Categories
आओ कुछ जाने

आयुर्वेद के महान ज्ञाता महर्षि धन्वंतरि

– योगेश कुमार गोयल दीवाली से दो दिन पूर्व ‘धनतेरस’ नामक त्यौहार मनाया जाता है, जो इस वर्ष 29 अक्तूबर को को मनाया जा रहा है। धनतेरस के प्रचलन का इतिहास बहुत पुराना माना जाता है। यह त्यौहार कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को मनाया जाता है तथा इस दिन आरोग्य के देवता […]

Categories
आओ कुछ जाने

श्वास पर पूरा नियंत्रण किस प्रकार सबके लिए लाभदायक है?

हमें अपने श्वास पर एकाग्र क्यों होना चाहिए? वायु के क्या गुण और शक्तियाँ हैं? श्वास पर पूरा नियंत्रण किस प्रकार सबके लिए लाभदायक है? घृृषुं पावकं वनिनं विचर्षणिं रुद्रस्य सूनुं हवसा गृणीमसि। रजस्तुरं तवसं मारुतं गणमृजीषिणं वृषणं सश्चत श्रिये।। ऋग्वेद मन्त्र 1.64.12 (कुल मन्त्र 744) (घृृषुम्) शत्रुओं का नाशक (पावकम्) पवित्र करने वाला (वनिनम्) […]

Categories
आओ कुछ जाने

भारत के मूल में सनातन हिंदू संस्कृति का आधार है

किसी भी राष्ट्र के मूल में कुछ तत्व निहित होते हैं, जिनके बल पर वह देश आगे बढ़ता है और समाज के विभिन्न वर्गों को एकता के सूत्र में पिरोए रखता है। भारत के एक राष्ट्र के रूप में, इसके मूल में, सनातन हिंदू संस्कृति का आधार है जो हजारों वर्षों से भारत को आज […]

Categories
आओ कुछ जाने

मिट्टी के दीपक और भारतीय संस्कृति

आत्माराम यादव पीव मिट्टी तो मिट्टी है, हमें इसी तात्विक ज्ञान का परिचय है लेकिन परमात्म विषयक चिंतन की मान्यता है कि मिट्टी के कण-कण में परमतत्व प्राण व्याप्त है। मिट्टी जो पृथ्वी तत्व है ओर पृथ्वी में स्थित सर्वन्त्यामी है। पृथ्वी अखिल विश्व की सृष्टि को धारण करती है अर्थात अपने वक्षस्थल पर धारती […]

Categories
आओ कुछ जाने

भूतवाला कुआं, तिनवा,स्वामी नारायण छपिया

आचार्य डॉ. राधेश्याम द्विवेदी छपैया से थोड़ी 2 किमी दूर पर तिनवा नाम का एक गांव है, जहां भक्तिमाता के रिश्तेदार रहते थे। ये भूत वाला कुंवा तिनवा गांव के बाहर एक बाग में स्थित है। भक्ति माता इस कुंए से पानी भरने आई हुई थी। उस गांव में नबाब के सैनिक आए थे जो […]

Categories
आओ कुछ जाने

भारत में हिंदू मुस्लिम द्वि- राष्ट्र का जनक सर सैयद अहमद खान

भारत में द्वि राष्ट्र थ्योरी यानी “हिंदू और मुस्लिम” एक साथ नहीं रह सकते हैं ,उसके जन्मदाता ना मोहम्मद अली जिन्ना है, ना इकबाल हैं और ना ही विनायक दामोदर सावरकर है …… बल्कि पढ़ा लिखा एक मुस्लिम सर सैय्यद अहमद खान था। उस समय तो सावरकर पैदा भी नहीं हुए थे । सन १८६७ […]

Categories
आओ कुछ जाने

खम्पा तलावड़ी, तेंदुवा रानीपुर,छपिया की लीला (पेड़ के ठूठ से जख्म)

फोटो प्रतीकात्मक आचार्य डॉ. राधेश्याम द्विवेदी खम्पा तलवाडी एक तालाब /पोखर है जहाँ घनश्याम (स्वामीनारायण) स्नान करते थे और पास की कुटिया में एक संत से रामायण की कहानियाँ सुनते थे। पोखर के पास एक इमली का पेड़ हुआ करता था। इसी पर चढ़ कर एक बार खेलते समय वे घायल हो गए थे, जिससे […]

Categories
आओ कुछ जाने

ईश्वर की आत्माओं तथा शरीरों से संबंधित कर्म फल व्यवस्था

ईश्वर ने इस विशाल किन्तु ससीम ब्रह्माण्ड की रचना केवल मानव शरीरधारी आत्माओं के लिए मानव शरीर रुपी साधन से किसी जाने वाले कर्मों के फल के भुगतान के लिए पुनः विभिन्न शरीरों को धारण कराने तथा सुख दुख की अनुभूति के लिए की है।सुख दुख की अनुभूति केवल शरीर रुपी साधन से ही आत्मा […]

Categories
आओ कुछ जाने

भारत की वर्ण व्यवस्था बनाम जाति व्यवस्था

अमैथुनी सृष्टि में चार ऋषि हुए जिन्होंने ब्रह्मा को ज्ञान दिया तत्पश्चात मैथुनी सृष्टि प्रारंभ हुई और ऋषियों की संतान होने के कारण सर्ग के प्रारंभिक काल में सभी ब्राह्मण थे क्योंकि ऋषियों की संतान थे। जैसे-जैसे ब्राह्मणों को अपनी तथा धर्म की रक्षा करने के लिए आवश्यकता हुई तो उन्होंने कुछ रक्षक (छत्रियां) बना […]

Categories
आओ कुछ जाने

*अक्ल की नकल के लिए मिला भौतिकी का नोबेल*

लेखक आर्य सागर खारी 🖋️। आज स्वीडेन में वर्ष 2024 के भौतिक शास्त्र के नोबेल पुरस्कार की घोषणा हो गई । जॉन हॉपफील्ड और ज्योफ्री हिंटन को यह पुरस्कार मिला है । यह दोनों वैज्ञानिक वर्ष 1980 से आर्टिफिशियल न्यूरल नेटवर्क अर्थात आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर काम कर रहे थे। वैज्ञानिक बिरादरी में इन दोनों को […]

Exit mobile version