डॉ मनोज कुमार तिवारी वरिष्ठ परामर्शदाता एआरटी सेंटर, एस एस हॉस्पिटल, आईएमएस, बीएचयू, वाराणसी आक्रामकता वह व्यवहार है जो जानबूझकर दूसरे को हानि पहुंचाने के उद्देश्य से किया जाता है। आक्रामकता मुख्य रूप से कुंठा के कारण उत्पन्न होता है। आक्रामकता की अवस्था में व्यक्ति अपने नियंत्रण से बाहर हो जाता है वह चिल्लाने, आसपास […]
श्रेणी: आओ कुछ जाने
मालवा में शैव परंपरा**
** आकिशे तारकं लिंगं पताले हाटकेश्वरम। भूलोके च महाकालो लिंग्गनय नमोस्तुते।। मालवा में शैव परंपरा को जानने, पहचानने और समझने के लिए हमें पौराणिक रहस्यों के अनुशीलन की आवश्यकता है। क्योंकि शैव परंपरा हिंदू धर्म का अभिन्न अंग है और हिंदू धर्म की आधारशिला वेद और पुराण हैं। विश्ववांग्मय में वेदों और पुराणों का स्थान […]
आर्यजन असत्य के मार्ग पर!*
* न स्वामी दयानन्द सरस्वती (मूलशंंकर) का जन्म ही सन् १८२४ ई. की किसी तारीख पर हुआ था। न उनके जन्म को हुए २०० वर्ष ही सन् २०२४ ई. की किसी तारीख पर पूरे होंगे। फिर कुछ नासमझ लोगों ने महर्षि दयानन्द सरस्वती की दो सौवीं जन्मजयन्ती १८२४-२०२४ का प्रदर्शक गलत लोगो क्यों बना रक्खा […]
Know the 7 Indian Santa Clauses
MK Gandhi: Gifted Pakistan to Indian Muslims. Ambedkar wanted a total exchange of the Hindu-Muslim population, which was fair. After all, why should India keep the Muslims who created Pakistan? But Gandhi let them stay. Plus, he gifted Rs 50 crore allowing Pakis to invade Kashmir. Nehru: Gifted Tibet and Aksai Chin to China; […]
अल्लाह की कौन सी बात सत्य है ?
अल्लाह ने अपनी कलाम के ज्यादा जगह में बताया 6 दिनों में आसमानों को और जमीं को बनाया यह लग भाग 12,से 13 जगह बताया कुरान में | लेकिन एक जगह यह भी बता दिया कि धरती को दिन में बनाया, और चार दिन में खाने पिने का सामान बनाया | अब अल्लाह की कौन […]
विकास के लिए पक्की सड़कों का वरदान
आरती शांत डोडा, जम्मू भारत एक सुंदर देश होने के साथ-साथ कई छोटी बड़ी समस्याओं से भी उलझा हुआ है। इन समस्याओं में सबसे अहम सड़कों का नहीं होना है। हालांकि पिछले कुछ दशकों में देश में उन्नत सड़कों का जाल बिछाया गया है। शहर से लेकर गाँव तक सड़कों की हालत बेहतर की गई […]
*सूर्य, जो सरकता है*”
🌞🌝🌞🌝। लेखक आर्य सागर खारी🖋️ सूर्य 14 लाख किलोमीटर व्यास का हाइड्रोजन व हिलियम गैस का गोला है ।चार अरब से अधिक वर्षों से जल रहा है हमें जीवन देने के लिए। भारी इतना 3 लाख 30 हजार पृथ्वीयो में जितना भार है उतना एक अकेले सूर्य में होता है या यूं कहे 13 लाख […]
क्या है वृक्षों की पूजा का महत्व
सुनीता बापना / कुसुम अग्रवाल भारतीय ग्रंथों में यज्ञों में समिधा के निमित्त पीपल, बरगद और आम के वृक्षों की काष्ठ को पवित्र माना गया है और कहा गया है ये वृक्ष सूर्य की रश्मियों के घर हैं। इनमें पीपल सबसे पवित्र माना जाता है। इसकी सर्वाधिक पूजा होती है क्योंकि इसके जड़ से लेकर […]
बांसवाड़ा, 16 दिसम्बर/बांसवाड़ा शहर के प्राचीनतम वनेश्वर शिवालय के समीप अवस्थित पीताम्बरा आश्रम के विस्तृत परिसर में गायत्री मण्डल द्वारा प्राच्यविद्या संस्कार, साधना एवं प्रशिक्षण के लिए आध्यात्मिक चेतना केन्द्र के अन्तर्गत विभिन्न संरचनाओं का निर्माण किया जाएगा। इसे लेकर व्यापक स्तर पर कार्ययोजना बनाई गई है जिसका क्रियान्वयन शीघ्र ही किया जाएगा। इसके अन्तर्गत […]
ज्योतिष में धर्म प्रतिष्ठित है।*
॥卐॥┉❀꧁ ॥❍॥ॐ॥❍꧂❀┉॥卐॥ * धर्म में ज्योतिष समाहित है। धार्मिक ज्योतिषी होता है। ज्योतिषी धार्मिक होता है। जहाँ ज्योतिष नहीं, वहाँ धर्म नहीं। जहाँ धर्म नहीं, वहाँ ज्योतिष नहीं। ज्योतिष सिद्धान्त मात्र नहीं है। अपितु वह फलीभूत है। फलित बिना सिद्धान्त व्यर्थ है। जैसे वृक्ष फल के बिना। आम्रादि वृक्षों में यदि मधुर स्वादिष्ट फल न […]