योगेंद्र योगी रॉकेटों को एक सटीक कोण पर बांस पर रखा जाता था, यह इस बात पर निर्भर करता था कि वे कितनी दूर गिरे और इसके बाद उसे उड़ाया जाता था। माना जाता है कि पोल्लिलोर की लड़ाई (आज के तमिलनाडु का कांचीपुरम) में इन रॉकेट ने ही खेल बदलकर रख दिया था। चंद्रयान-3 […]
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उगता भारत ब्यूरो चौंकिए मत! इस तरह के पेड़ उत्तराखंड में अक्सर दिखाई पड़ते है। च्यूर नाम का यह पेड़ देवभूमि वासियों को वर्षों से घी उपलब्ध करा रहा है। इसी खासियत के कारण इसे ‘इंडियन बटर ट्री’ कहा जाता है। जीबी पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्व विद्यालय के डॉ. वीपी डिमरी बताते हैं कि […]
ललित गर्ग भारत पुरातन काल से ज्ञान-विज्ञान का असीम भंडार रहा है। हमारे ऋषियों-मनीषियों ने आचार-विचार, आत्म-विकास एवं गहन खोजों से चिकित्सा, दर्शन, अर्थ और सौरमंडल तक की ऐसी जानकारी प्रदान की है, जिसके बारे में विश्व को बहुत बाद में पता चला। चंद्र अभियान की ऐतिहासिक एवं अविस्मरणीय सफलता के बाद भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान […]
2 सितंबर से भारत चलेगा सूर्य की ओर
भारत का पहला सूर्य मिशन, Aditya-L1 2 सितंबर को श्रीहरिकोटा से किया जाएगा लॉन्च अंकित सिंह अंतरिक्ष एजेंसी ने नागरिकों को श्रीहरिकोटा में लॉन्च व्यू गैलरी से लॉन्च देखने के लिए भी आमंत्रित किया। इसरो ने कहा कि सूर्य का अध्ययन करने वाली पहली अंतरिक्ष-आधारित भारतीय वेधशाला, आदित्य-एल 1 का प्रक्षेपण 2 सितंबर, 2023 को […]
अंततः भारत चल पड़ा है विश्व गुरु बनने की राह पर। परंतु, पश्चिमी देशों में कुछ विघनसंतोषी जीवों को शायद यह रास नहीं आ रहा है क्योंकि भारत, ब्रिटेन का कभी औपनिवेशिक देश रहा है और इन देशों की नजर में यह कैसे हो सकता है कि ब्रिटेन के चन्द्रमा पर पहुंचने के पूर्व ही […]
उगता भारत ब्यूरो जैसे-जैसे अंतरिक्ष यात्रा आम होती जा रही है, वैसे-वैसे यह संभावना भी बढ़ती जा रही है कि रास्ते में किसी की मृत्यु हो सकती है। इसलिए यह प्रश्न मन में उठता है कि यदि कोई अंतरिक्ष में मर जायेगा तो उसके शरीर का क्या होगा? आपने देश-विदेश में पर्यटकों की बढ़ती तादाद […]
शिव शरीर पर भस्म लपेटे हैं*
डीके गर्ग जब कभी अवधूत रूपी शरीरधारी शिव के काल्पनिक चित्र की चर्चा करते है या अवलोकन करते है तो एक पौराणिक मान्यता है कि शरीरधारी शिव ने भभूत शरीर पर लपेट रखी है। विष्लेषण: भस्म तो मृत्यु व्यक्ति की दाह संस्कार के पश्चात हुयी राख को कहते हैं तथा भभूति पवित्र हवन आदि की […]
* लेखक आर्य सागर खारी 🖋️ 19वीं शताब्दी में यूरोप, अमेरिका का अधिकांश वर्ग संक्रामक यौन रोग से सिफलिस अर्थात सुजाक से ग्रस्त था… पश्चिमी समाज के स्वच्छंद यौन संबंध प्रचलन अनैतिकता का यह यह रोग नतीजा था| यह एचआईवी की तरह ही सेक्शुअली ट्रांसमिटेड डिजीज है… आज भी दुनिया भर में 1 लाख मौतें […]
* आचार्य विष्णु हरि सरस्वती मैंने कभी लव जिहाद शब्द का नाम दिया था, कभी मैंने नमाजी हिंसा जिहाद शब्द का नाम दिया था, आज मैं हलाल कांवड शब्द का नाम दे रहा हूं। हलाल कांवड का कन्सेप्त अभी तक विचारण और विमर्श से बाहर क्यों है? तुम्हारी पैरों के नीचे से जमीन सिखक रही […]
गणित पढ़ने का हमारा ढंग कितना उचित ?
चन्दन घुघत्याल हाल ही में अलग-अलग बोर्ड के रिजल्ट घोषित हुवे हैं, गणित विषय में छात्र-छात्राओं का प्रदर्शन बाकी विषयों के मुकाबले अच्छा नहीं रहा है, जबकि गणित विषय में शत प्रतिशत अंक प्राप्त करना आसान होता है। छात्र-छात्राओं के प्रदर्शन से गणित अध्यापक और अध्यापिकाओं की चिंता को समझा जा सकता है। साल भर […]