एक गांव में राजपूत, ब्राह्मण, बनिये, तेली, हरिजन आदि जातिके लोग रहते थे, सभी मिलजुल कर शान्ति से रहते थे। एक दिन गांव के मुखिया के पास एक मुस्लिम अपनी पत्नी और आठ बच्चों के साथ आया और गांव मे रहने की भीख मांगने लगा। रातों को जागकर गाँव की देखभाल करने वाले एक चौकीदार […]
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मूल लेखक ; अमर साहू प्रभु श्रीराम को 14 वर्ष का वनवास हुआ। इस वनवास काल में श्रीराम ने कई ऋषि-मुनियों से शिक्षा और विद्या ग्रहण की, तपस्या की और भारत के आदिवासी, वनवासी और तमाम तरह के भारतीय समाज को संगठित कर उन्हें धर्म के मार्ग पर चलाया। संपूर्ण भारत को उन्होंने एक ही […]
योगेश कुमार गोयल भारत का संविधान 26 जनवरी 1949 को अंगीकृत किया गया था और कुछ उपबंध तुरंत प्रभाव से लागू कर दिए गए थे लेकिन संविधान का मुख्य भाग 26 जनवरी 1950 को ही लागू किया गया, इसीलिए इस तारीख को संविधान के ‘प्रारंभ की तारीख’ भी कहा जाता है। देश की स्वतंत्रता के […]
असम में एक ईसाई धर्मप्रचारक भेजे गए थे, नाम था फादर क्रूज़ इन्हें असम के एक प्रभावशाली परिवार के लड़के को घर आकर अंग्रेजी पढ़ाने का मौका मिला, पादरी साहब धीरे-धीरे घर का मुआयना करने लगे,उन्हें पता चल गया कि, बच्चे की दादी इस घर में सबसे प्रभाव वालीं हैं, इसलिए उनको यदि ईसा की […]
लेखक :- स्वामी ओमानन्द सरस्वती स्त्रोत :- भाषाविभाग हरयाणा वार्षिक संगोष्ठी 1967 – 68 प्रस्तुतकर्ता :- अमित सिवाहा भारत के पतनकाल के समय आज से दो सो वर्ष पूर्व भी हरयाणा स्वर्ग के समान ही था । इसकी वैदिकसंस्कृति ज्यों की त्यों अविकृतरूप में थी । केवल पौराणिक प्रभाव के कारण तीर्थ , मूर्तिपूजादि का […]
– आजादी के बाद दिल्ली के सिंहासन पर कांग्रेस ने कब्जा कर लिया । इसलिए आजादी की सच्ची कहानी आज तक देश के सामने आ ही नहीं पाई – कांग्रेस के चमचे इतिहासकारों ने आजादी की जो थ्योरी डिज़ाइन की… उसमें ये कहा गया कि 1942 में हुए भारत छोड़ो आंदोलन की वजह से आजादी […]
कृष्ण गोपाल ‘व्यास’ मध्य प्रदेश में अनेक तालाब और उनके घाटों पर स्थित मन्दिर और राजप्रसाद जिनकी उम्र 1000 साल या उससे भी अधिक है, आज भी अस्तित्व में हैं। यह अकारण या आकस्मिक नहीं है। तकनीकी लोगों के अनुसार पुराने तालाबों की लम्बी उम्र का राज उनकी डिजाइन, निर्माण कला, निर्माणकर्ताओं की दक्षता और […]
वीनू संधू डॉक्टरों और विशेषज्ञों की मानें तो लोग बड़ी तेजी से विटामिन डी की कमी के शिकार हो रहे हैं। हालत यह हो गई है कि भारत ही नहीं पश्चिमी देशों में भी विटामिन डी की कमी एक महामारी का रूप लेती जा रही है। इंटरैशनल आस्टियोपोरोसिस फाउंडेशन का अनुमान है कि भारत के […]
विवेक सक्सेना जब यह पता चला कि 11 नवंबर को प्रथम विश्व युद्ध समाप्त होने के 100 साल पूरे हो गए तो लगा कि किसी ने यह गीत बहुत सही लिखा कि इट हैपंस इन इंडिया, यह सिर्फ भारत में ही होता है। जिस युद्ध को कभी दुनिया के तमाम युद्धो का युद्ध कहा जाता […]
ऐतिहासिक खोज का गवाह है मछलीपट्टम
डॉ. बिमान नाथ मछलीपट्टनम आंध्र प्रदेश के तट पर स्थित सबसे पुराने बंदरगाहों में से एक है। बहुत कम लोगों को पता होगा कि 150 साल पहले मछलीपट्टनम एक ऐतिहासिक वैज्ञानिक खोज का गवाह बना था, जिससे विज्ञान की खगोल भौतिकी नामक एक नई शाखा की शुरुआत हुई। मछलीपट्टनम में ही पहली बार एक नए […]