आर्य समाज एक क्रन्तिकारी आन्दोलन है, जिसका मुख्य उद्देश्य समाज में फैले विभिन्न-प्रकार के पाखंड, मत-मतान्तर, जाति-पाति, सम्प्रदाय, मूर्ति-पूजा आदि अन्धविश्वास को दूर करने वाला एक विश्वव्यापी आन्दोलन है और इसके प्रवर्तक महर्षि दयानन्द सरस्वती हैं । लोगों के मध्य आर्यसमाज के विषय में भ्रान्तियां और समाधान :– आर्यसमाजी ईश्वर को नहीं मानते ? उत्तर:- […]
*आर्य समाज क्या है ?*
