वयं राष्ट्रे जागृयामः पुरोहिता: हम पुरोहित हैं,, हम राष्ट्रदेव को जागृत रखते हैं,, कोई भी राष्ट्र जागृत रहता है उसमें रहने वाली प्रजा से,, वह सोई पड़ी है वह मूढ़ है वह स्वार्थों में घिरी है,,तो आज नहीं कल राष्ट्र भी विपत्तियों में घिर जाएगा,, वेदमन्त्र है–संशितं म इदं ब्रह्म संशितं वीर्यम बलम l संशितं […]
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आर्यसमाज के संस्थापक ऋषि दयानन्द भारत के निर्माताओं में प्रमुख स्थान रखते हैं। ये ऐसे महापुरूष हुए हैं जिन्होंने भारत की आत्मा को पुनर्जीवित किया जो १८५७ की असफलता से दुःख और निराशा में डूब चुकी थी। पुनर्जीवन का यह कार्य जितना हिन्दी के माध्यम से सम्भव हो सकता था उतना किसी अन्य माध्यम से […]
ऐसे भी मजाक उड़ाया गया है हिंदुत्व का
प्रशांत पोळ एम. एफ. हुसैन ने अपने पूरे जीवन में हिन्दू देवीयों के जी भर के नग्न और विकृत चित्र बनाएं.* वस्त्रहीन भारत माता का चित्र बनाया. वीणा लिए हुए देवी सरस्वती को पूर्ण नग्न चित्रित किया. और कोई संदेह न रहे, इसलिए इस चित्र पर लिख भी दिया, ‘सरस्वती’. वैसे ही मां दुर्गा के […]
उगता भारत ब्यूरो राष्ट्रपति चुनाव के शेड्यूल का ऐलान हो चुका है। देश के नए राष्ट्रपति के लिए 18 जुलाई को वोटिंग होगी और 21 जुलाई को परिणाम घोषित किए जाएंगे। मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यका 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है। राष्ट्रपति चुनाव किस तरह होता है और इसकी योग्यता क्या होती […]
लेखक :- डॉ० मोहन चन्द तिवारी “या सृष्टिः स्रष्टुराद्या वहति विधिहुतं या हविर्या च होत्री, ये द्वे कालं विधत्तः श्रुतिविषयगुणा या स्थिता व्याप्य विश्धम्. यामाहुः सर्वबीजप्रकृतिरिति यया प्राणिनः प्राणवन्तः, प्रत्यक्षाभिः प्रसन्नस्तनुभिरवतु वस्ताभिरष्टाभिरीशः ॥” -‘अभिज्ञानशाकुंतलम्’,1.1 महाकवि कालिदास के विश्व प्रसिद्ध नाटक ‘अभिज्ञान शाकुंतलम्’ में आए उपर्युक्त अष्टमूर्ति शिव की वंदना से ही मैं अपनी पर्यावरण के […]
असली सेकुलरों के कुलक्षण
देश में इस समय कई ऐसी राजनीतिक पार्टियां मौजूद हैं , जो आगामी लोकसभा के चुनाव में जीतने के लिए खुद को सबसे बड़ा सेकुलर और विरोधी को सम्प्रदायवादी साबित करने में लगी हुई हैं , ताकि मुस्लिम वोट उनकी पार्टी को मिल सके , लेकिन सभी जानते हैं कि सेकुलर शब्द एक विदेशी आयातित […]
क्या केवल 8400000 योनियों ही है ?
कुछ संख्याएं हिंदू समाज में प्रसिद्ध हो गई हैं जिनका कोई वास्तविक आधार नहीं है, जैसे 8400000 योनियां! योनियां अनंत है क्योंकि जीवात्मा भी असंख्य हैं, पृथ्वी पर ही कितने प्रकार के प्राणी हैं कोई नहीं गिन सकता ,तो 8400000 की संख्या में समेट देना तथ्य, तर्क के आधार पर संगत नहीं लगता ,फिर भी […]
उगता भारत ब्यूरो ज्ञान वापी मस्जिद, मस्जिद नहीं मंदिर है! काशी विश्वनाथ मंदिर को तोड़कर ज्ञानवापी मस्जिद का निर्माण ज्ञानवापी मस्जिद, मस्जिद नहीं मंदिर है! काशी विश्वनाथ मंदिर को तोड़कर ज्ञानवापी मस्जिद का निर्माण किया गया था मुगल सम्राट औरंगजेब ने 9 अप्रैल 1669, को बनारस के “काशी विश्वनाथ मंदिर” तोड़ने का आदेश जारी किया […]
समुंद्र की सरताज ,बजाऊ जनजाति”
“””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””” हिंद महासागर , पेसिफिक ओसियन में इंडोनेशिया, ब्रुनेई फिलिपींस जैसे दक्षिण पूर्वी एशियाई देशों के समुद्र तट दीपों पर बजाउ जनजाति लाखों वर्षों से निवास करती है| दुनिया में इनकी संख्या केवल 12 लाख के लगभग है| समुंदर इन का घर बन गया है यह समुंदर में ही तैरते हुए घर बनाती है… इस […]
हिंदुओं में एकता की कमी होने का कारण
#डॉ_विवेक_आर्य 1200 वर्ष का इतिहास उठाकर देखिये। हिन्दू समाज विदेशी आक्रमणकारियों के सामने अपनी एकता की कमी के चलते गुलाम बने। इस सामाजिक एकता की कमी का क्या कारण था? इस लेख के माध्यम से हम हिंदुओं में एकता की कमी के कारणों का विश्लेषण करेंगे। 1. हिन्दू समाज में ईश्वर को एक मानने वाले […]