को मिलता है। […]
रायसीना हिल्स पर बना राष्ट्रपति भवन गणतांत्रिक भारत के हर ऐतिहासिक क्षण का गवाह बना है। आजादी से पूर्व इसे ‘वायसरीगल हाउस’ के नाम से जाना जाता था। लेकिन 26 जनवरी 1950 को सुबह 10.15 बजे जब डा. राजेन्द्र प्रसाद ने भारत के पहले राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेकर गणतांत्रिक भारत के राजपथ पर […]